Print Sermon

इस वेबसाईट का उद्देश्य संपूर्ण विश्व भर के पास्टर्स व प्रचारकों को, विशेषकर तीसरी दुनिया के पास्टर्स व प्रचारकों को नि:शुल्क हस्तलिखित संदेश और संदेश के विडियोज उपलब्ध करवाना है, जहां बहुत कम धर्मविज्ञान कॉलेज और बाइबल स्कूल्स हैं।

इन संदेशों की पांडुलिपियां प्रति माह २२१ देशों के १,५००,००० कंम्प्यूटर्स पर इस वेबसाइट पते पर www.sermonsfortheworld.com जाती हैं। सैकड़ों लोग इन्हें यू टयूब विडियो पर देखते हैं। किंतु वे जल्द ही यू टयूब छोड़ देते हैं क्योंकि विडियों संदेश हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। यू टयूब लोगों को हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। प्रति माह ये संदेश ४२ भाषाओं में अनुवादित होकर १२०,००० प्रति माह हजारों लोगों के कंप्यूटर्स पर पहुंचते हैं। उपलब्ध रहते हैं। पांडुलिपि संदेशों का कॉपीराईट नहीं है। आप उन्हें बिना अनुमति के भी उपयोग में ला सकते हैं। आप यहां क्लिक करके अपना मासिक दान हमें दे सकते हैं ताकि संपूर्ण विश्व में सुसमाचार प्रचार के इस महान कार्य में सहायता मिल सके।

जब कभी आप डॉ हायमर्स को लिखें तो अवश्य बतायें कि आप किस देश में रहते हैं। अन्यथा वह आप को उत्तर नहीं दे पायेंगे। डॉ हायमर्स का ईमेल है rlhymersjr@sbcglobal.net. .




सच्चा नूह और सच्चा न्याय!

THE REAL NOAH AND THE REAL JUDGMENT!
(Hindi)

द्वारा डॉ. आर. एल. हिमर्स
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

रविवार की सुबह, २७ अप्रेल, २०१४ को लॉस ऐंजिलिस के दि बैपटिस्ट टैबरनेकल में
दिया गया संदेश
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Morning, April 27, 2014


जिस क्षण मेरा नया जन्म हुआ था तभी से मैंने यह जाना था कि नूह और बाढ का वर्णन बिल्कुल सत्य है। बचपन से मुझे डारविन के विकासवाद के सिद्धांत पर विश्वास रखना सिखाया गया था। सन १९४९ में ऐरीजोना जाने के पहले मैं बहुत बीमार रहा करता था। कभी कान में दर्द, कभी खांसी और अन्य अन्य रोगों के कारण मैं आधे समय बिस्तर में ही रहता था। बेशक यह बीमारियां हवा में व्याप्त कीटाणु और धुंध से उत्पन्न होती थी। मुझे बिस्तर में ही कई दिनों बिना कुछ किये आराम करना होता था। उन दिनों में सन १९४० में हमारे पास टीवी भी नहीं था इसलिये मेरी मां मुझे एक घंटे पढ कर सुनाती थी। एक विषय जो वह बार बार पढकर सुनाती थी वह था विकासवाद। वह डारविन की गालापेगोस द्वीप की यात्रा जोर से पढती थी, और डारविन की “डीसेंट आँफ मेन” पुस्तक के कुछ भागों को सरल करके पढाती थी।

जब मैं थोडा ठीक हुआ, तो मैंने अपनी मां से विनती की कि वह मुझे जब मैं थोडा ठीक हुआ, तो मैंने अपनी मां से विनती की कि वह मुझे लॉस एंजीलिस के पास सदर्न केलीफोर्निया यूनिवर्सिटी (यूएससी) – के एक्स पोजिशन पार्क के राष्टीय ऐतिहासिक संग्रहालय ले चले।

जब मैंने संग्रहालय में कदम रखे‚ मैं विकासवाद के सिद्धांत पर विश्वास करने लगा था। मैं पूरे मन से इस पर विश्वास करता था। बाद में, मैंने एक प्रचारक को यह कहते सुना कि डारविनवाद‚ २८ सितंबर‚ १९६१ को बायोला यूनिवर्सिटी में, मैंने एक और प्रचारक को २ पतरस के तीसरे अध्याय से प्रचार करते हुये सुना। उसने तीसरी आयत पढी जहां लिखा है‚ “अंत के दिनों में भरमाने वाले आयेंगे जो अपनी ही अभिलाषाओं की पूर्ति करेंगे।” उस प्रचारक ने कहा कि ये भरमाने वाले मनुष्य की रचना‚ और उस बडी बाढ जिसने नूह के दिनों में लगभग समस्त मानव जाति को नष्ट कर दिया था से “जानबूझकर अज्ञान” बने रहेंगे।

