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जनसमूह का तूफान THE GATHERING STORM डॉ. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की ‘‘परंतु जैसे नूह के दिन थे, वैसा ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा। क्योंकि जैसे जल-प्रलय से पहले के दिनों में, जिस दिन तक कि नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उनमें विवाह होते थे, और जब तक जल-प्रलय आकर उन सब को बहा न ले गया; तब तक उनको कुछ भी मालूम न पड़ा, वैसे ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा'' (मती 24:37-39)। |
उनकी प्रसिद्ध किताब जनसमूह का तूफान में विन्स्टन चर्चील ने कहा कैसे इग्लैंड सोता रहा जब हिटलर के जर्मनी में दुश्टों की सेना ने युद्ध की तैयारियाँ की। इग्लैंड तैयार नहीं था क्योंकि उन्होंने सोचा वहाँ सदा ही षान्ति रहेगी। सिर्फ चर्चिल जानते थे कि वे नाष के किनारे पर जी रहे थे। किसी ने उनकी चेतावनीयाँ नहीं सुनी! और ऐसा ही फिर से हमारे समय में है। बाइबल कहता है,
‘‘जब लोग कहते होंगे, कुषल है, और कुछ भय नहीं; तो उनपर एकाएक विनाष आ पड़ेगा ... और वे किसी रीति से न बचेंगे'' (1 थिस्सलुनीकियों 5:3)।
रषिया के लेखक एलेक्झान्डर सोल्झेनीट्सीन ने कहा, ‘‘दुश्टों की सेना ने उनका निष्चित क्षतिकर षुरू कर दिया है''। पाठ जिसका षीर्शक है ‘‘आता हुआ अन्धेरा'' में डॉ. एडवार्ड हिन्डसन ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम खोदाई कर रहे है जो षायद अच्छा हो बाइबल संबंधी मसीहीता के विरूद्ध आखरी घातक आक्रमण होना'' (एड. हीन्डसन, पीएच.डी., अंतिम चिन्ह, हार्वेस्ट हाऊस, 1996, पृश्ठ. 77)।
मसीही बनने से पहले चार्ल्स कोल्सन राश्ट्रपति निक्सन के उच्च सलाहकार थे। उदार लोगों ने उन्हें कहा निक्सन का ‘‘बसूला आदमी''। अपने परिवर्तन के बाद कोल्सन ने निर्देष किया की रोमी साम्राज्य अपने आप में इतना भ्रश्ट हो गया था कि यह गिरा अषिक्षित बार्बेरीयन के युद्ध करनेवाले समुदाय पर। उन्होंने कहा, ‘‘अन्धेरे युगों के बार्बेरीयन संस्कृति के सामने कलीसिया को अकेले खड़ा होना पड़ा'' (ibid., पृश्ठ. 78)। परंतु आज कलीसिया स्वयं इतने भ्रश्ट हो गए है कि वे हमारी षिश्टता को बचाने बहुत थोड़ी सी आषा देते है। डॉ. कार्ल एफ. एच. हेन्री, प्रधान सुसमाचार प्रचारक विद्वान, ने कहा, ‘‘संगठित मसीहीता पर मायाजाल से मुक्ति ऊँचे उठ़ रही है; कोई भी इसे देख सकता है कलीसिया में हाजरी के कम होने की सरासरी में ... एक पूर्ण पीढ़ी बढ़ रही है ... कोई अनन्त चिन्ता नहीं ... निर्दय उक्साते है क्षयहोनेवाली षिश्टता के मर्त्य षरीर में और पहिले ही दुर्बल कलीसिया की परछाँइयों में लज्जित होते है'' (कार्ल एफ. एच. हेन्री, पीएच.डी., ट्वीलाइट् ओफ ए ग्रेट सीवीलायझेषन, क्रोसवे बुक्स, 1988, पृश्ठ. 17)।
डॉ. हेन्री ने कहा, ‘‘महान् गहराई के फव्वारे हमारे समय में तोड़े गए है। संस्थाएँ जो हजार वर्शो के लिए दृढ़ थी वे बहा दी गई, और ... हमारे सामने प्रष्न है, षिश्टता का पूर्ण निर्माण जीवित रहेगा या नहीं'' (ibid., पृश्ठ. 16)। उन्होंने कहा, ‘‘बार्बेरीयन आ रहे है। हमारी सारी वैज्ञानिक प्राप्तीयों का गलत इस्तेमाल हो सकता है उन आनेवाले बार्बेरीयनों द्वारा उनके क्रूर और निश्ठुर कामों के लिये। हिटलर और नाजीस् पहले ही [इस्तेमाल] कर चुके है वैज्ञानिक जानकारी लोगों को जलाने लाखों को उस तीव्र समर्थ वायु कक्षों में। स्टेलीन और दूसरे पूर्ण निश्ठुर षासक ने बहुत पहले सीखा था कि कैदी जनसंघ हेतु ने किए होते हजारो [जनसमूदाय] आधुनिक आदमीयों के दास'' (ibid.)।
