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परमेष्वर के पुत्र के साथ आग में से होकर चलना! WALKING THROUGH THE FIRE WITH THE SON OF GOD! द्वारा डॉ0आर.एल.हिमर्स रविवार की सुबह, 29 दिसंबर 2013 को लॉस ऐंजिलिस के दि बैपटिस्ट टेबरनेकल में प्रचार ‘‘फिर उसने कहा, अब मैं देखता हूं कि चार पुरूष आग के बीच खुले हुए टहल रहे हैं, और उनको कुछ भी हानि नहीं पहुंची; और चौथे पुरूष का स्वरूप ईष्वर के पुत्र सदृष्य है'' (दानियेल 3:25) |
आज मैं इस संदेष का प्रारंभ गलत ढंग से करूंगा। हमें सेमिनरी में सिखाया गया था कि हमें लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिये, संदेष प्रारंभ करने से पूर्व कुछ नाटकीय चीज करना चाहिये। किंतु मैं आज होमोलेटिक्स के सारे नियम तोडने जा रहा हूं और आप को जो हर्मेन्यूटिक्स और हर्मेन्यूटिक्स - षब्दों को नहीं जानते होंगे, किंतु मैं आपको इनका अर्थ बताने के द्वारा बोर करूंगा, उनकी परिभाषा दूंगा। होमीलेटिक्स प्रचार करने का अध्ययन कहलाता है। यह किसी संदेष के विषय में अध्ययन करना और संदेष देने से संबंधित अध्ययन है। हर्मेन्यूटिक्स बाईबल को किस तरह समझायें - यह अध्ययन है जिसमें पवित्र धर्मषास्त्र को समझाने के नियम निहित है। डॉ0एम.आर.देहान (1891-1965) ने हर्मेन्यूटिक्स के तीन नियम प्रतिपादित कियेः
1- समस्त धर्मषास्त्र का एक ही प्रारंभिक प्रगटीकरण होता है।
2- सभी धर्मषास्त्र के कई प्रायोगिक उपयोग है।
3. धर्मषास्त्र के अधिकतर पदों में से भविष्यवाणी का प्रकाषन भी रहता है।
(एम.आर.देहान, एम.डी., दानियेल भविष्यवक्ता, क्रीगेल पब्लिकेषन्स,1995 पुनःमुद्रित, पृ.73)
इस संदेष की रूपरेखा तैयार करने के लिये मैं डॉ0 देहान के बाईबल समझाने के लिये दिये गये तीन हर्मेन्यूटिक्स नियमों का प्रयोग करूंगा।
1. प्रथम, समस्त धर्मषास्त्र का एक ही प्रारंभिक प्रगटीकरण है।
नबूकदनेस्सर बेबीलोन का राजा था। छटवीं सदी में मसीह के जन्म के पूर्व, नबूकदनेस्सर ने यह यरूषलेम पर कब्जा करने के लिये अपनी सेनाएं भेजी। उनके सैनिकों ने यहूदा के राजा को बंदी बना लिया और उसे उसके राज्य से बेदखल कर दिया। उन्होंने यहूदी मंदिर को ध्वस्त कर दिया और परमेष्वर के घर के पात्र बेबीलोन ले गये। राजा ने उसकी सेनाओं को यह भी आदेष दिया कि वे बहुत सारे यहूदियों को गुलाम बनाकर बेबीलोन ले आये। परन्तु राजा ने उसके सेवक अषपनज को आज्ञा दी कि वह यहूदियों में से सबसे सुन्दर और निपुण जवानों को कसदी भाषा और षास्त्र की षिक्षा देने के लिये चुन ले, और उन्हे राजा के विष्ोष सेवक बनाकर राजमहल में ही रख ले। ये चार जवानों के नाम दानियेल,षद्रक,मेषक और अबेदनगो थे। परमेष्वर ने इन चारों जवान यहूदियों को विष्ोष रूप से आषीषित किया था। जब नबूकदनेस्सर राजा ने, उनसे प्रष्न किया,
‘‘जो कुछ राजा उन से पूछता था वे राज्य भर के सब ज्योतिषियों व तंत्रियों से दस गुणे निपुण ठहरते थे।'' (दानियेल 1:20)
राजा ने उनके द्वारा किये गये न्याय पर विष्वास करना सीखा और उन पर सलाहकार के रूप में भरोसा किया। असल में, राजा ने दानियेल को उसका हाकिम ठहराया, राजा के उपरांत बेबीलोन में उसी का षासन चलता था। राजा ने दानियेल को उसका हाकिम ठहराया, राजा के उपरांत बेबीलोन में उसी का षासन चलता था। राजा ने दानियेल को अधिकारी बनाकर उसके हाथ के नीचे षद्रक, मेषक और अबेदनगो को ऊंचे सरकारी पदों पर रखा।