अचानक मेरे दिमाग से जैसे परदा हट गया और मैंने सच्चाई को देखा! उस क्षण मैं जान गया‚ बिना किसी संशय के‚ कि मैं अब तक एक झूठ पर विश्वास करता आया! परमेश्वर ने विकासवादियों और नैसर्गिकवादी के दिमागों को अंधा कर दिया है। जब मेरी मां का नया जन्म हुआ तो उनके साथ भी मेरे जैसा ही अनुभव हुआ। उसने मुझसे कहा‚ “रॉबर्ट, मुझे नहीं मालूम था कि हम अब तक एक बेकार सी बात पर विश्वास करते आ रहे थे!” प्रेरित पौलुस‚ ने दूसरे संदर्भ में कहा‚ “और इसी कारण परमेश्वर उन में एक भटका देने वाली सामर्थ को भेजेगा ताकि वे झूठ की प्रतीति करें।” (२ थिस्सलुनिकियों २:११) मेरे परिवर्तन के क्षणों में मैंने जाना कि डारविन का विकासवाद‚ और उस बढी बाढ का इंकार करना, एक विज्ञान के उपन्यास से ज्यादा नहीं है। तब मुझे डारविन‚ लॉयल और हक्सले के लेखन विज्ञान की काल्पनिक कथा लिखने वाले जूल्स बर्ने‚ एच.जी.वेल्स या आइजक असीमोव के समान ही लगने लगे! यद्यपि ये सब लेखक उस महान वैज्ञानिक को नमन करते हैं! जबसे मैं १९६१ में परिवर्तित हुआ मैंने परमेश्वर द्वारा मनुष्य की रचना किये जाना‚ और नबी नूह के समय की ऐतिहासिक बाढ के बाईबल में दिये वर्णन पर ही विश्वास रखा है।

जब मुझे पता चला कि हॉलीवुड ने नूह और बाढ पर फिल्म बनाई है तो मैं फिल्म देखने गया। मैं हॉलीवुड की फिल्में मुश्किल से ही देखता हूं। वे निराशा से भरी, भटकाने वाली‚ हिंसक और घुमावदार होती है। हॉलीवुड से निकल कर आ रहे कचरे से किसी को भी अपने दिमाग को प्रदूषित नहीं करना चाहिये। किंतु मैंने महसूस किया कि मुझे नूह वाली फिल्म देखना चाहिये ताकि एक शैतानी झूठ ने किस तरह बाईबल की कहानी को बदल दिया है‚ मैं लोगों को इस बारे में बता सकूं।

वल्र्ड नेट डेली के हेरॉन क्लेन जो ''नूह'' फिल्म के निर्माता हैं, वह एक आस्तिक हैं। फिल्म डॉरविन का विकासवाद दिखाती है। फिल्म में काला जादू और तंत्र मंत्र है। नूह को मनुष्य घातक सनकी दर्शाया गया है जो मनुष्य जाति के अंतिम अवशेषों को नष्ट करना चाहता है। डॉ. केन हेम ने कहा कि फिल्म का उददेश्य “'पर्यावरणीय है – कि मनुष्यों के बजाय जानवरों को बचाया जाना अधिक महत्वपूर्ण था।” डॉ.रॉबर्ट एल.समनर ने कहा, “अगर आप नूह के बारे में जानना चाहते हो‚ तो आप कहां जाओगे क्यों‚ बेशक‚ परमेश्वर के वचन में खोजोगे जहां वह – और उसकी सेवकाई विस्तार – से वर्णित की गई है‚ जो बाईबल के प्रथम नौ अध्याय में समाई हुई है। यह एक अदभुत...कहानी है जो परमेश्वर की सामर्थ की कथा कहती है जो परमेश्वर को न्यायी प्रगट करती है जो पाप से नफरत करता है और पापियों का न्याय करना चाहता है जो उसके अनुग्रह का इंकार करते है” ( डॉ.रॉबर्ट एल‚समनर, दि बिबलीकल इवेंजलिस्ट‚ मई–जुलाई २०१४‚ पेज ८)

कुछ क्षण पहले मि.प्रुद्योमे ने उत्पत्ति छटवे अध्याय के, प्रथम चौदह पद पढे, जिसमें नूह व बाढ का वर्णन है। अब मेरे साथ इब्रानियों की पुस्तक निकालिये अध्याय ११‚ पद ७ जब मैं इसे पढता हूं आपसे निवेदन है अपने स्थानों पर खडे हो जाइये।