लगता है मुख्य उदार हेतु आज वही कर रहे है - बराक ओबामा द्वारा ली गई हरएक स्थिति को रबर मुहर द्वारा मान्य कराना। कोन्ग्रेसमेन रेन्डी फोर्ब्स ने कहा, ‘‘इस [राश्ट्रपति] का कार्य धार्मिक आज़ादीयों की सबसे ज्यादा निंदा करनेवाला है ... कोई भी षासन का मैंने जाना हो या पढ़ा हो हमारे देष के इतिहास में'' (डीसीझन सामायिक, अक्तूबर 2013, पृश्ठ. 17)। बीषप हेरी जेकसन, राश्ट्र के प्रसिद्ध आफ्रिकन - अमरिकन धार्मिक आगेवानों में से एक, और एक पंजीकृत प्रजातन्त्रवादी, ने कहा ओबामा परंपरागत मसीहीता के षत्रु बन गए है और वह कि राश्ट्र ‘‘बहुत बड़ी कटोकटी के पल में'' है (ibid.)। उन्होंने कहा कि हम ‘‘संकट के किनारे की षिश्टता पर'' है (ibid., पृश्ठ. 19)। बोब वुडवार्ड, उदार पत्रकार जिन्होंने वोटरगेट को प्रकट करना षुरू किया था, भी चिन्तित है। उन्होंने फोक्स समाचार के बील ओ‘रेली को कहा, ‘‘वहाँ है गहरा, गहरा सन्देह इस व्हाइट हाऊस के बारे में बहुत से स्थानों में, और यह ना सिर्फ आपके नेटवर्क से या दाहीनी-षाखा या स्थितिपालकों से है'' (ibid., पृश्ठ. 19)। बहुत से सुसमाचार प्रचारक मानते है कि बराक ओबामा सबसे खतरनाक आदमी है जो व्हाइट हाऊस में रहे हैं उनमें। बीली ग्रेहाम के डीसीझन सामायिक ने कहा ओबामा ने अमरिका को ‘‘नश्ट होनेवाली राह'' पर रख दिया है जैसे ‘‘राश्ट्रपति बाइबल संबंधी आदर्षों और धार्मिक स्वतंत्रता को नीचा करते है'' (ibid., पृश्ठ की मुख्य कहानी)। उसी सामायिक में, आदरणीय डॉन वील्टन, प्रधान बेपटीस्ट याजक ने कहा, ‘‘ष्ौतान को हरएक जीवित आदमी को नश्ट करना है और छल और दूसरे मौजूद तरीकों के द्वारा। उसका लक्ष्य है जीतना, चुराना, हिस्सा करना और नाष'' (ibid., पृश्ठ 29)।
अमरिका में मसीहीता के पतन में षामिल किया गया है युद्ध में लगे हुए इस्लाम का उठ़ना। पिछले महिने सिर्फ ईजीप्त एकेले में 80 मसीही कलीसिया पर बम फेंके गए थे मुसलमानों द्वारा। उसमें से एक कलीसिया इमारत चौथी सदी से थी! उन्होंने इसे कुछ दिनों पहले टूकड़ों में उड़ा दिया! अब मुसलमान आक्रमण करते है मसीहीता पर अनोखे प्रमाण में संपूर्ण संसार में। और ईरान परमाणु बम बनाने की तैयारी में है। उनके नेताओं ने बार-बार कहा वे इस्त्राएल और युनाइटेड स्टेटस् को नश्ट कर देंगे। वे न्युक्लियर हथियार बनाने उत्त्ोजना से काम कर रहे है।
एक और बड़ी परेषानी आपकी पीढ़ी सामना कर रही है वो है अर्थतंत्र की कटोकटी। दृश्टांत के तौर पर, आदमी का एमॅझोन बरसाती जंगलो का नाष करना टाइम सामायिक द्वारा कहा गया है, ‘‘इतिहास की एक सबसे बड़ी दुर्घटना'' (18, सितंबर, 1989, पृपृश्ठ. 76-80)।
पिछले बुधवार ही (2 अक्तूबर, 2013, पृश्ठ. एए 1) को लोस एंजलिस टाइम्स के पास वृतान्त था योष्ोमीस्ट की सबसे बड़ी बर्फीली चट्टान पर। लेख ने कहा, ‘‘पार्क में सबसे बड़ा बर्फ का जथ्था मृत्यु चक्राकार में था, भूतत्वषास्त्री कहते है''। ग्रेग स्टोक, पार्क के भूतत्वषास्त्री, ने कहा, ‘‘हम देते है 20 वर्श या इतने अस्तित्व के वर्श - फिर यह नश्ट हो जाएगा, पीछे पथराल मलबा छोड़ते हुए।'' लेख कहता है कि बर्फ के इस जथ्थों का नश्ट होना ‘‘भी संसार में हो रहा है। बड़ी बर्फीली परतें कम हो रही है, उत्साही चिन्तित है बाहरी स्थानों की पर्यावरण संबंधी पद्धति के आगे क्या होगा उसके बारे में।'' विष्वव्यापी गर्म तापमान हमारे जीवन के पूरे तरीकों को बदलेगा अगले थोड़े दषकों में।
डॉ. हीन्टसनने दी सबसे भयानक परेषानी, ‘‘आज युनाइटेड स्टेट्स, ग्रेट ब्रिटन, फ्रान्स, रषिया, चीन, इस्त्राएल और भारत के पास परमाणु हथियार पहले से है ... यह सिर्फ समय की बात है जब तक अनिवार्य विपत्ति हमला करे'' (ibid., पृपृश्ठ. 87, 88)।
