इस वेबसाईट का उद्देश्य संपूर्ण विश्व भर के पास्टर्स व प्रचारकों को, विशेषकर तीसरी दुनिया के पास्टर्स व प्रचारकों को नि:शुल्क हस्तलिखित संदेश और संदेश के विडियोज उपलब्ध करवाना है, जहां बहुत कम धर्मविज्ञान कॉलेज और बाइबल स्कूल्स हैं।
इन संदेशों की पांडुलिपियां प्रति माह २२१ देशों के १,५००,००० कंम्प्यूटर्स पर इस वेबसाइट पते पर www.sermonsfortheworld.com जाती हैं। सैकड़ों लोग इन्हें यू टयूब विडियो पर देखते हैं। किंतु वे जल्द ही यू टयूब छोड़ देते हैं क्योंकि विडियों संदेश हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। यू टयूब लोगों को हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। प्रति माह ये संदेश ४२ भाषाओं में अनुवादित होकर १२०,००० प्रति माह हजारों लोगों के कंप्यूटर्स पर पहुंचते हैं। उपलब्ध रहते हैं। पांडुलिपि संदेशों का कॉपीराईट नहीं है। आप उन्हें बिना अनुमति के भी उपयोग में ला सकते हैं। आप यहां क्लिक करके अपना मासिक दान हमें दे सकते हैं ताकि संपूर्ण विश्व में सुसमाचार प्रचार के इस महान कार्य में सहायता मिल सके।
जब कभी आप डॉ हायमर्स को लिखें तो अवश्य बतायें कि आप किस देश में रहते हैं। अन्यथा वह आप को उत्तर नहीं दे पायेंगे। डॉ हायमर्स का ईमेल है rlhymersjr@sbcglobal.net.
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सोशल मीडिया‚ विडियो गेम्स और पोर्नोग्रॉफी
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हमारे आज के पद में प्रयुक्त ‘‘व्यर्थ" के लिये जिस इब्रानी शब्द का अनुवाद किया गया है‚ उससे अर्थ निकलता है, ‘‘बुराई, बर्बादी, नैतिक भ्रष्टता, अनुपयोगी" (पढ़िये स्ट्रोन्ग शब्दानुक्रमणिका # ७७२३) । तो भजनकार ने प्रार्थना की कि उसकी आंखों को प्रभु परमेश्वर यहोवा ‘‘बुराई‚ बर्बादी‚ नैतिक भ्रष्टता, अनुपयोगी वस्तुओं" से बचाये। ये नीले फीते वाला जहर जिसे युवा बच्चे प्रतिदिन घंटों तक देखते रहते हैं — ‘‘जो बुरा है, बर्बाद करने वाला है, नैतिक पतन का कारण है, अनुपयोगी है।"
आजकल यह क्या चल रहा है? आप कंप्यूटर पर क्या कर रहे हैं! मैने यह कभी नहीं कहा कि आयफोन पर कंप्यूटर मत खोलिये। स्कूल अध्ययन के लिये या किसी कार्यवश अवश्य इसका प्रयोग कीजिये। मैंने यह कभी नहीं कहा कि इंटरनेट को मत खोलिये। इसे तब खोलिये जब इसकी जरूरत हो। आप जो हर दिन घंटों बर्बाद करते हैं‚ मैं उसकी बात कर रहा हूं। मैं फेसबुक और दूसरे अन्य सोशल मीडिया के लिये कह रहा हूं। मैं विडियों गेम्स के लिये कह रहा हूं। मैं पोर्नोग्राफी के लिये कह रहा हूं। ये सारी चीजें आप के लिये अच्छी नहीं हैं। ये नुकसानहीन मजा नहीं हैं। ये आप को चोट पहुंचायेंगे। ये सब के सब निरर्थक हैं — समय का अपव्यय। ये आप को नष्ट करके रख देंगे। ये आप के जीवन को बर्बाद करके रख देंगे।
पहिली बात‚ सोशल मीडिया आप के जीवन को नष्ट करेगा। सोशल मीडिया क्या है? इसके द्वारा लोग इंटरनेट पर एक दूसरे के प्रति सामाजिक व्यवहार का आदान प्रदान करते हैं। वे एक दूसरे को संदेश भेजते हैं। वे तस्वीर लगाते हैं और एक दूसरे को भेजते हैं। वे अपने ‘‘इलेक्ट्रानिक" मित्रों को यह बताते हैं कि वे क्या कर रहे हैं। वे यह जानना चाहते हैं कि दूसरे क्या कर रहे हैं। वे आपस में एक दूसरे को टिप्पणी भेजते हैं। और इस तरह घंटे दर घंटे वे इंटरनेट पर बिताते हैं।
पहिली बात‚ सोशल मीडिया पर मुझे अच्छी चीजें नहीं दिखाई पड़ती हैं। मैंने कभी नहीं देखा है कि वहां लोग चर्च आने के लिये निमंत्रण दे रहे हों। मैंने कभी नहीं देखा कि लोग वहां मसीह के बारे में गवाही दे रहे हों। पूरी तरह अफवाह और निरर्थक बातों का प्रदर्शन सोशल मीडिया पर होता है — चर्च जाने वाले लोग भी ऐसा करते हैं!