“विश्वास के कारण ही नूह को उन बातों की चेतावनी दी गयी जो उसने देखी तक नहीं थी तो उसने पवित्र भयपूर्वक अपने परिवार को बचाने के लिए एक नाव का निर्माण किया था अपने विश्वास से ही उसने इस संसार को दोषपूर्ण माना और उस धार्मिकता का उत्तराधिकारी बना जो विश्वास से आती है।” ( इब्रानियों ११:७)

आप बैठ सकते हैं। मैं इस पद से तीन बिंदुओं पर चर्चा करूंगा

१. प्रथम, नूह का विश्वास

विश्वास ही से नूह ने उन बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चितौनी पाकर भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया……… (इब्रानियों ११:७)

परमेश्वर ने नूह को वाली बाढ के बारे में कैसे चेताया? (उत्पत्ति ६:१३) में हमें साधारण रूप से बताया गया है‚

“परमेश्वर ने नूह से कहा, मैंने समस्त प्राणियों का अंत करने का निश्चय किया है.....”

मैं सोचता हूं कि नूह जानता था कि न्याय अन्य कई तरीकों से आ सकता था। प्रथम तो‚ नूह के परदादा हनोक ने आने वाले न्याय के बारे में प्रचार किया था। हनोक ने यह बताया था कि परमेश्वर “सबके उपर न्याय भेजेगा” (यहूदा१५)। हम पीछे पलट कर देखते हैं कि हनोक की भविष्यवाणी अंतिम रूप से मसीहा के द्वितीय आगमन के समय पर पूरी होगी। किंतु नूह यह समझ चुका था कि यह उसके अपने समय के लिये कहा गया है‚ बाढ द्वारा दंड दिया जाना भी एक प्रकार से आने वाला न्याय ही था। हनोक का संदेश सुनकर नूह जानता था कि परमेश्वर मनुष्य जाति का न्याय तो करेगा। दूसरी बात, नूह के परदादा ने अपने पुत्र का नाम मथूशलेह रखा था। आर्थर डब्ल्यू पी.पिंक के अनुसार मथूशलेह का अर्थ होता है‚ “जब वह मरे, तब भेजा जायेगा” (उत्पत्ति से साभार लिया गया) थॉमस न्यूबेरी (१८११–१९०१) ने अपनी इंटरलीनियर इंग्लिशमेन बाईबल १८८३‚ ( हॉडर एंड स्टफटन) में मथूशलेह शब्द का अनुवाद इसी रूप में किया है। विद्वान एफ.एफ.ब्रूस ने न्यूबेरी को बहुत पसंद किया है। न्यूबेरी ने अपनी एनोटेशंस आँफ पेंटाटूके में सेमुएल बोकार्ट (१५९९–१६६७) व हेनरी ऐंसवर्थ (१५७१–१६२२) के अनुवाद का अनुसरण किया है। डॉ. जे.वर्नान मैगी (१९०४–१९८८) के अनुसार‚ “मथूशलेह का अर्थ: ‘जब वह मरे, वह भेजा जायेगा’ क्या भेजा जायेगा? बाढ भेजी जाएगी....मथूशलेह के मरने वाले वर्ष में महाप्रलय भेजा जायेगा। ‘जब वह मरेगा वह भेजा जायेगा’ – यह उसके न्याय का अर्थ है” (जे.वर्नान मैगी‚टी.एच.डी.‚थ्रू दि बाईबल‚ वॉल्यूम१‚ थॉमस नेल्सन पब्लिशर्स‚ १९८१‚ पेज ३४)

तो, नूह ने हनोक के प्रचार द्वारा आने वाले न्याय के बारे में सुना था - और वह यह जानता था कि मथूशलेह नाम का यह अर्थ था कि उसके संरक्षक के मरने के पश्चात न्याय आयेगा। जैसे ही मथूशलेह मरता है, उसी साल में प्रलय आ जाता है।

नूह का विश्वास इन उम्रदराज लोगों के प्रचार करने से पैदा हुआ। परमेश्वर आज प्रचार के माध्यम से लोगों से बातें करता है। प्रेरित पौलुस ने कहा‚

“'विश्वास सुनने से उत्पन्न होता है'” (रोमियों १०:१७) व‚ “वे बिना प्रचारक कैसे सुनें?” (रोमियों १०:१४)

तब, नूह ने, उसके जमाने का भयानक रूप से फैल रहा पाप भी देखा। बाईबल कहती है,

“और यहोवा ने देखा, कि मनुष्यों की बुराई पृथ्वी पर बढ़ गई है, और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है सो निरन्तर बुरा ही होता है।” (उत्पत्ति ६:५)

“तब परमेश्वर ने नूह से कहा, सब प्राणियों के अन्त करने का प्रश्न मेरे साम्हने आ गया है; क्योंकि उनके कारण पृथ्वी उपद्रव से भर गई है, इसलिये मैं उन को पृथ्वी समेत नाश कर डालूंगा।” (उत्पत्ति ६:१३)