बहुत से वैज्ञानिक भविश्य के बारे में निराषावादी हैं। उन में से एक ने कहा, ‘‘अब यह मुमकिन है मानवजाति का नाष एक ही दिन में करना''। परंतु केनेडा के वैज्ञानिक ने उनको उत्तर दिया और कहा, ‘‘आप गलती कर रहे हो। अब सारी मानवजाति का नाष करना मुमकिन है एक ही मिनट में'' (बीली ग्रेहाम, ध चेलेन्जीस : सर्मन्स फ्रोम मेडीसन स्केवर गार्डन, डबलडे एन्ड कम्पनी, 1969, पृश्ठ. 158)। बाइबल कहता है,
‘‘प्रभु का दिन चोर के समान आ जायेगा; उस दिन आकाष बड़ी हड़हड़ाहट के षब्द से जाता रहेगा, और तत्व बहुत ही तप्त होकर पिघल जाएँगे और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाएँगे'' (2 पतरस 3:10)।
वह दिन आ रहा है। यह अनिवार्य है। ‘‘प्रभु का दिन चोर के समान रात को आ जाएँगा''। आप चोर के आने की अपेक्षा मत करो। परंतु अचानक वह आता है - बिना चेतावनी के! और उसी तरह न्याय आएगा। लोग तैयार न होंगे! बड़ी बहुमती तैयार न होगी! ‘‘प्रभु का दिन चोर के समान रात को आ जायेगा।''
एक दिन चेले यीषु के पास आए जैतुन के पहाड़ पर, यरूषलेम से थोड़ा बाहर। उन्होंने उनको एक प्रष्न पूछा, ‘‘तेरे आने का, और जगत के अन्त का क्या चिन्ह होगा?'' (मती 24:3)। उन्होंने उनको वह प्रष्न पूछने के लिये डांटा नहीं। बदले में उन्होंने उनको अंत के बहुत से चिन्ह दिये। उन्होंने एक चिन्ह के लिये पूछा था, परंतु उन्होंने उनको ‘‘जगत के अंत के'' बहुत चिन्ह दिये। उन्होंने कहा वहाँ बहुत से झूठे मसीह होंगे, और बहुत से झूठे भविश्यवक्ता। यह समय होगा आत्मिक नाष का। हमारे समय में वहाँ झूठे ‘‘मसीह'' है धार्मिक विष्वास के, और ज्यादातर बड़े धार्मिक पाठषालाओं में थियोलोजीकल उदारमत संबंधी झूठे मसीह होंगे। मसीह ने कहा वहाँ पर अंतहीन युद्ध और युद्धो की अफवाएँ होंगी। पहले विष्वयुद्ध से संसार ने एक युद्ध के बाद दूसरे का अनुभव किया है। उदार थियोलोजी यनोंने सोचा कि मसीहीता जीतेंगी, और बीसवीं सदी में अनोखी षांति का युग लायेगी। परंतु उनकी आषाएँ पहले विष्वयुद्ध, और इसके बाद की असर द्वारा चूर चूर हो गयी। हेरी एमर्सन फोस्डीक, प्रसिद्ध उदार, ने मसीही पराकाश्ठा की स्थिति के विचार को छोड़ दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी के विचारों को हमारी पीढ़ी की विषाल घटनाओं द्वारा षासन किया गया हो, हम आषाहीनता नहीं टाल सकते।'' इसलिये बाइबल अस्वीकार करनेवाले उदार फिरे वर्तमानता पर उनकी निराषा और आषाहीनता में। वहाँ आज इतनी आषाहीनता है कि आत्महत्या अभी महाविद्यालय जानेवाले उम्र के युवा लोगों में मृत्यु का क्रमांक एक का कारण है! मैंने वह पिछले हफते ही पढ़ा एक लेख में। मसीह ने भी कहा वहाँ पर अकाल, और महामारी, और भूकंप, बढ़ेंगे जैसे यह युग अंत की ओर खींचा जाता है। उन्होंने कहा कि मसीही ‘‘सारे राश्ट्रो द्वारा तिरस्कृत होंगे मेरे नाम के कारण।'' उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिज्ञा करनेवाले मसीही एक दूसरे का विष्वासघात करेंगे, और एक दूसरे से नफरत करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वेच्छाचार और पाप इतने तीक्ष्ण बनेंगे कि मसीहीयों का एक दूसरे पर का प्रेम ठण्डा पड़ जायेगा। परंतु मसीह ने यह भी कहा कि सुसमाचार ‘‘सारे जगत में प्रचार किया जायेगा सारे राश्ट्रो की गवाही के लिये; और फिर अंत आयेगा।'' और फिर मसीह ने दिया एग बड़ा चिन्ह अंत का। उन्होंने कहा,
‘‘परंतु जैसे नूह के दिन थे, वैसा ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा। क्योंकि जैसे जल-प्रलय से पहले के दिनों में, जिस दिन तक कि नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उनमें विवाह होते थे, और जब तक जल-प्रलय आकर उन सब को बहा न ले गया; तब तक उनको कुछ भी मालूम न पड़ा, वैसे ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा'' (मती 24:37-39)।