अब राजा ने नब्बे फीट ऊंची सोने की मूर्ति बनाई, और लोगों के लिये यह आवष्यक कर दिया कि वह मूर्ति की आराधना करें। बेबीलोन के सभी अधिकारी एक विष्ोष दिन उस मूर्ति को दंडवत करने के लिये इकटठा हुए। राजा ने उदघोषक द्वारा जोर षोर से घोषणा करवाई कि जो कोई मूर्ति के सामने झुकने और दंडवत करने से इंकार करेगा ‘‘वह धधकते हुए भटठे के बीच में डाल दिया जाए'' (दानियेल 3:11)। षद्रक, मेषक और अबेदनगो, इजरायल के परमेष्वर यहोवा की आराधना करते थे। अतः उन्होंने राजा की बनवाई मूरत के आगे झुकने से इंकार कर दिया।
कसदी ज्योतिषी उन यहूदी पुरूषों से यूं ही ईर्ष्या रखते थे। अतः वे उनके विरूद्ध षिकायत लेकर राजा के पास गये,
‘‘उन पुरूषों ने, हे राजा, तेरी आज्ञा की कुछ चिंता नहीं की वे तेरे देवता की उपासना नहीं करते और जो सोने की मूरत तू ने खडी कराई है, उसको दंडवत नहीं करते'' (दानियेल 3:12)
राजा नबूकदनेस्सर बहुत गुस्से से भर गया। उसने जल जलाहट में आकर षद्रक,मेषक और अबेदनगो को बुलवाया। उसने उनसे कहा कि अगर वे मूर्ति को गिरकर दंडवत नहीं करेंगे तो वह उन्हें धधकते हुए भटठे में डाल देगा। उनका उत्तर बडा ही विषिष्ठ था। हमारे डीकन मि. मेन्षिया जानते हैं कि मुझे उनका उत्तर बडा ही अच्छा लगता है, इसलिये उन्होंने इन षब्दों को पटिये पर लिखकर, चर्च में मेरे डेस्क पर कई वर्षों से रखी हुई है। उस पर लिखा है,
‘‘हमारा परमेष्वर जिसकी हम उपासना करते हैं वह हम को उस धधकते हुए भटठे की आग से बचाने की षक्ति रखता है; वरन हे राजा, वह हमें तेरे हाथ से भी छुडा सकता है। परन्तु, यदि नहीं, तो हे राजा तुझे मालूम हो, कि हम लोग तेरे देवता की उपासना नहीं करेंगे, और न तेरी खडी कराई हुई सोने की मूरत को दंडवत करेंगे। (दानियेल 3:17-18)
हमारा परमेष्वर हमें छुडा सकता है, किंतु अगर नहीं भी छुडाता है तो भी हम तुम्हारी मूर्ति की पूजा नहीं करेंगे!
राजा उनके इस तरह उत्तर देने देने से गुस्सा हो गया। उसने अपने सेवकों को और अधिक भटठा सुलगाने को कहा। उसने अपने सैनिकों को आज्ञा दी कि उन यहूदियों को धधकती आग में डाल दें। अंततः राजा ने भटठे की तरफ देखा। उसे देखकर राजा को बडा अचरज हुआ! उसने कहा,
‘‘अब मैं देखता हूं कि चार पुरूष आग के बीच खुले हुए टहल रहे हैं, और उनको कुछ भी हानि नहीं पहुंची; और चौथे पुरूष का स्वरूप ईष्वर के पुत्र के सदृष्य है।'' (दानियेल 3:29)
राजा ने उन्हें भटठे में से बाहर निकलवाया। उसने उनके परमेष्वर को धन्य कहा, इजरायल के परमेष्वर को धन्य कहा। उसने कहा परमेष्वर ने ‘‘उसका दूत, भेजा और अपने विष्वास करने वाले सेवकों को छुडा लिया'' (दानियेल 3:28)। और तो और, नबूकदनेस्सर ने तीनों जवानों को उनके पुराने पद लौटा दिये। राजा ने यह आदेष जारी कर दिया कि कोई भी इजरायल के परमेष्वर के विरूद्ध नहीं बोल सकता है; और उसने यह भी कहा,‘‘ऐसा कोई देवता नहीं जो इस रीति से बचा सके'' (दानियेल 3:29)
इन पदों का एक ही प्रारंभिक प्रगटीकरण है। किंतु इसमें और भी अर्थ निहित है!