एक ओर तरीके से परमेश्वर ने नूह के विश्वास को बढाया। (उत्पत्ति ६:३) में हमें पवित्र आत्मा के बारे में बताया गया है। वह कहता है परमेश्वर का आत्मा मनुष्य के साथ इसका जो भी अर्थ हो‚ लेकिन यह इस बात को दर्शाता है कि उन दिनों भी पवित्र आत्मा कार्यरत था। परमेश्वर ने हनोक और मथूशलेह के प्रचार को उपयोग में लिया। उसने नूह के इस संसार के गहरे पाप में डूबे होने के विश्लेषण को उपयोग में लिया।और उसने नूह के मन से बातें करने व उसे और उत्साहित करने के लिये पवित्र आत्मा को भेजा।

१९६५ की बात है मैंने कार में आने रेडियो पर बैरी मैकगायर का गाना सुना। इस गीत में वियतनाम युद्ध की भयावहता व न्यूक्लियर युद्ध के खतरे का वर्णन था‚ और भी भयानक बातें जो उस समय घट रही थीं उस गीत में बताया गया था।

और तुम मुझे बार बार यही बताते हो‚ मेरे दोस्त‚
सचमुच‚ तुम विश्वास नहीं करते कि हम बरबाद होने को हैं।

मैं जनता हूं यह पश्चिमी गीत है‚ और हमें इस तरह के रॉक एंड रोल गीत नहीं सुनना चाहिये। किंतु मैं एक सदर्न बैपटिस्ट था और उस समय यह बात समझता भी नहीं था। मैंने मि.गिफिथ को यह गीत गाने को कहा क्योंकि इसके शब्द मेरे दिल में नश्तर की तरह चुभ गये थे। मैं रेडियो पर डॉ.एम.आर.देहान की बाईबल भविष्यवाणी पर प्रचार सुन रहा था; उसमें इस संसार के अंत और मसीह के दूसरे आगमन के विषय में कहा गया था। और तब ही मैंने यह गाना सुना– इसने मेरे दिमाग को उडा दिया! यह एक अपिय और कसैला गीत था – इसने मेरे होश उडा दिये! मुझे बिल्कुल याद है मैंने इसे कहां सुना था। मैंने कार को किनारे खडा कर दिया और फूट फूट कर रोने लगा! यहां वह गाना है! मि.गिफिथ‚ इसे गाइये!

पूर्व में आग लगी हुई है‚ हिंसा फैली है‚बंदूके छूट रही है‚
आप मारने के लिये बूढे हो सकते हो वोट डालने के लिये नहीं‚
युद्ध में विश्वास नहीं करते पर तुम्हारी बंदूके गुणा भाग करती हैं‚
यर्दन में भी लाशें तैर रही थी‚
पर तुम मुझे बार बार और बार बार बताते हो‚मेरे दोस्त‚
सचमुच‚तुम मानते नहीं कि हम बरबाद होने को हैं।

क्या तुम नहीं समझते मैं क्या कहना चाह रहा हूं?
क्या तुम आज मेरे डर को महसूस नही कर रहे हो?
एक बार घोडा दब गया‚ तो कोई नहीं बचा सकता‚
पूरे संसार में कब्र से बचाने वाला कोई नही मिलेगा।
अपने आस पास देखो़, वे तुम्हें डराने के लिये हैं,
और तुम मुझे बार बार कई बार यह बताते हो, मेरे दोस्त‚
सचमुच‚तुम मानते नहीं कि हम बरबाद होने को हैं।

हां, मैं जैसे पागल हो गया हूं, लहू मेरा जैसे जम गया हो‚
मैं यहां सोचता हूं,मैं सच को घुमा भी सकता हूं‚
इसके लिये कौन सी रोक है‚
मुटठी भर नेता कानून नहीं ला सकते‚
सेनायें एकीकरण नहीं करवा सकती‚
मनुष्य की इज्जत घट रही है‚
यह पागल संसार भयावह होता जा रहा है‚
और तुम मुझे बार बार कई बार यह बताते हो, मेरे दोस्त‚
सचमुच‚तुम मानते नहीं कि हम बरबाद होने को हैं।