चेलो ने मसीह से उनके आने के और जगत के अंत के चिन्हों के लिये पूछा था। उन्होंने उनको बहुत से चिन्ह दिये। फिर उन्होंने उनसे कहा कि अंत का समय, नूह के समय के समान जैसा होगा जब वह जिया था बड़े जल-प्रलय से पहले। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे जल-प्रलय से पहले के दिनों में ... वैसे ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा'' (मती 24:38, 39)। उन्होंने उनसे कहा, ‘‘जैसे यह था, वैसा ही यह अंत के समय में होगा। डॉ. एम. आर. डेहान्, विस्तृतरूप से आदरणीय बाइबल षिक्षक, ने बहुत चिन्ह दिये जो नूह के दिनों के विषिश्ट गुण थे। यहाँ है उनके दिये हुए छ़ चिन्हः
1. यह समय था धार्मिक स्व-धर्म त्याग का।
2. यह समय था सारे संसार में सफर करने का।
3. यह समय था षहर बनाने का।
4. यह समय था अनेक पत्नीयों से विवाह करने और जातीय संभोग की अधिकता का।
5. यह समय था जो षासित था जंगली संगीत द्वारा।
6. यह समय था अनोखे उत्पात का।
(एम. आर. डेहान्, एम.डी., ध डेयज़ ओफ नोह, नूह के दिन, झोन्डरवान प्रकाषन घर, 1979 की प्रत, पृश्ठ. 41)।
मेरे पास समय नहीं है वह सब विस्तार से समझाने के लिये। मैं सिर्फ आपको एक वाक्यखण्ड दूंगा नूह के दिनों पर धार्मिक प्रवचन से जो बीली ग्रेहाम ने प्रचार किया था 1969 में मेडीसन स्केवर गार्डन में। मुझे स्मरण है वह धार्मिक प्रवचन का टेलीव्हीझन पर देखना। उन्होंने कहा,
बाइबल सिखाता है कि युग के अंत की ओर यह समय होगा भय, युद्ध, नाष, स्वेच्छाचार, व्यभिचार का इतना बड़ा कि परमेष्वर को बीच में आना पड़ेगा और संपूर्ण चीजों को रोकना होगा ... (बीली ग्रेहाम, ‘‘ध डे टु कम'', ibid., पृश्ठ 164)।
नूह के दिनों की बात करते हुए, बाइबल हमें कहता है कि,
‘‘यहोवा ने देखा कि मनुश्यों की बुराई पृथ्वी पर बढ़ गई है, और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है वह निरन्तर बुरा ही होता है ... तब यहोवा ने कहा, मैं मनुश्य को जिसकी मैंने सृश्टि की है पृथ्वी के ऊपर से मिटा दूँगा'' (उत्पति 6:5,7)।
और यीषु ने कहा कि वे ‘‘और जब तक जल-प्रलय आकर, उन सब को बहा न ले गया; तब तक उनको कुछ भी मालूम न पड़ा, वैसे ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा'' (मती 24:39)। मैं चाहता हूँ आप मसीह के उन षब्दों पर ध्यान दे, ‘‘... जल-प्रलय आया, और उन सब को बहा ले गया''।
इस युग के अंत में वहाँ जल-प्रलय नहीं होगा। संसार जैसे हम जानते है अंत की ओर आना षुरू करेगा जब परमेष्वर उनके क्रोध को बाहर उंडेलेंगे है प्रकाषितवाक्य 16:1-21 के ‘‘प्रकोप के कटोरे'' में। ‘‘[प्रभु के] क्रोध की जलजलाहट'' उंडेल दी जायेगी इस दुश्ट पृथ्वी पर उस समय (प्रकाषितवाक्य 16:19)। संसार उस भयानक प्रकोप के लिये तैयार नहीं होगा। वे तैयार नहीं होंगे जैसे लोग नूह के दिन में, जब ‘‘जल-प्रलय आया, और उन सब को बहा ले गया'' (मती 24:39)। मैं चाहता हूँ आप उस पाठ की तीन बातों के बारे में ध्यान दे, महान् स्पर्जन के धार्मिक प्रवचन ‘‘नूह का जल-प्रलय'' से बटोरा हुआ।
।. पहला, ‘‘जल-प्रलय आया, और सब को बहा ले गया''।
महा जल-प्रलय के विनाष ने हरएक बिनबचाए लोगों को वेग से हटा दिया। वे सारे पानी की कब्र में डूब गए। एक भी बिनबचाया व्यक्ति बचाया नहीं गया। ‘‘जल-प्रलय आया, और सब को बहा ले गया'' (मती 24:39)। वे जो बहुत धनवान थे वे निगले गए क्रोधित जल-प्रलय में। गरीब भी बच नहीं सका। नहीं, जल-प्रलय आया, और सब को बहा ले गया। उस दिन के सीखे हुए विद्वान भी नहीं बचाए गये। नादान लोग भी डूब गए थे। मैं आपसे कहता हूँ, परमेष्वर के क्रोध के आनेवाले, दिन में ना ज्ञान नाही अज्ञानता आप को बचा सकते है!