मैं फेसबुक की बात कर रहा हूं। मैं इंस्टाग्राम और स्नैपचैट की बात कर रहा हूं। मैं टिवटर की बात कर रहा हूं। ट्विट करना और दूसरों की टिप्पणियां पढ़ते रहना! मैं यह कह रहा हूं कि आप कैसे समय को बर्बाद करते हैं।
एक सामान्य आदमी सोशल मीडिया पर प्रतिदिन दो घंटे से अधिक समय बिताता है। सिर्फ अमेरिका की बात नहीं कर रहा हूं परंतु पूरे विश्व भर में ऐसा हो रहा है! (स्टेटेस्टिक पोर्टल‚ एड वीक‚ और सोशल मीडिया टूडे को देखिये। इन लेखों पर क्लिक करके पढ़िये) परंतु सोचकर तो देखिये कि प्रतिदिन दो घंटें बिताना। एक दिन में दो घंटे औसत समय खर्च करना है। पूरे जीवन भर का आकलन करें‚ तो पांच साल आप सोशल मीडिया पर बिताते हैं!
सोशल मीडिया पर समय बर्बाद करने के बजाय आप एक दिन में दो घंटे पढ़ाई करके कहीं अधिक अच्छे अंक ला सकते हैं। आप हर दिन अपने कार्य में दो घंटे गुणवत्ता ला सकते हैं। आप लोगों से बात कर सकते हैं और सच्चे मित्र बना सकते हैं। आप फिर से एक संवेदनशील मनुष्य बन सकते हैं!
सोशल मीडिया का अत्यधिक प्रयोग भी बुरा है। क्या सुबह उठते से ही या दोपहर में या सोते समय आप अपना फेसबुक अकाउंट या और दूसरी कोई ऑनलाईन साईट को देखते हैं? क्या आप इसके बगैर रह सकते हैं? एक सप्ताह? एक माह? एक वर्ष? अगर इसके बगैर नहीं रह सकते तो आप को इसकी लत है।
एक फॉक्स न्यूज के लेख में (१२/२९/२०१७‚ यहां क्लिक कीजिये) फेस बुक को कोकैन और ओपियोइडस की लत के समान कहा गया हैं। न्यूयार्क के डॉ तारा इमरानी के अनुसार‚ ‘‘फेसबुक के ‘लाईक्स’ और कमेंट मस्तिष्क को वैसे ही सक्रिय करते हैं जैसे ओपिओइडस........जो भावनाएं/अनुभव‚ ओपिओइडस लेने के बाद होते हैं .......यह कोकीन लेने के बाद के अनुभव से मिलता जुलता है।"
शॉन पार्कर फेसबुक के संस्थापकों में से एक हैं। वह फेसबुक के अध्यक्ष थे। पार्कर का कहना था कि‚ ‘‘यह पोर्टल पूरी तरह से एक दूसरे के साथ समाज में आपके संबंध को बदल देता है........यह संभवतः कार्य के उत्पादन में (कार्य संपादित किये जाने में) भी अजीब ढंग से हस्तक्षेप करता है........केवल ईश्वर जानता है कि यह बच्चों के दिमागों पर कैसा असर पैदा कर रहा है " (फॉक्स न्यूज‚ उक्त संदर्भित)। सोशल मीडिया के निर्माता जानते थे कि वे क्या कर रहे हैं और जानबूझ कर उन्होंने किया! पार्कर के अनुसार‚
इन एप्लीकेशंस को बनाने में‚ जिसमें फेसबुक सबसे पहले है....... इन सबके बारे मेंयह सत्य है कि: जितना संभव है‚ उतना हम आप के समय और सक्रिय ध्यान का व्यय कर सकते हैं? और इसका यह अर्थ हुआ कि हमें आप को समय समय पर थोड़ा डोपामाईन देने की आवश्यकता पड़ेगी (मस्तिष्क में पैदा होने वाला एक स्त्राव है) क्योंकि हर बार जब कोई फोटो या पोस्ट को लाईक या कमेंट करेगा तब डोपार्माइन पैदा होगा। यह आप को और अधिक सामग्री पोस्ट करने के लिये प्रेरित करेगा‚ जो आप को और अधिक........लाईक्स और कमेंट दिलवाये........यह आप के सामाजिक मान्यकरण की जानकारी देने वाला वक्र है....यह बिल्कुल ऐसी ही चीज है जिसे लेकर मेरे जैसे हैकर ने इसका सुझाव दिया था। क्योंकि आप इंसान के मनोविज्ञान को भेद कर उसका लाभ उठा रहे हैं........खोज करने वाले‚ निर्माण करने वाले........इस तथ्य को समझ चुके हैं और इसलिये जानबूझकर इसे बनाया गया है........और बनाने में सफल रहे। (एक्सिओस में छपा लेख — यहां क्लिक कीजिए और पढ़िये)