रेड चाईना में व्याप्त नफरत को देखो‚
सेलना‚ एलाबामा पर नजर डालो‚
आप चार दिन के लिये अंतरिक्ष में भी चले जाओ‚
पर लौट कर आने पर यही पुरानी दुनियां मिलेगी‚
बाजों को पीटना‚अहंकार,बेशर्मी‚
आप मरे को दफना भी दोगे पीछे कोई सुराग न छूटेगा,
पडोसी से नफरत करते हो‚ पर मुंह पर करूंणा का भाव रखते हो
और तुम मुझे बार बार कई बार यह बताते हो‚ मेरे दोस्त,
सचमुच‚ तुम मानते नहीं कि हम बरबाद होने को हैं,
नहीं‚ नहीं, तुम नहीं मानते कि हम बरबाद होने को हैं।
      (“बरबादी की कगार पर” द्वारा पी.एफ.स्लोन‚१९६५ बेरी मैकगायर ने गाया)

“और तुम मुझे बार बार कई बार यह बताते हो‚ मेरे दोस्त‚ सचमुच, तुम मानते नहीं कि हम बरबाद होने को हैं‚ नहीं‚ नहीं, तुम नहीं मानते कि हम बरबाद होने को हैं।”

मुझे लगता है कि नूह को भी बिल्कुल ऐसा ही लगता था! वह जानता था न्याय और दंड आने वाले हैं - जैसा मैंने भी सन १९६५ की गर्मियों में इस सत्य को जाना। “पर‚” आप कहते हैं‚ “वह तो उनपचास साल पहले की ही बात थी!” अरे हां‚ हम ४९ साल पहले भी सचमुच बरबादी की कगार पर थे! नूह के समय में दुनिया १२० साल तक बरबादी की गर्त में गिरती रही (उत्पत्ति ६:३) मुझे आज सुबह भी इस बात का भरोसा है – इससे भी बढकर – जितना १९६५ में थ! में उस समय २४ साल का था। मैं अपनी कार को पटरी के किनारे ले गया और फूट फूट कर रोया! हम नष्ट होने की कगार पर हैं। नूह ने इसे जाना – और मैं भी इसे जानता था। मैं हमेशा से इसे जानता आया हूं! बरबादी के भंवर ने वियतनाम की त्रासदी में हजारों जवान लडकों की जान ले ली। राष्ट्रपति निक्सन इस भंवर में डूब गये‚ हजारों जवान लडके नशीले पदार्थो के सेवन में‚ पोर्नोग्राफी और भ्रूणहत्या में लिप्त पाये गये। हमारे जगत की नींवे हिल गयी और वह तो पहले से ही नष्ट होने वाला था। मैं इस बात को १९६५ में ही जान गया था‚ व अब भी मैं इस बात को जानता हूं!

“विश्वास ही से नूह ने उन बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चितौनी पाकर भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया, और उसके द्वारा उस ने संसार को दोषी ठहराया; और उस धर्म का वारिस हुआ, जो विश्वास से होता है।” (इब्रानियों ११:७)

२. दूसरा, नूह प्रचार कर रहा था।

“विश्वास ही से नूह ने उन बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चितौनी पाकर भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया, और उसके द्वारा उस ने संसार को दोषी ठहराया...” (इब्रानियों ११:७)

“उसने संसार को दोषी ठहराया।” मैं लोगों को यह कहते हुये सुनता हूं‚ “इतना कठोर मत बनिये! हमारा न्याय मत कीजिये! हमें दोषी मत ठहराइये!” मुझे मालूम है नूह ने भी यह सब सुना होगा! किंतु उसने लोगों की नहीं सुनी! “उसने जगत को दोषी ठहराना जारी रखा”! “उसने जगत को दोषी ठहराना जारी रखा”! हमें आज ऐसा ही प्रचार चाहिये – प्रचार जो पाप को निंदनीय ठहराता हो! बिलीग्राहम‚ १९५० व ६० के दशक में बडे महान प्रचारक थे। एक इवेंजलीकल प्रचारक ने मुझे बताया कि उन दिनों में उनका प्रचार “रोंगटे” खडा कर देता था। मेरे विचार से ऐसी रोंगटे खडे करने वाली प्रचार शैली की आज भी आवश्यकता है। हमारे पास खूब बाईबल “शिक्षक” और इतने ही “वर्णन कर्ता” मौजूद हैं। नूह एक रोंगटे खडे करने वाला प्रचारक ही था! बाईबल नूह को “धर्मी पुरूष प्रचारक” (२ पतरस २:५ ) कहती है। बिलीग्राहम के १९६० में न्यूयार्क के मेडीसन स्क्वेयर गार्डन में दिये गये संदेश को सुनिये। वह नूह के दिनों पर प्रचार कर रहे थे‚ कि महाप्रलय आने के पहले दुनियां कैसे जी रही थी‚