जब नूह ने जहाज बनाया यह सबसे बड़ी नाव थी जो उस समय में कभी भी बनी हो। यह बहुत बड़ा जहाज़ था। उन दिनों में यह एक संसार का अजुबा था। नूह ने इसे सूखी भूमी पर बनाया, नदी या सागर से बहुत दूर। सारे संसार से लोग इसे देखने आए, जैसे आज वे डीझनीलेंड देखने को आते है। मैं सोच सकता हूँ उन्हें नूह को पागल आदमी बुलाते हुए। उनमें से बहुत आए दूर लंबे अंतर से यह राक्षसी जहाज देखने। और जैसे वे आए नूह ने उनको प्रचार दिया आनेवाले जल-प्रलय के बारे में। बाइबल उसे बुलाते है, ‘‘धर्म के प्रचारक'' (2 पतरस 2:5)। परंतु उसके प्रचार करने से वे परिवर्तित नहीं हुए। जब उसने उनको प्रचार दिया वे ना सिर्फ उससे फिर गए, परंतु उन्होंने निःसंदेहरूप से उसका उपहास भी किया। फिर भी जल-प्रलय आया और उन सब को बहा ले गया। जब प्रकोप आता है, वहाँ पर उपहास नहीं होगा। जब आप अधोलोक की ज्वाला में गिरते हो, आप इच्छा करोगे आपने सुसमाचार को सुना होता और मसीह पर भरोसा किया होता। परंतु तब बहुत देर हो चुकी होगी। आपका अविष्वास जा चुका होगा, परंतु फिर यह सदा के लिये बहुत देर हो चुकी होगी आपको बचाए जाने के लिये, जैसे यह था उनके लिये जब ‘‘जल-प्रलय आया, और सबको बहा ले गया''।
॥. दूसरा, जब जल-प्रलय आया वे सिर्फ संसार की बातों के लिये चिन्तित थे।
वे इस जीवन की बातों से इतने पकड़े गए थे कि वे अनंतता के लिये तैयार नहीं थे। मसीह ने कहा,
‘‘जेसे जल-प्रलय से पहले के दिनों में, जिस दिन तक कि नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उनमें विवाह होते थे'' (मती 24:38)।
सब जो उन्होंने सोचा वह था खाने, विवाह, करने और षराब की मेजबानी के बारे में।
आज रात 5:30 बजे यहाँ कलीसिया में हमारे पास सुन्दर विवाह होगा। बाद में हमारे पास मेजबानी का खाना होगा। उसमें कुछ भी गलत नहीं है। परंतु वो ही सिर्फ चीजें थी उन्होंने सोचा नूह के समय के बारे में। उन्होंने सोचा सिर्फ इस जीवन की चीजों के बारे में। उन्होंने अनंतता, और उनके आत्माओं के उद्धार के बारे में नहीं सोचा। वे आप जैसे किसी की तरह थे, जो सोचते है हर रविवार कलीसिया में आना समय की बर्बादी है। मैं कुछ महाविद्यालय के विद्याथीयों को सुनता हूँ, जो हमारे कलीसिया की मुलाकात लेने आते है, कहते है उन्हें रविवार को पढ़ना होता है। हमारे कलीसिया में हरएक युवा आदमी उच्च विद्यालय या महाविद्यालय में है। फिर भी वे जानते है उनके पास बहुत समय है पढ़ने अगर वे उनका समय बुद्धिमती से इस्तेमाल करेंं। हरएक सभा में हम आपको 12 मुद्दों का पर्चा देते है कैसे पढ़ना चाहिए उस पर। अगर आप उन मुद्दों का अनुकरण करते हो आपके पास बहुत समय होगा हरएक रविवार कलीसिया में होने, और फिर भी आपकी कक्षाओं में ‘अ' क्रमांक लोगे। मैं स्वयं महाविद्यालय से गुजरा रात में, जब कि हफते के दौरान दिन में चालीस घंटे काम करते हुए। परंतु मैंने पढ़ने के लिये कभी भी कलीसिया नहीं छोड़ा। और प्रभु ने मुझे आषीर्वाद दिये उन्हें पहले रखने के लिये। मेरे हर सभा में कलीसिया में रहने के निर्णय लेने से पहले मैं गरीब विद्यार्थी था। परंतु फिर मैंने प्रतिज्ञा की हर रविवार सुबह और हर रविवार रात कलीसिया में होने की। मेरी मसीह को वह प्रतिज्ञा करने के बाद मैंने काल स्टेट एल. ए. में प्रचलित परिमाण बनाया, चाहे में दिन के दौरान पूरे समय काम करता था, और रात में हरएक स्थानों पर 3 या 4 वर्ग लेता था! यीषु ने कहा,