सोशल मीडिया को आप अपने जीवन से कैसे बाहर निकाल सकते हैं? जैसे आप किसी नशीली दवा को अपने जीवन से बाहर कर देते है। इसका प्रयोग रोक दीजिये! अगर लगता है कि इन्हें खोलकर देखा जाये‚ तो मत खोलिये! आय फोन पर इंटरनेट न होना अच्छा है बजाय प्रतिदिन दो घंटे की बर्बादी के। पहिले तो आप को यह अजीब लगेगा‚ किंतु किसी आभासी व्यक्ति के बजाय वास्तविक व्यक्ति बनकर आप को अच्छा लगने लगेगा। इसके पहिले कि सोशल मीडिया आप को बर्बाद कर दे‚ इससे छुटकारा पा लीजिये!
दूसरी बात, विडियो गेम्स आप के जीवन को नष्ट करके रख देंगे। हजारों प्रकार के विडियों गेम्स है। इनमें से कुछ स्पोर्टस संबंधित हैं। आप फुटबॉल या बास्केटबॉल खेलते हैं। आप खिलाड़ियों को नियंत्रित करते हैं। आप एक के बाद एक गेम खेलते जाते हैं तो बेहतर होते जाते हैं। कुछ गेम्स काल्पनिक होते हैं। आप कल्पना की दुनिया में प्रवेश करते हैं। आप काल्पनिक चरित्र बन जाते हैं। आप भीमकाय विरूप प्राणियों को देखते हैं। आपके पास अलौकिक शक्ति आ जाती है। कुछ लोगों को वास्तविक संसार के बजाय काल्पनिक संसार अधिक अच्छा लगता है। बहुत सारे विडियो गेम्स युद्ध और हत्या को लेकर बनाये गये हैं। आप सैकड़ों लोगों को मार डालते हैं। आप स्वयं हत्यारे बन सकते हैं। निकोलस क्रूएज‚ जिसने हाई स्कूल फ्लॉरिडा में १७ लोगों को खत्म कर डाला था‚ दिन भर हिंसक विडियो गेम्स खेला करता था। उसके पड़ोसी का कथन था‚ ‘‘वह ऐसे गेम्स थे कि मारो‚ मारो‚ उड़ा दो‚ पूरे दिन और कुछ और मारो‚ उड़ा डालो" (मियामी हेराल्ड‚ फरवरी १८‚ २०१८)
लोग विडियो गेम्स पर बहुत समय बर्बाद करते हैं। एक अध्ययन इसे औसत ६॰३ घंटे प्रति सप्ताह बताता है (टाईम‚ मई २७‚ २०१४‚ इसे पढ़ने के लिये यहां क्लिक कीजिये।) यह औसत आंकड़े हैं। एक एनपीडी अध्ययन २०१४ ने कहा कि अमेरिका में ३४ मिलियन करोड़ गेम्स हैं जो हर सप्ताह २२ घंटों का समय लेते हैं जो कि (एक दिन में ३ घंटे से अधिक) विडियो गेम्स खेलने के बराबर होते हैं (इस लेख को पढ़ने के लिये यहां क्लिक कीजिये)। यह चार साल पहिले की बात है! आज मैं अक्सर लड़कों और युवाओं से मिलता हूं जो प्रति दिन चार‚ पांच‚ छः घंटे विडियों गेम्स खेलने में बिताते हैं।
समय की कितनी बर्बादी है! हर वह घंटा जो आप विडियो गेम्स खेलने में बिताते हैं‚ वह आप पढ़ाई करने में लगा सकते हैं‚ कार्य करने में या दूसरे लोगों के साथ रहने में बिता सकते हैं। विडियो गेम्स से निजात पा जाइये! पढ़ाई में आपकी श्रेणी बढ़ जायेगी। आप के वास्तविक मित्र बन जायेंगे। आप में से कुछ का मस्तिष्क स्पष्ट हो जायेगा। आप को मसीह का शुभसंदेश समझ में आयेगा और आप उद्धार पा जायेंगे!