यह एक पेटू युग था। यीशु ने कहा कि वे खा पी रहे थे। वे भौतिक वस्तुओं के अभिलाषी थे। ईश्वर और उसकी बातों के लिये उनके मन में बहुत ही कम भूख थी। उनकी भूख पेट भरने से‚ सेक्स की इच्छाओं की पूर्ति करने से शांत होती थी.....अमेरिका व यूरोप में हम ....भयानक रूप से पेटू हो गये हैं। दुनियां के दूसरे हिस्सों में जो लाखों लोगों को भोजन नहीं मिलता वह हमारे कुत्ते खा रहे हैं.....ऐसा ही नूह के दिनों में भी विलासिता फैली हुई थी....
         इसके साथ ही अप्राकतिक सेक्स की भरमार थी। यीशु ने कहा वे विवाह कर रहे थे और कामातुर होकर आपस में ही ब्याह कर रहे थे। वे विष उगलने वाले‚ पतित और सैक्स करके बरबाद होने वाली पीढी बन गये थे....इतिहास में यह पहली बार हुआ कि इतना अनाचार मनुष्यों में बढ गया और महाप्रलय भेजा गया। यह अभी (भी) हो रहा है और फिर इसका न्याय होगा।
         इतनी कठोर व विरोधी पीढी के बीच में नूह ने परमेश्वर पर विश्वास बनाये रखा‚ और अकेला खडा रहा....नूह अकेला अडिग खडा रहा और परमेश्वर ने स्वयं को उसके उपर प्रगट किया और कहने लगा‚ “नूह‚ मैं महाप्रलय भेजकर मनुष्य जाति को नष्ट करूंगा......और बाईबल कहती है कि नूह ने परमेश्वर पर विश्वास किया......बाईबल कहती है विश्वास रखने के कारण नूह‚ परमेश्वर द्वारा अनदेखी भविष्य की भेजी जाने वाली बातों के लिये चेताया गया‚ इसने उसे भयभीत कर दिया (ध्यान दीजिये इस बात ने उसके भीतर भय पैदा किया) और वह जहाज बनाने में जुट गया। अब अगर किसी पीढी को डरने की जरूरत है तो वह हमारी पीढी है‚ कि उसे परमेश्वर से अपने संबंध सुधार लेने चाहिये। (अखबारों) के मुख्य समाचार चीख चीख कर ये दर्शाते हैं। वे प्रतिदिन हमें इस भ्रष्ट पीढी के लिये चेतावनी देते हैं.......नूह प्रचार कर रहा था‚ लोगों को चेतावनी दे रहा था‚ ‘मन फिराओ‚ न्याय दंड मिलने वाला है‚ परमेश्वर पर विश्वास करो।’ किंतु लोग हंसते थे और उसका मजाक उडाते थे और आखिरकार लोगों ने मन नहीं फिराया (बिलीग्राहम‚ दि चैलेंज: सर्मन्स फ्राम मेडीसन स्क्वेयर गार्डन‚ डबलडे एंड कंपनी‚इंक;१९६९‚पेज १६२–१६८)

नूह ने पाप के विरूद्ध प्रचार करते हुये “जगत की भत्र्सना” की। काश आज हमारे प्रचारक भी ऐसे ही होते! दूसरे दिन डॉ.कैगन मुझसे बोले‚ कि अगर नूह नहीं जाना जाता‚ तो बिलीग्राहम भी अमेरिका के इवेंजलीकल चर्चेस में आज इतने साहस से रोंगटे खडे करने वाला प्रचार नहीं कर रहे होते। हम सांसारिकता में गहनता से लिप्त हो चुके हैं। हमारे चर्चेस बिना नया जन्म पाये लोगों से भरे हैं। डॉ. कैगन ने कहा कि आज तो वे कोई जवान बिलीग्राहम की भी नहीं सुनेंगे। मैं नहीं सोचता कि वह आज के रूढिवादी चर्चेस में ऐसा प्रचार कर पाते! बिल्कुल ऐसी ही ढीठ पीढी नूह के समय में भी थी। वह तो “धार्मिकता का प्रचारक” था (२ पतरस २:५) – परन्तु किसी ने भी उसकी सुनकर मन नहीं फिराया। किसी ने भी पाप करते रहने से अपने को नहीं रोका ताकि उद्धार के जहाज पर सवार हो सके। केवल नूह के पुत्रों और उनकी पत्नियों ने‚ नूह की पत्नी ने उसका प्रचार सुना और बचाये गये। उसने एक जहाज बनाया!” अपने (घराने के बचाव) के लिये जहाज बनाया‚ और उसके द्वारा उस ने संसार को दोषी ठहराया” (इब्रानियों ११:७) क्या आप आज मेरा प्रचार सुनेंगे? क्या आप इस शहर में व्याप्त दुष्टता और पाप से मन फिरायेंगे? क्या आप पश्चाताप करके मसीह के पास आयेंगे – और प्रति रविवार चर्च में यहां आयेंगे? या आप परमेश्वर के आने वाले न्याय दंड में नष्ट हो जाना पसंद करेंगे? इस नई फिल्म के लिये एक अच्छी बात कहना है। इसे देखने मत जाइये क्यों इसमें ज्यादातर बातें बकवास हैं। किंतु तौभी इसमें एक अच्छी चीज है। यह फिल्म दर्शाती है कि नूह का वर्णन कोई बच्चों की कहानी नहीं है!