‘‘पहले तुम परमेष्वर के राज्य, और उसके धर्म की खोज करो; तो ये सब वस्तुएँ भी तुम्हें मिल जायेगी'' (मती 6:33)।
मेरे अपने जीवन में मैंने साबित किया कि मसीह के वचन सत्य है। मैं परमेष्वर को पहले रखता हूँ कलीसिया में हरएक रविवार सुबह और हरएक रविवार रात को रहने के द्वारा, और परमेष्वर ने मुझे सहाय की महाविद्यालय में अच्छे क्रम बनाने। मेरा पुत्र लेस्ली अ दर्जे का विद्यार्थी था हिसाब में काल स्टेट नॉर्थरीड्झ में। उसने उसके वर्ग में पहले क्रमांक की स्नातकता प्राप्त की, और वह सम्मानित किया गया था जब वह स्नातक बना तब बिदाई के समय का भाशण देने चुने जाने द्वारा। उसने, भी, कभी भी रविवार सुबह और रविवार रात को कलीसिया आना नहीं चूका। अगर हम हमारे जीवन में कभी कलीसिया जाना न चूकने के द्वारा प्रभु को पहले रखते है, मसीहने वचन दिया था कि परमेष्वर के आषीर्वाद हमारे जीवन पर होंगे!
परंतु नूह के दिन में, और हमारे समय में, लोग सोचते है वह मूर्खता है। वे सोचते है उन्हें आवष्यकता है सेकड़ो घंटे वीडीयो खेल खेलने में और उग्र जातीय संबंधी उक्सानेवाले चलचित्र देखने में बिताने की। उनको, वह बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है कलीसिया में होकर प्रभु को पहले रखने से अधिक। परंतु पिछले हफ्ते एक लेख पढ़ा जिसने कहा कामोद्दीपक लेख या चित्र व्यसन है षक्तिषाली नषीली दवाओं की तरह। एक बार आप फँस जाओ यह वास्तविकता में असंभव है फिर से आज़ाद होना! सिर्फ मसीह आपको आज़ाद कर सकते है - और सिर्फ तभी अगर आप आपका जीवन पूरी तरह से उन्हें देने का वचन देते हो! वे जो मसीह का इन्कार करना जारी रखते है वे बहुत भारी कीमत चुकाएँगे उनकी पापभरी भौतिकता और सांसारिकता के लिये। जब प्रभु का प्रकोप संसार पर गिरता है वे तैयार नहीं होंगे। नूह के दिन में लोग तैयार नहीं थे जब ‘‘जल-प्रलय आया, और सब को बहा ले गया'' (मती 24:39)। बाइबल कहता है, ‘‘अपने परमेष्वर के सामने आने के लिये तैयार हो जा'' (आमोस 4:12)। क्या आप परमेष्वर के सामने आने के लिये तैयार हो? या आप नर्क में भेजे जाओगे, जहाँ, ‘‘आग नहीं बुझती''? (मरकुस 9:44)। ‘‘जल-प्रलय आया, और सब को बहा ले गया''।
॥।. तीसरा, सारे जो जहाज पर थे वे सलामत थे जब जल-प्रलय आया।
स्पर्जनने कहा, ‘‘कोई भी उससे [जहाज] बाहर नहीं गिरा; कोई बाहर घसीट़ा नहीं गया; कोई भी इसमें मरा नहीं; कोई भी इसमें छोड़ा [मरने] नहीं गया। वे सारे इसमें रक्षा किए गए थे ... जहाज़ ने उन सबको बचाया, और ऐसे यीषु बचाएँगे सबको [जो है] उन में। वे अनन्तता के लिये सलामत होंगे। उनमें से कोई नश्ट नहीं होगा, ना कोई उन्हें उनके हाथों से उठ़ा लेगा'' (सी. एच. स्पर्जन, ‘‘नूह का जल-प्रलय'', ध मेट्रोपोलीटन टबरनेकल पुलपीट, पीलग्रीम प्रकाषन, 1976 में फिर से छपा हुआ, भाग XIV, पृश्ठ. 431)।
नूह का जहाज, आदर्ष है, या चित्र, है मसीह में मुक्ति का। हम इब्रानियों 11 में पढ़ते है,
‘‘विष्वास ही से, नूह ने उन बातों के विशय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थी, चेतावनी पाकर भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया ...'' (इब्रानियों 11:7)।
नूह और उसका परिवार बचाया गया था क्योंकि वे सलामती के जहाज में गए जल-प्रलय का प्रकोप ने संसार को नश्ट किया उससे पहले। क्योंकि नूह के परिवार ने उसका अनुकरण किया था जहाज में, वे भी बचाए गए थे। बाइबल कहता है कि परमेष्वर