2. दूसरा, समस्त पदो के कई प्रायोगिक उपयोग हैं।
‘‘एक अर्थ किंतु कई उपयोग'' - यह हर्मेन्यूटिक्स का नियम है - बाईबल के विज्ञान की व्याख्या। मैं इस पद के कुछ प्रमुख उपयोग भी सोच रहा हूं।
इसका पहला उपयोग, बेषक, उन यहूदियों के लिये था जो बेबीलोन में बंदी बनाकर ले जाये गये। उनके सामने बडी परीक्षा थी कि वे अपने आस पास फैले गैर देवता के रीति रिवाज, में घुल मिल जाते; और धीरे - धीरे परमेष्वर के लोग कहलाने से विमुख हो जाते। दानियेल का ष्ोर की मांद में डाला जाना और बच जाना, तीन यहूदियों का भटठी में डाला जाना और बिना जले बाहर आ जाना, यह उन बंदी बनाये यहूदियों के लिये विष्वास का नमूना था कि उन्हें भी उनकी धरोहर और विष्वास को नहीं त्यागना चाहिये।
यही उदाहरण मसीहियों के ऊपर भी लागू होता है। इन दिनों मे हमारे इवेंजलिकल चर्चेस में हम बडे अस्थिर कहलाये जाने वाले काल में रह रहे हैं। मैंने स्वयं, अपने जीवन में, देखा है कि हमारे चर्चेस ने मध्य सप्ताह की प्रार्थना सभा रखना बंद कर दी है और षाम की आराधना भी बंद कर दी गई है। मैंने देखा है कि सुसमाचारीय प्रचार, जो कि वास्तविक प्रचार है, लगभग हमारे चर्चेस से गायब ही हो गया है। लोग अब बडे कोमल बाईबल अध्ययन करवाते हैं, बजाय संदेष प्रचार करने के यह हमारे मूल चर्चो में भी व्याप्त है। मैंने देखा है चर्चों ने तो मसीही गीत की पुस्तकें भी फेंक दी हैं, जो हमारे विष्वास को प्रगट करने वाले महान गीत हुआ करते थे। मैंने देखा है वे उथली कोरस गाया करते हैं जो आत्मा को तृप्त नहीं करती। मैंने देखा है पास्टर्स ने अपने पहिनावे में टाई लगाना छोड दी है और पुलपिट पर स्पोर्टस षर्ट पहनकर खडे होते हैं और लोगों को कहते हैं कि उन्हें उनके प्रथम नाम से पुकारा करें। पुलपिट की गरिमा व उसकी ताकत अब भूली बिसरी बात हो गई है। मैंने देखा है चर्च के जवान बच्चे भटक रहे है लडके टी-षर्टस में हैं और लडकियां मिनी स्कर्ट में घूम रही है। अब जवान लोग अधिकतर दलाल, पतित और नष्ोडी दिखाई देते हैं बजाय एक अच्छे बैपटिस्ट दिखाई देने के! हम लोग संसार के साथ ही घुल मिल गये हैं। हम इतने अधिक संसार में रच बस गये हैं कि यह फर्क करना मुष्किल हो जाता है कि कौन मसीह का अनुयायी है और कौन अविष्वासी! हां, यह बहुत बुरी बात है! दानियेल की पुस्तक में तीन इब्री जवान कहते हैं, ‘‘हम इस संसार में घुलने वाले नहीं हैं। हम इस संसार में काम भी करेंगे, हम इस संसार के साथ सीखेंगे भी, इस संसार के साथ नम्र भी बने रहेंगे। किंतु हम बस इतनी ही दूर जायेंगे - इससे आगे नही - चाहे जो हो हम इस संसार के साथ समझौता नहीं करेंगे!''