बिल्कुल भी नहीं। यह कहानी है कि परमेश्वर कैसे पापी जगत का न्याय करता है!

३. तीसरा, नूह की पीढी‚ उसका “संसार”

“विश्वास ही से नूह ने उन बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चितौनी पाकर भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया, और उसके द्वारा उस ने संसार को दोषी ठहराया...” (इब्रानियों ११:७)

''संसार'' से तात्पर्य महाप्रलय आने से पूर्व वे लोग जो इस जमीन पर निवास करते थे। ''संसार'' शब्द का तात्पर्य जैसा मसीह ने भी हमें समझाया है कि, नूह के दिनों का चित्रण, कि संसार के अंत में लोग कैसे कैसे हो जायेंगे। मसीह ने कहा, कि अंतिम न्याय के पहले,

“जैसे नूह के दिन थे, वैसा ही मनुष्य के पुत्र का आना भी होगा। क्योंकि जैसे जल-प्रलय से पहिले के दिनों में, जिस दिन तक कि नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उन में ब्याह शादी होती थी। और जब तक जल-प्रलय आकर उन सब को बहा न ले गया, तब तक उन को कुछ भी मालूम न पड़ा; वैसे ही मनुष्य के पुत्र का आना भी होगा।” (मत्ती २४:३७–३९)

मैं जानता हूं कि नूह के दिनों के कई लोग बहुत हिंसक भी थे। हां‚ मैं जानता हूं कि उन्होंने पवित्र आत्मा के कार्य का विरोध किया उसे अस्वीकार किया और उनके मनों में बुरी कल्पनायें छिपी होती थी। उनका सर्वाधिक बुरा पाप था कि उन्हें भौतिकतावाद से बहुत मोह था। यही मसीह ने भी सिखाया था – उनका भौतिकतावाद। वे सब खाने पीने‚ शादी ब्याह से आगे बढ ही नहीं पा रहे थे। उनके विचार संसार की केवल इन्ही बातों पर लगे हुये थे। जीवन में इन्हीं बातों को उन्होंने प्रमुख जाना। अनंतकाल की उन्हें कोई फिक्र नहीं थी। परमेश्वर के प्रति जरा गंभीरता उनमें नहीं थी। उन्हें यह सत्य जानने में भी कोई रूचि नहीं थी कि मरकर वे कहां जायेंगे। वे तो आज के उन जवान लडकों के समान हैं जो वीडियो गेम्स और पार्टीज‚ और उनके स्कूल का कार्य और मजा उडाना इसी को जीवन समझते हैं। पाप के विषय में सोचने को वह इतना गंभीरता से नहीं लेते। जब वे मरेंगे तब आत्मा का क्या होगा वे इस बात पर भी गंभीरता से विचार नहीं करते।

बाईबल की शिक्षा है कि एक वास्तविक स्वर्ग और एक वास्तविक नर्क है। मरने पर आप कहां जाओगे? प्रत्येक को कहीं न कहीं जाना है या तो वह स्वर्ग जायेगा या नरक। आप कहा जाओगे? स्वर्ग जाने का तो एक ही उपाय है – और वह है यीशु मसीह पर विश्वास रखना। यह क्यों सच्ची बात कहलाती है? क्योंकि केवल यीशु आपके पापों का दंड चुकाने के लिये क्रूस पर मरा कोई दूसरे जन जन अपने प्राण नहीं त्यागे। परमेश्वर की निगाह में केवल यीशु का लहू आपके पापों को धो सकता है। केवल यीशु आपको बचा सकता है। परमेश्वर न्यायी है। वह पाप से नफरत करता है। वह पाप को बर्दाश्त भी नहीं कर सकता। अगर आपके पापों को मसीह की क्रूस पर मौत द्वारा दंड चुकाकर माफ नहीं किया जाता‚ और उसके लहू में आप के पापों का नहीं धोया जाता‚ तो आप कदापि स्वर्ग नहीं जा पाते। मसीह ने कहा‚ “बिना मेरे द्वारा कोई‚ पिता के पास नहीं आ सकता” (यूहन्ना १४:६)