विडियो गेम्स एक लत है। जिसकी ओर — आप बार बार मुड़ते हैं। हर बार गेम्स में आप थोड़ा अच्छा प्रदर्शन करते हैं। तो आप और आगे खेलते हैं। आप को इनाम मिलते जाते हैं। तो आप इसको छोड़ना नहीं चाहते हैं। आप नहीं छोड़ सकते हैं! क्योंकि आप को लत पड़ चुकी है। नशे की लत के समान ही लत तो है।
विडियो गेम्स को बनाया ही इस तरह जाता है कि आप उनके आदी हो जायें। PsychGuides.com कहता है कि‚ ‘‘विडियो गेम्स के आदी होने के कारणों में से एक कारण.......इसको तैयार ही इस तरह से किया जाता है। विडियो गेम्स के निर्माता और लोगों को खेलने के लिये जुटाना चाहते हैं‚ ताकि वे भी औरों के समान और अधिक धन लाभ कमा सके। वे अपने इस लक्ष्य को इस तरह पूरा करते हैं कि वे चुनौती देने वाले गेम्स को बनाते हैं कि आप बार बार उसे खेलने के लिये आए। वे मुश्किल गेम नहीं बनाते हैं कि जिसमें खिलाड़ी अंतत: गेम खेलना छोड़ दे। दूसरे शब्दों में कहें तो खिलाड़ी को सफलता पहुंच से बाहर लगती है। इस तरह से विडियो गेम्स का आदी होना एक व्यापक जाना माना विकार है: जिसे हम जुए की लत कहते हैं" (इस लेख को पढ़ने के लिये यहां क्लिक कीजिये)।
विडियो गेम्स आप के जीवन को नष्ट कर सकते हैं। स्मिथ एंड जोंस एडिक्शन सलाहकार कैथ बैकर का कहना है‚ ‘‘जितना अधिक हमने इसकी ओर देखा‚ उतना अधिक इन गेम्स ने हमारे बच्चों के जीवनों को ले लिया।" उन्होंने कहा कि विडियो गेम्स की लत बच्चों के जीवन का विनाश कर रही है। जो बच्चे चार से पांच घंटे प्रतिदिन विडियों गेम्स खेल रहे हैं‚ उन्हें आसपास के लोगों से मिलने का समय नहीं है‚ पढ़ाई करने या खेलने का समय नहीं बचता। ‘‘यह सामान्य सामाजिक विकास को भी लील लेता है। आप २१ वर्ष के युवा में १२ वर्ष के बच्चे के समान भावुक बुद्धि पायेंगे। वह कभी लड़कियों से बात करना नहीं सीख पाता है। उसने कभी खेल के मैदान में खेल खेलना नहीं सीखा।" (वेब एमडी‚ इस लेख को पढ़ने के लिये यहां क्लिक कीजिये)।
विडियो गेम्स आप के समय का नाश कर रहे हैं। वे आप के दिमागों को घुमा कर रख देते हैं। इसके पहिले कि वे आप के जीवन को चौपट कर देवें‚ आप उनके चंगुल से निकल जाइये!