‘‘हमारा परमेष्वर जिसकी हम उपासना करते है बचाने की षक्ति रखता हैैं... परन्तु, यदि नहीं, तो हे राजा तुझे मालूम हो कि हम लोग तेरे देवता की उपासना नहीं करेंगे, और न तेरी खडी कराई हुई सोने की मूरत को दंडवत करेंगे।''(दानियेल 3:17,18)
हम उठ खडे होंगे और बाईबल की रक्षा करेंगे जब कभी लोग इस पर प्रहार करेंगे। हम कॉलेज के प्रोफेसर्स को जवाब देंगे जब वे हमारे गले विकासवाद और आस्तिकवाद की बातें उतारना चाहते हैं। हम रोज परेड में हिस्सा नहीं लेंगे, और न ही हम पांच मिनिट के लिये भी मसीहत के विरूद्ध प्रचार जो रथ से किया जाता है, बर्दाष्त करेंगे! हम रोज परेड कतई नहीं देखेंगे जब तक कि वे रथ पर चढ - चढकर हमारे विरूद्ध प्रहार करते हैं और हमारे विष्वास का आधार बाईबल और उसकी बातों को अस्वीकार करते हैं! और अगर उससे हम परेषानी में पडते हैं - तो पडने दीजिये!
‘‘परन्तु, यदि नहीं, तो हे राजा तुझे मालूम हो, कि हम लोग तेरे देवता की उपासना नहीं करेंगे, और न तेरी खडी कराई हुई सोने की मूरत को दंडवत करेंगे!'' (दानियेल 3:17,18)
और हम इस खोए हुए संसार से भी कहते हैं, ‘‘हम तुम्हारे विद्यालयों में चल रहे नृत्यों को भी नहीं देखेंगे! हम तुम्हारे साथ पकायेंगे भी नहीं, भले ही वह वैद्यानिक क्यों न हो! हम तुम्हारी पोर्नोग्राफी भी नहीं देखेंगे! हम तुम्हारे उदाहरण पर चलकर हमारे बच्चों का गर्भपात नहीं करेंगे! हम तुम्हारे उदाहरण पर चलकर हमारे बच्चों का गर्भपात नहीं करेंगे! हम तुम्हारी पार्टीज में जाने के लिये हमारे चर्च को नहीं छोडेंगे! कभी नहीं! कभी नहीं! कभी नहीं! हम ये सब बातें कभी नहीं करेंगे!''
‘‘हमारा परमेष्वर जिसकी हम उपासना करते है बचाने की षक्ति रखता हैैं...... परन्तु, यदि नहीं, तो हे राजा तुझे मालूम हो कि हम लोग तेरे देवता की उपासना नहीं करेंगे, और न ( तेरी ) खडी कराई हुई सोने की मूरत को दंडवत करेंगे!'' (दानियेल 3:17,18)
कभी नहीं! कभी नहीं! कभी नहीं! कभी नहीं! कभी नहीं! कभी नहीं!
हमारे पितरों का विष्वास! अभी भी जिंदा है
चाहे कैद में, आग में या तलवार से परखोः
देखो हमारे दिल खुषी से उछले जाते हैं
जब जब हम उस महान संदेष को सुनते हैं!
हमारे पितरों का विष्वास, ओह वह पवित्र विष्वास!
हम मरते दम तक इस पर कायम रहेंगे!
(‘‘हमारे पितरों का विष्वास'' फ्रेडरिक डब्ल्यू,फेबर, 1814-1863)
हम परमेष्वर के पुत्र के साथ आग की भटठी में चलेंगे! हम आग में होकर चलेंगे भले ही परमेष्वर हमें जलने ही क्यों न दे! हम तुम्हारे सेक्स रूपी देवता, पोर्नोग्राफी, नष्ो की दवायें और भौतिकतावाद के आगे सिर नहीं झुकायेंगे। हम परमेष्वर के पुत्र के साथ आग की भटठी में से होकर चलेंगे!
हमारे पितरों का विष्वास, ओह वह पवित्र विष्वास!