मैं आपसे प्रायश्चित करने को कहता हूं‚ अपनी पापी जीवन शैली को छोडिये‚ मसीह के पास विश्वास रखकर आइये। यीशु पर विश्वास रखिये और उसके लहू से अपने पाप धो लीजिये। चर्च आइये‚ प्रति रविवार चर्च आइये! वह पुराना गीत जो पहले मि.गिफिथ ने गाया था वह इसे बहुत अच्छी रीति से कहता है।

आओ‚हे पापियों‚खोये और आशाहीन लोगों‚
यीशु का लहू तुम्हे छुडा सकता है;
वह तो बुरे से बुरे लोगों को भी बचाता है‚
जब उसने मुझ निकम्मे को भी बचाया।
हां मैं जानता हूं‚ हां‚ मैं जानता हूं‚
यीशु का लहू भ्रष्टतम पापी को भी शुद्ध बनाता हैं।
(“हां‚ मैं जानता हूं!” ऐना डब्ल्यू.वॉटरमेन‚१९२०)

क्या आप सच्चे मसीही बनने मे रूचि रखते हैं? क्या आप चाहते हैं कि यीशु अपने कीमती लहू से आपके पापो को शुद् कर दे? क्या आप सच्चे मसीही बनने आपके पापो को यीशु के कीमती लहू से शुद् होने मे रूचि रखते हैं? अगर आप अपने बचाये जाने के बारे में और सच्चे मसीही बनने के विषय में बात करना चाहते हैं, तो अपना स्थान छोडकर आँडिटोरियम के पिछले हिस्से में आ जाईये। डॉ.कैगन आपको दूसरे कमरे में ले जायेंगे जहां हम दुआ कर सकते हैं बातचीत कर सकते हैं। अगर आप यहां पहली बार आये हैं, और आपके मन में इस संदेश के प्रति कुछ प्रश्न उठ रहा है तो, आँडिटोरियम के पिछले भाग में आइये। मैं स्वयं आपके साथ बैठूंगा और आपसे बात करूंगा। जल्दी आईये। डॉ.चॉन, आपसे निवेदन है कि आप दुआ करें कि कोई आज सुबह यीशु पर ईमान लाये। आमीन।

(संदेश का अंत)
आप डॉ0हिमर्स के संदेश प्रत्येक सप्ताह इंटरनेट पर पढ़ सकते हैं क्लिक करें
www.realconversion.com अथवा www.rlhsermons.com
क्लिक करें ‘‘हस्तलिखित संदेश पर।

आप डॉ0हिमर्स को अंग्रेजी में ई-मेल भी भेज सकते हैं - rlhymersjr@sbcglobal.net
अथवा आप उन्हें इस पते पर पत्र डाल सकते हैं पी. ओ.बॉक्स 15308,लॉस ऐंजेल्स,केलीफोर्निया 90015
या उन्हें दूरभाष कर सकते हैं (818)352-0452

ये संदेश कॉपी राईट नहीं है। आप उन्हें िबना डॉ0हिमर्स की अनुमति के भी उपयोग में ला सकते
 हैं। यद्यपि, डॉ0हिमर्स के समस्त वीडियो संदेश कॉपीराइट हैं एवं केवल अनुमति लेकर
ही उपयोग में लाये जा सकते हैं।

संदेश के पूर्व धर्मशास्त्र पढा गया मि.ऐबेल प्रुद्योमें: उत्पत्ति ६: १−१४
संदेश के पूर्व एकल गाना गाया गया। मि.बैंजामिन किन्केड गिफिथ:
(“हां‚मैं जानता हूं!” ऐना डब्ल्यू.वॉटरमेन‚१९२०)


रूपरेखा

सच्चा नूह और सच्चा न्याय!

द्वारा डॉ. आर. एल. हिमर्स

“विश्वास के कारण ही नूह को उन बातों की चेतावनी दी गयी जो उसने देखी तक नहीं थी तो उसने पवित्र भयपूर्वक अपने परिवार को बचाने के लिए एक नाव का निर्माण किया था अपने विश्वास से ही उसने इस संसार को दोषपूर्ण माना और उस धार्मिकता का उत्तराधिकारी बना जो विश्वास से आती है।” ( इब्रानियों ११:७)

(२ पतरस २:५; २थिस्सलुनिकियों २:११)

१. प्रथम, नूह का विश्वास इब्रानियों ११:७अ;उत्पत्ति ६:१३;यहूदा१५;
रोमियों१०:१७‚१४; उत्पत्ति ६:५‚१३‚३

२. दूसरा, नूह प्रचार कर रहा था‚ इब्रानियों ११:७ ब;२ पतरस २:५

३. तीसरा, नूह की पीढी‚ उसका “संसार” इब्रानियों ११:७स;
मत्ती २४:३७–३९;यूहन्ना १४:६