‘‘... प्राचीन युग के संसार को भी न छोड़ा, ... भक्तिहीन संसार पर महा जल-प्रलय भेजा परंतु नूह को बचा लिया'' (2 पतरस 2:5)।
प्राचीन समालोचकों ने कहा कि जहाज कलीसिया का चित्र था। जो सामान्यतः आज अस्वीकारा गया है, परंतु मैं सोचता हूँ प्राचीन विद्वानों के पास अच्छा मुद्दा था। तीसरी सदी में विद्वान सीप्रीयन (200-258) ने कहा, ‘‘वहाँ मुक्ति नहीं कलीसिया के बाहर।'' जॉन काल्वीन, महान् सुधारक, ने समान बात कहीं। मैं सोचता हूँ उनके पास मुद्दा था। डॉ. ए. डब्ल्यु. टोझर (1897-1963) ने कहा, ‘‘वहाँ परमेष्वर को कोई भी सभा स्वीकार्य नहीं हो सकती इस युग में जो केन्द्र नहीं करते और बाहर नहीं आते कलीसिया के ... जो कोई भी स्थानीय कलीसिया का तिरस्कार करता है वह मसीह के देह का तिरस्कार करता है'' (ए. डब्ल्यु. टोझर, डी.डी., ‘‘कलीसिया की अति आवष्यक जगह'' गोड टेल्स ध मेन हु केयर्स, प्रभु आदमी को कहते है जो परवाह करता है से, ध बेस्ट ओफ ए. डब्ल्यु. टोझर, ए. डब्ल्यु. टोझर का सर्वश्रेश्ठ, वोरेन डब्ल्यु., वीर्यसबे में कथन किया हुआ, बेकर बुक हाऊस, 1978, पृपृश्ठ. 64, 65)।
इसलिये, ज्ञान में, जहाज चित्र है कलीसिया का। मैंने कहा, ‘‘ज्ञान में'', क्योंकि आप कलीसिया में हाजरी दे सकते हो और फिर भी बचाए नहीं जाते हो। बहुत से लोग जो कलीसिया को जाते है वे सच्चे मसीही नहीं है।
मैं एकदम निष्चित हूँ कि बड़ी संख्या में खोए लोग, षायद हज़ारो भी, जहाज देखने आए। और मैं उतना ही निष्चित हूँ कि उन में से बहुत से लोग जहाज में गए। वे निःसंदेहरूप से निर्माण में गए, विभिन्न कमरों को देखते हुए, ऊपर और नीचे जाते हुए, एक मजले से दूसरे में। और फिर भी उन्होंने उन्हें स्वयं को वचन नहीं दिया जहाज की सलामती रखने को। वे आए और गए। कभी वे वहाँ थे, और दूसरे समय में वहाँ नहीं थे। वे जहाज पर नहीं थे जब जल-प्रलय आया, इसलिये वे नश्ट हो गये।
दूर रास्ते से जहाज पर आना, और वहाँ स्थायी होना, चित्र है बिना बचाए लोगों का जो दूर रास्ते से कलीसिया में आते है, यीषु पर भरोसा करते है, और उनमें स्थायी होते है। एन आइ वी अनुवाद करते है मसीह के षब्द यूहन्ना 15:6 में इस प्रकार, ‘‘यदि कोई मुझ में बना न रहे, तो वह डाली के समान फेंक दिया जाता है ... आग में झोंक देते है और वे जल जाते है''। इसलिये, जो पूरी तरह से मसीह के पास आते है, और उनमें बने रहते है, बचाए जाते है।
सामान्यतः लोग कलीसिया में आते है उनके द्वारा सुसमाचार को गंभीरता से लेने के पहले और बचाए जाते है। वह उच्चकोटि के साहित्य का प्रकार से लोग बचाए जाते है, कम से कम यह था आज के स्व-धर्म त्याग ने उत्पन्न किए हुए व्याकुलता इन बातों से पहले। आप में से बहुत से यहाँ कलीसिया में हो, परंतु अभी भी यीषु पर भरोसा नहीं किया। षायद मैं आपसे हो सके उतनी मजबूती से कहूँ - सिर्फ कलीसिया में हाजरी देना अकेला आपको मदद नहीं करेगा जब प्रकोप का दिन आता है। यीषु ने एक आदमी के बारे में कहा जो प्रत्यक्ष कलीसिया में आया, परंतु उसके पास षादी का वस्त्र नहीं था। राजा ने उस आदमी से कहा, ‘‘तू विवाह का वस्त्र पहिने बिना यहाँ क्यों आ गया?'' आदमी का मुँह बंद हो गया। फिर राजाने कहा, ‘‘इसके हाथ - पाँव बाँधकर उसे बाहर अन्धियारे में डाल दो; वहाँ रोना और दाँत पीसना होगा'' (मती 22:12, 13)। आपको ‘‘विवाह के वस्त्र'' सिर्फ यीषु पर भरोसा करने के द्वारा ही मिल सकता है। अगर आप उनके पास आने का अस्वीकार करते हो, आपके पास प्रकोप जो इस संसार पर पड़ने में ही है उससे बचने की कोई आषा नहीं है। अगर आप यीषु के पास आने का इन्कार करते हो तो आप नर्क की अनंत ज्वाला से बच नहीं पाओगे।