हम मरते दम तक इस पर कायम रहेंगे!
तब, एक और, इसका उपयोग है उन मसीहियों के जीवन में जो बडी परीक्षा में से होकर गुजर रहे हैं। कोई आपको यह नहीं सिखाने पाये कि हम सच्चे मसीही का जीवन हमेषा आसान होता है। मसीह ने हमसे कहा है,
‘‘यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप का इंकार करे, और अपना क्रूस उठाए, और मेरे पीछे हो ले'' (मत्ती 16:24)
और प्रेरित पौलुस ने कहा, ‘‘हमें बडे क्लेष उठाकर परमेष्वर के राज्य में प्रवेष करना होगा'' (प्रेरितों के काम 14:22) अगर आप मसीह के सच्चे चेले हो, तो आपको कई कठिनाइयों व परीक्षाओं से होकर चलना होगा। परन्तु यीषु ने कहा है,
‘‘धन्य हो तुम, जब मनुष्य मेरे कारण तुम्हारी निंदा करे और सताए और झूठ बोल बोलकर तुम्हारे विरोध में सब प्रकार की बुरी बात कहें। आनंदित और मगन होना क्योंकि तुम्हारे लिये स्वर्ग में बडा फल है इसलिए कि उन्होंने उन भविष्यवक्ताओं को जो तुम से पहिले थे इसी रीति से सताया था'' (मत्ती 5:11-12)
चाहे तुम किसी भी परीक्षा या क्लेष से गुजरो, यीषु ने हमें दिलासा दिया है, ‘‘मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न त्यागूंगा'' (इब्रानियों 13:5) स्मरण रखिये कि उस धधकती हुई भटठी में उन तीन इब्री पुरूषों के साथ चौथा पुरूष भी था, ‘‘और उस चौथे पुरूष का रूप परमेष्वर के पुत्र के समान था'' (दानियेल 3:25) यीषु, परमेष्वर का पुत्र, उनके साथ आग की भटठी में भी था! यीषु अपने अवतारवाद के पूर्व, उनको आग में से बिना हानि के लेकर चला। उस पर भरोसा रखो, और वह आपको जीवन की भयानक परीक्षाओं में से भी सुरक्षित ले चलेगा। विष्वास का एक महान गीत जिसके षब्द यीषु के मुंह में हैं, और ऐसे ही षब्द वह हमारे लिये कहता है!
जब कठिन परीक्षाओं में से होकर जीवन का रास्ता हो,
तुम्हारे लिये मेरा अनुग्रह ही काफी है;
उस आग की लपटें तुम्हे जला न सकेंगी, मैं जो निर्मित करता हूं
तुम्हारी अषुद्धता भी षुद्ध की जायेगी, और तुम्हारा सोना भी ताया जायेगा।
(‘‘कैसी पक्की नींव है'' रचना लेखक अज्ञात)
किंतु डॉ0 देहान ने हमें एक ओर हर्मेन्यूटीकल बिंदु विचार के लिये दिया है।
3. तीसरा, अधिकतर धर्मषास्त्रों में भविष्यवाणी का प्रकाषन भी निहित है।
डॉ0देहान ने सही कहा था कि, ‘‘तीन इब्रानी पुरूष अन्य जाति के मध्य इजरायल की तस्वीर है। उन्हे दुख व सताव रूपी भटठी में डाल दो वे समस्त मनुष्य के मानकों से तो नष्ट हो जायेंगे, किंतु चमत्कारिक रूप से बच जायेंगे, मनुष्य जाति (यहूदी-विरोधी) का घृणात्मक जातिगत विरोध और सताव में भी वे बच जायेंगे, क्योंकि वे परमेष्वर के साथ बांधी गई वाचा के लोग हैं और इसलिये अंततः वे अदभुत रूप से छुडाये जायेंगे और राष्ट्र राष्ट्रों में सम्मान पाऐंगे'' (देहान, पृष्ठ 73-74)
प्रत्येक गैर यहूदी देष ने कहीं न कहीं किसी बात पर यहूदियों को सताया है। मिस्र, बेबीलोनिया, यूनान, रोम, स्पेन, फ्रांस, रूस और जर्मनी प्रत्येक देष - ने यहूदियों को सताया है, और उन्हे निर्वासित करने का प्रयास किया है। किंतु वे सब असफल रहे क्योंकि इजरायल परमेष्वर का सदैव बना रहने वाला राष्ट्र है! अब ईरान सोचता है कि वह इजरायल को नष्ट कर सकता है! ऐसा उन्होंने बारंबार कहा है। किंतु मेरा उनसे कहना है, ‘‘तुम से अधिक मजबूत राष्ट्रों ने यहूदियों को निर्वासित करने की कोषिष की। सब असफल रहे - और तुम भी रहोगे!'' परमेष्वर इजरायल के साथ सदैव दुख की भटठी में भी बना रहा, और परमेष्वर उन्हें अब नष्ट नहीं होने देगा! आप जानते हैं, परमेष्वर ने अब्राहम के साथ एक वाचा बांधी थी जो तोडी नहीं जा सकती। परमेष्वर ने संरक्षकों से यही कहा था कि कनान देष सदैव के लिये यहूदियों को दिया जा चुका है!