कंप्यूटर या आय फोन नहीं होना अधिक अच्छा है बजाय विडियो गेम्स खेलने के। जैसे आप हेरोइन के नशे को छोड़ते हैं‚ इसें भी अपने जीवन से हटा दीजिये। मैं जानता हूं आप खेलने के आदी हो चुके हैं। किंतु इसे बिल्कुल भी नहीं खेलिये। पहिले तो जीवन में कुछ विचित्र सा लगेगा‚ परंतु फिर आप का जीवन सामान्य गति में आ जायेगा!
तीसरा‚ पोर्नोग्राफी देखना आप के जीवन को नाश कर देगा। मुझे हाईस्कूल और कॉलेज का एक छात्र ऐसा नहीं मिला जिसने पोर्नोग्राफी नहीं देखी हो — एक नग्न महिला या सैक्स करते लोग। हर जगह यह व्याप्त है। ऐसा हमेशा नहीं था। पोर्न छुपा हुआ होता था। यह अवैध था। जिस वर्ष मैं पैदा हुआ था‚ ह्यू हैफनेर ने प्लेब्वॉय मैगजीन आरंभ की। लाखों लोगां ने उसकी तस्वीरों को देखा। संपूर्ण देश में पोर्न क्रांति फैल गयी। हर कोने कोने पर खराब मैगजीन मिलती थी‚ जिसे बच्चे देख सकते थे। हर शहर में पोर्न थियेटर्स थे।
अब लोग उनके कंप्यूटर्स पर पोर्न देखते हैं - अनगिनित लाखों लोग। चालीस लाख अमेरिकी नियमित पोर्न साईटस पर पहुंचते हैं। (Webroot.com देखिये इस लेख को पढ़ने के लिये यहां क्लिक कीजिये)। कंप्यूटर सिक्योरिटी फर्म ओप्टेनेट के अनुसार ‘‘वेब की ३६ प्रतिशत से अधिक सामग्री पोर्नग्राफी है।" (इस लेख को पढ़ने के लिये क्लिक कीजिये)। पोर्न सब दूर फैला हुआ है।
पोर्नोग्राफी देखना पाप है। प्रभु यीशु ने कहा था‚ ‘‘जो कोई किसी स्त्री पर कुदृष्टि डाले वह अपने मन में उस से व्यभिचार कर चुका" (मत्ती ५:२८)। अरे‚ मैं जानता हूं कि आप सारे समय जमीन पर ही निगाहें टिकाये नहीं रह सकते! महिलायें तो दिखाई देंगी। मनुष्य जाति का आधा हिस्सा महिलायें हैं। मैं यह नहीं कहता कि किसी लड़के को दिमाग में सैक्सुअल विचार नहीं आते हैं। एक युवा शरीर में इसकी इच्छा होती है। आप सारे सैक्सुअल विचारों से नहीं बच सकते। किंतु आप को पोर्नोग्राफी नहीं देखनी चाहिये! पोर्नोग्राफी देखना‚ उसके बाद मन में विचार करना‚ स्वयं में लोलुपता से भर जाना है। यह पाप है!
राजा दाउद ने यह पाप किया था। सांझ के समय ‘‘दाऊद पलंग पर से उठ कर राजभवन की छत पर टहल रहा था और छत पर से उसको एक स्त्री‚ जो अति सुन्दर थी‚ नहाती हुई देख पड़ी" (२ सैम्यूएल ११:२) । यह महज कोई दुर्घटना नहीं थी। उसने उसको देखा और उसके बारे में विचार किया। तब उसने ‘‘उस स्त्री के विषय में पुछवाया" (११:३) उसने उसे बुलवाया। उसके साथ संबंध बनाये। इस घटना ने उसके जीवन का विनाश कर डाला! यह उस रात देखे गये उसके पोर्नोग्राफी अनुभव से प्रारंभ हुआ था।
मैं आप से ‘‘एक आलंकारिक प्रश्न" पूछता हूं। इस प्रश्न के उत्तर को आप को बताने की आवश्यकता नहीं है। क्या आप को स्मरण है कि आप ने क्या देखा? क्या बरसों बाद आप इसे याद रखेंगे? बेशक आप याद रखते हैं। पहिली बात तो‚ इसे देखना ही नहीं है। अगर देखा है‚ तो दुबारा मत देखिये। आप को इसे अपने दिमाग में रखने की जरूरत नहीं है!