मैं निष्चिंत हूँ कि वहाँ पर बिन बचाए हुए सुतार और कामदार, और मौलिक इजिंनीयर होंगे, जिन्होंने जाहज बनाने में नूह के साथ काम किया था। परंतु उन्होंने जहाज का भरोसा नहीं किया। उन्हें इसके बारे में सब जानकारी थी। परंतु उन्होंने अपने स्वयं को इसे नहीं सौंप दिया। वे आपके किसी के समान थे जो कलीसिया आते है परंतु यीषु के पास नहीं आते। मैं आपको चेतावनी देता हूँ, अगर आप कलीसिया आते हो, परंतु यीषु पर भरोसा करने से अस्वीकार करते हो, आप बहुत अचम्भा करोगे जब वे आपको भेजते है दूर, नर्क की ज्वालाओं में। मसीह स्वयं ने कहा,
‘‘उस दिन बहुत से लोग मुझसे कहेंगे, हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हमने ... बहुत से आष्चर्यकर्म नहीं किए? तब मैं उनसे खुलकर कह दूँगा, मैंने तुम को कभी नहीं जाना : हे कुकर्म करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ'' (मती 7:22,23)।
यीषु क्रूस पर मरे आपके पाप का दण्ड चुकाने। परंतु अगर आप उनका भरोसा करने से इन्कार करते हो, आप प्रकोप के आनेपर मुक्ति के जहाज से बाहर होंगे। यीषुने उनका लहू छिड़का आपको सारे पाप से षुद्ध करने। परंतु अगर आप उनका भरोसा नहीं करते, आप प्रकोप आने पर मुक्ति के जहाज से बाहर होंगे। यीषु मृत्यु से उठे आपको नया जन्म देने, अनन्त जीवन भी, परंतु अगर आप उनका भरोसा नहीं करते तो आप अनन्तता बिताएँगे ज्वाला में जो कभी भी नहीं बुझती। मैं इस सुबह आपसे याचना करता हूँ - यीषु के पास आओ, प्रभु के पुत्र के पास आओ, इससे पहले आपके बहुत देर हो जाए! जैसे श्रीमान ग्रीफिथ ने थोड़ी मिनट पहले गाया, ‘‘इस प्रकार के समय में, आपको आवष्यकता है उद्धारक की''।
अगर आपको यीषु पर भरोसा करना है, मेहरबानी करके आपकी कुर्सी अभी छोड़े और इस सभागृह के पीछे जाओ। डॉ. केगन आपको षांत जगह ले जाएँगे जहाँ हम बातचीत और प्रार्थना कर सकेंगे। अगर आपको सच्चा मसीही बनना है, मेहरबानी करके
(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान एबल प्रुद्योम्म द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रषास्त्रः मती 24:32-42।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन कीनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीतः
‘‘इस प्रकार के समय में'' (रूथ काये जोनेस द्वारा, 1902-1972)।
रूपरेखा जनसमूह का तूफान डॉ. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा ‘‘परंतु जैसे नूह के दिन थे, वैसा ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा। क्योंकि जैसे जल-प्रलय से पहले के दिनों में, जिस दिन तक कि नूह जहाज पर न चढ़ा, उस दिन तक लोग खाते-पीते थे, और उनमें विवाह होते थे, और जब तक जल-प्रलय आकर उन सब को बहा न ले गया; तब तक उनको कुछ भी मालूम न पड़ा, वैसे ही मनुश्य के पुत्र का आना भी होगा'' (मती 24:37-39)। (1 थिस्सलुनीकियों 5:3; 2 पतरस 3:10; मती 24:3; उत्पति 6:5, 7;
।. पहला, ‘‘जल-प्रलय आया, और सब को बहा ले गया'', ॥. दूसरा, जब जल-प्रलय आया वे सिर्फ संसार की बातों के लिये चिन्तित थे, ॥।. तीसरा, सारे जो जहाज पर थे वे सलामत थे जब जल-प्रलय आया, इब्रानियों 11:7;
2 पतरस 2:5; यूहन्ना 15:6; मती 22:12, 13; |