‘‘उसी दिन यहोवा ने अब्राहम के साथ यह वाचा बांधी, कि मिस्र के महानद से लेकर परात नाम बडे नद तक जितना देष है''(उत्पत्ति 15:18)
‘‘और मैं तुझ को, और तेरे पष्चात तेरे वंष को भी, यह सारा कनान देष, जिस में तू परदेषी होकर रहता है, इस रीति दूंगा कि वह युग युग उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेष्वर रहूंगा''(उत्पत्ति 17:8)
सदियों से, यहूदी सताये जा रहे हैं - कभी झूठे मसीहियों द्वारा, क्योंकि lPps मसीही तो परमेष्वर की वाचा से बंधे लोगों को कभी नुकसान नहीं पहुंचा सकते! किंतु येषुआ (यीषु) हमेषा से भटठी में चलने वाला चौथा मनुष्य है, जो यहूदियों के दुख व परीक्षा में सदैव साथ रहता है - और अंततः उन्हे गैर यहूदियों के ऊपर जीत हासिल करवाता है! अंत में प्रेरित पौलुस की षब्दषः भविष्यवाणी पूरी होगी। क्योंकि उसने कहा था, ‘‘और इस रीति से सारा इजरायल उद्धार पाएगा, जैसा लिखा है, कि छुडाने - वाला सिय्योन से आएगा, और अभक्ति को याकूब से दूर करेगा'' (रोमियों 11:26)
अंत में, हम उस भटठी में तीन इब्री मित्रों के साथ चल रहे चौथे मनुष्य के विषय में सोचे। नबूकदनेस्सर ने कहा था वह ‘‘एक स्वर्गदूत'' था (दानियेल 3:28) ‘‘स्वर्गदूत'' का साधारण सा अर्थ है ‘‘संदेषवाहक।'' पुराने नियम में ‘‘प्रभु का दूत'' अर्थात यीषु का पूर्व अवतारवादी रूप प्रगट हुआ है। उदाहरण के लिये,‘‘प्रभु का दूत'' मनोह के सामने जो सेमसन के पिता थे, प्रगट हुआ। बाईबल कहती है,
‘‘तब मानोह ने जान लिया कि वह यहोवा का दूत था। तब मानोह ने अपनी पत्नी से कहा, हम निष्चय मर जाऐंगे, क्योंकि हम ने परमेष्वर का दर्षन पाया है'' (न्यायियों 13:21-22)
तो, परमेष्वर का वह दूत, यीषु था जो त्रिएकत्व का दूसरा व्यक्ति है जो मरियम के गर्भ में आने से पहले पुराने नियम काल में प्रगट हुआ है।
दानियेल 3:25 में भी राजा ने धधकती हुई भटठी को देखा और कहा,‘‘चौथे जन का रूप परमेष्वर के पुत्र के समान है'' डॉ0जे.वर्नान मैगी ने कहा था, ‘‘मैं विष्वास करता हूं कि चौथा मनुष्य,परमेष्वर का पुत्र और, पूर्व अवतरित मसीह था'' (जे.वर्नान मैगी, टी.एच.डी., थ्रू द बाईबल, थॉमस नेलसन पब्लिषर्स,1982,वॉल्यूम 3,पृ.,547; दानियेल पर व्याख्या 3:25)
यीषु के वह कैसे अदभुत गुण थे कि वह जमीन पर आया और लोगों के द्वारा क्लेष भोगा और अस्वीकार किया गया - और अंत में उन्हे बचाया! वह स्वर्ग से उतर कर आया, कुंवारी मरियम के गर्भ से उत्पन्न हुआ। वह ‘‘प्रभुओं के प्रभु और राजाओं के राजा'' के रूप में ‘‘नहीं उतरा'' जब वह पहले क्रिसमस पर बैतलहम में पैदा हुआ। वह राजाओं के राजा के रूप में भविष्य में आएगा - उसका द्वितीय आगमन होगा। किंतु वह मरियम के गर्भ में होकर हमको बचाने आया - जैसे वह धधकते भटठे में तीन बहादुर यहूदी हीरो को बचाने आया था!