पोर्नोग्राफी समय की बर्बादी है। आप कुछ और रचनात्मक कार्य कर सकते हैं। परंतु इसे देखना तो बदतर है। पोर्न भी लत है। ‘‘अध्ययन बताते हैं कि अल्कोहल‚ कोकैन और निकोटीन लेने के बाद मस्तिष्क के हिस्से में जो उत्तेजना पैदा होती है वैसा ही प्रभाव दिमाग में इंटरनेट पोर्नोग्राफी देखने से पैदा होता है......तो इस तरह‚ विशेषकर पोर्नोग्राफी देखना‚ जब बाध्यकारी होकर स्वभाव का अंग बन जाता है‚ यह मस्तिष्क के नेटवर्क में अल्कोहल और अन्य नशीली दवाओं के समान प्रभाव को सक्रिय करता है। ये अध्ययन ठोस प्रमाण है कि बाध्यकारी और नियमित पोर्नोग्राफी देखना‚ नशीली दवा के शक्तिशाली असर छोड़ने के बराबर ही है।" (thedoctorweighsin.com. को देखिये। लेख को पढ़ने के लिये यहां क्लिक कीजिए)। ‘‘इंटरनेट पोर्नोग्राफी के आदी होना‚ किसी लत के शिकार होने की श्रेणी में आना ही है। दिमाग पर दूसरे सब नशों के समान ही पोर्न का नशा अपनी क्रियाविधि छोड़ता है।" (yourbrainonporn.com को देखिये। उन ३९ अध्ययन को पढ़ने के लिये यहां क्लिक कीजिए जो बताते हैं कि इंटरनेट पोर्न लत पैदा करने वाली सामग्री है)।
पोर्न नशे की दवा के समान है। जो आप ने देखा‚ आप उसे याद रखते हैं — बार बार देखते है। आप उसके बारे मे विचार करते हैं। यह चुंबक के समान आप को खींचता है। आप पुन: उसे देखने के लिये जाते हैं। आप उसे दिमाग से निकाल नहीं पाते हैं। आप उसे छोड़ नहीं सकते हैं। आप पलट कर वहां जाते हैं। आप और गहरे में धंसते जाते हैं। यह लत आप के दिमाग को जकड़ लेगी। यह आप की भावनाओं को तोड़ मरोड़ कर रख देगी। आप सही ढंग से विचार कर पाने में असमर्थ रहेंगे। आप का विवाह सामान्य नहीं रह पायेगा। आप पाप के विषय में नहीं सोच पायेंगे। मसीह के बहाये गये लहू के बारे में नहीं सोच पायेंगे। पोर्न आप को उद्धार पाने से वंचित रखेगा।
इसके पहिले कि पोर्न आप के जीवन को बर्बाद कर दे‚ इससे बाहर निकल आइये! भले ही आप के पास आय फोन न हो‚ कंप्यूटर न हो‚ यह अधिक भला है बजाय कि आप पोर्न साईटस पर जायें। हेरोईन और कोकीन छोड़ने के समान ही इस नशे को भी तिलांजलि दे दीजिये। रूक जाइये और फिर कभी वहां मत जाइये! पहिले तो विचित्र सा लगेगा। इच्छा होगी कि उसे देखें। अपने आप को मना कीजिये। बस इसे मत कीजिये। आप मेरीजुएना का नशा नहीं करते हैं, करते हैं क्या? क्यों नहीं करते? बस नहीं करते हैं, भले ही दूसरे करते हों। आप कोकीन का नशा करते हैं, करते हैं क्या? बस नहीं करते हैं। बिल्कुल ऐसा ही पोर्न के नशे के साथ है। बस मत कीजिए, भले ही आप को कैसा भी महसूस हो रहा हो। रूक जाइये और फिर कभी वहां मत जाइये।
अपनी आत्मा के बारे में सोचने मे समय बिताइये। चर्च के संदेशों को ध्यानपूर्वक सुनिये। संदेश की हस्तलिपियां, जो आप को प्रदान की जाती हैं, उनको पढ़िये। अपनी वेबसाईट www.sermonsfortheworld.com पर संदेशों को पढ़िये। हमारे संदेश विडियोज को देखिये। अपने पाप के बारे में विचार कीजिये, विशेषकर पापमय स्वभाव के बारे में। परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कीजिए कि वे आप को मसीह यीशु के पास खींचे ताकि आप उनके अनमोल लहू में धुलकर शुद्ध हो जावें। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप शीघ्र ही प्रभु यीशु पर विश्वास लायेंगे। आमीन।
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(संदेश का अंत)
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