यीषु दुख उठाने के लिये इस संसार में उतर कर आया, ताकि उसके लोगों को नरक की धधकती ज्वाला से बचाये! हम सभी को नरक ‘‘की उस धधकती हुई आग जो कभी बुझती नहीं है'' में जलना था। किंतु यीषु हमारे बदले में मरने और कू्रस पर हमारे पापों का दंड स्वयं अपने ऊपर लेकर भरने आया। परमेष्वर ने हमारे समस्त पाप ‘‘उसके षरीर में डाल कर उसे पेड पर टांग दिया'' - क्रूस के ऊपर (1पतरस 2:24)। और इस तरह, यीषु ने उसके लोगों के समस्त पापों का हमारे बदले में प्रायष्चित किया और हमारे एवज में दंड चुकाया।
वह तीन दिनों तक कब्र में मृत रहा किंतु, प्रथम ईस्टर रविवार, के दिन यीषु षारीरिक रूप में - जीवित हुआ मांस और हडिडयां - मृतकों में से सषरीर जीवित हुआ। वह स्वर्ग पर वापस चला गया, और अब आपके लिये परमेष्वर से विनती करता है, और परमेष्वर पिता के सीधे हाथ विराजमान है।
जब आप अपने हृदय में यीषु पर विष्वास रखते हो, वह आपके पापों को माफ करता है और उनको उसके लहू से षुद्ध करता है। जब आप अपने हृदय में यीषु पर विष्वास रखते हो, वह आपको पाप से बचाता है, और आपको खोई हुई निराष जिंदगी से बाहर निकालता है - जैसे उसने तीन इब्री मित्रों को धधकती आग से बाहर निकाला था! आमीन!
अगर आप यीषु के पास आने के विषय पर बात करना चाहते हैं - तो कृपया उठकर अॉडिटोरियम के पिछले भाग में आ जाइये। डॉ0 कैगन आपको दूसरे कक्ष में ले जाऐंगे जहां हम बात कर सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं। डॉ0 चान, कृपया आइये और प्रार्थना कीजिये कि आज की रात कोई यीषु पर विष्वास लाये।! आमीन।
(संदेश का अंत)
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संदेष के पूर्व बाईबल में से पढा गया श्री ऐबेल प्रुद्योमें द्वाराः (मत्ती 1: 18-23)
संदेष के पूर्व एकल गीत श्री बैंजामिन किनकैद ग्रिफिथ द्वारा गाया गया :
(‘‘हमारे पितरों का विष्वास'' फ्रेडरिक डब्ल्यू,फेबर, 1814-1863)
रूपरेखा परमेष्वर के पुत्र के साथ आग में से होकर चलना! द्वारा डॉ0 आर.एल.हिमर्स,जूनियर ‘‘फिर उसने कहा, अब मैं देखता हूं कि चार पुरूष आग के बीच खुले हुए टहल रहे हैं, और उनको कुछ भी हानि नहीं पहुंची; और चौथे पुरूष का स्वरूप ईष्वर के पुत्र सदृष्य है'' (दानियेल 3:25)
1- प्रथम, समस्त धर्मषास्त्र का एक ही प्रारंभिक प्रगटीकरण है,
2- दूसरा, समस्त पदो के कई प्रायोगिक उपयोग हैं,
3- तीसरा, अधिकतर धर्मषास्त्रों में भविष्यवाणी का प्रकाषन भी निहित है, |