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सहना और राज्याधिकार SUFFERING AND REIGNING डॉ. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की ‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)। |
यहाँ हम फिर से जाते है! मैं यह धार्मिक प्रवचन लिखने बैठा और मैंने पता लगाया कि षब्द ‘‘सहने'' यहाँ अनुवाद किया गया है ‘‘दृढ़ करना'' सब आधुनिक अनुवादों में। फिर भी 1599 की जीनीवा बाइबल और 1611 के जे वी इसे अनुवाद करते है ‘‘सहने'' की तरह। जैसे मैंने इसका ज्यादा अभ्यास किया मैंने जाना कि ग्रीक षब्द अनुवाद किया जा सकता है या ‘‘सहने'' या तो ‘‘दृढ करना'' की तरह। इसलिये यह किसी भी तरह हो सकता है।
इसलिये संदर्भ समझना ही चाहिए। पद 11 और 12 में प्रेरितो बात करते है मसीही का मसीह के साथ मिलाप के बारे में। पद 11 में वे कहते है, ‘‘यदि हम उसके साथ मर गए हैं, तो उसके साथ जीएँगे भी'' यह संदर्भ करता है मसीही का जो संसार का त्याग करता है और पाप और स्वयं में मरता है। इसलिये, पद 11 बात करता है सच्चे मसीही का मसीह के साथ मिलाप का उनकी मृत्यु में (सीएफ. रोमियों 6:1-3)। फिर पद 12 बात करता है मसीही के मसीह के मिलाप के बारे में उनके ‘‘सहने'' में। इसलिये ‘‘सहना'' चुना हुआ षब्द इस्तेमाल किया गया है जीनीवा बाइबल और कींग जेम्स बाइबल के बड़े अनुवादकों द्वारा। वह अनुवादक मूर्ख नहीं थे। वे इंग्लेंड में सबसे महान् ग्रीक विद्वान थे। वे जानते थे कि पाठ दो का पूरा संदर्भ ले गया ‘‘सहने'' तक ना सिर्फ ‘‘दृढ़ करने'' तक। पाठ चित्रण करता है सच्चे मसीही को सैनिक की तरह, जो पहुँचते है उच्चतम स्थान पर उस दावा करने योग्य षब्दों में,
‘‘यह बात सच हैः कि यदि हम उसके साथ मर गए हैं, तो उसके साथ जीएँगे भीः यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगे...''
अगर हम यीषु का अनुकरण करते है उनकी मृत्यु में, हम उनके साथ जीएँगे। अगर हम यीषु का अनुकरण करते है उनकी तड़प में, हम उनके साथ राज्य भी करेंगे! सरल! क्यों चीजों को उलझाये ‘‘सहने'' को ‘‘दृढ़ करने'' के साथ, जैसे सारे आधुनिक अनुवाद करते हैं? आपको ग्रीक विद्वान होने की आवष्यकता नहीं है उसे दर्षाने! परंतु आधुनिक कलीसिया सदस्यों को सहना नहीं है! इसलिये, आधुनिक अनुवादकों ने जितना हो सके उतना पद को कमजोर किया था उनके मृदु - सुसमाचार प्रचारक वाचकों को खुष करने। यह उसके जैसा सरल है!
और भी, प्राचीन अनुवादकों को पवित्रषास्त्र का ज्यादा ऊँचा मंतव्य था आज वर्तमान के सबसे ज्यादा स्थितिपालक विद्वानों के मंतव्य से भी अधिक। इसलिये, उन्होंने हमारे पाठ को अनुवाद किया रोमियों 8:17 की रोषनी में, जो कहती है,
‘‘...कि जब हम उसके साथ दुःख उठाए तो उसके साथ महिमा भी पाएँ'' (के जे वी)।
और मैं यहाँ देता हूँ एन आई वी,
‘‘...अगर हकीकत में हम उनकी पीड़ा में हिस्सेदार बने स्थिति में तो हम षायद उनकी महिमा में भी हिस्सेदार बने'' (एन आई वी)।
रोमियों 8:17 में षब्द ‘‘दुःख'' अनुवाद किया गया है उसका स्पश्टता से अर्थ करता है ‘‘दर्द का अनुभव करना'', ‘‘इसके साथ दुःखी होना''। जब कि षब्द का हमारे पाठ में विचार है सहना और दृढ़ करना, पहले के आदमीयों ने इसका अनुवाद किया था रोमियों 8:17 की रोषनी में। यही है जो लुथर ने कहा था ‘‘पवित्रषास्त्र की समानता''।
आधुनिक अनुवादकों द्वारा बदलाव का सही कारण कहीं और है। वे जानते हैं कि आधुनिक वाचकों को सहना नहीं है! इसलिये उन्होंने कोमल षब्द का इस्तेमाल किया आज के कमजोर सुसमाचार धार्मिक - पुस्तक संबंधी लोगों को योग्य करने! मैं कई बार कहता हूँ, ‘‘कींग जेम्स बाइबल बड़ा प्रकाष डालती है आधुनिक अनुवादों पर!''
‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)।
रोमियों 8:17 में उपसिद्धांत का पद इसे बहुत स्पश्ट करता है कि सच्चे मसीही ‘‘मसीह के संगी-वारिस हैं; कि जब हम उसके साथ दुःख उठाएँ, तो उसके साथ महिमा भी पाएँ'' (रोमियों 8:17)।
।. पहला, ‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगे''।
डॉ. जे. वेरनोन मेकगी ने उस पर बहुत उत्कृश्ट समालोचना दी। उनहोंने कहा,
‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगे'' ... मैं मानता हूँ कि यह पद इसे संकुचित करता है उन लोगों तक जो उनके लिये तड़पे हैं ... पौलुस के दिनों के रोमी संसार में वहाँ बहुत से मसीही थे जो षहीद हुए थे - वे पच्चास लाख थे, फोक्से के मुताबिक क्योंकि उन्होंने मसीह का अस्वीकार करने से इन्कार किया था।
‘‘यदि हम उनका इन्कार करेंगे, वे भी हमारा इन्कार करेंगे।'' यह बहुत मजबूत भाशा है। यह प्रकट करती है, कैसे भी, कि पौलुस मानते है कि विष्वास, यदि कर्म सहित न हो तो अपने स्वभाव में मरा हुआ है (याकूब 2:17)। आप देखिये, पौलुस और याकूब ने कभी भी एक दूसरे को विरूद्ध नहीं किया। याकूब बात करते हैं विष्वास के कर्मो की, और पौलुस कहते हैं कि षुद्ध विष्वास कर्मो को उत्पन्न करेगा (जे. वेरनोन मेकगी, टीएच.डी., थ्रु ध बाइबल, थोमस नेल्सन प्रकाषक, 1983, भाग V, पृश्ठ. 466; 2 तीमुथियुस 2:12 पर टीप्पणी)।
‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)।
पहले के कलीसिया में सारे मसीहीयों को सिखाया गया था कि उन्हें जाँच और तड़प से गुजरना था। हम यह देख सकते है एकदम स्पश्टता से प्रेरितो 14:22 में, जहाँ पौलुस और बरनबास थे लुस्त्रा, इकुनियुम और अन्ताकिया में,
‘‘चेलों के मन को स्थिर करते रहे और वह उपदेष देते थे कि विष्वास में बने रहो, और यह कहते थे, हमें बड़े क्लेष उठाकर परमेष्वर के राज्य में प्रवेष करना होगा'' (प्रेरितों 14:22)।
‘‘हमें बड़े क्लेष उठाकर परमेष्वर के राज्य में प्रवेष करना होगा''। ग्रीक षब्द अनुवाद किया गया था ‘‘क्लेष'' वह है ‘‘थ्लीपसीस''। इसका अर्थ है पीड़ा, विपत्ति, परेषानीयाँ, सहना (स्ट्रोन्ग)।
पहले के मसीही पर्याप्त दृढ थे ‘‘जगत को उलटा पुलटा करने'' (प्रेरितो 17:6)। क्योंकि उन्हें सिखाया गया था कि यह सामान्य था उनके स्वयं का इन्कार करना और रोज उनका क्रूस उठाना, जैसे मसीह ने ‘‘उन सबसे कहा'',
‘‘यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आपे से इन्कार करे और प्रतिदिन अपना क्रूस उठाए हुए मेरे पीछे हो ले'' (लूका 9:23)।
हमें बड़े क्लेष [पीड़ा, विपत्ति, परेषानीयाँ, सहना] उठाकर परमेष्वर के राज्य में प्रवेष करना होगा'' (प्रेरितों 14:22)।
‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)।
महान् स्पर्जन, ‘‘प्रचारकों के राजकुमार'' ने उनके ‘‘सहना और यीषु के साथ राज्याधिकार होना'', पर धार्मिक प्रवचन में कहा,
जब मार्कस एरेथुसुस (362 ए.डी.) एपोस्टेट जुलीयन द्वारा आदेष किया गया था, मूर्तिपूजक मंदिर के पुनःनिर्माण [के लिये पैसे देने] जिसे उसके लोगों ने गिरा दिया था उसके मसीहीता पर परिवर्तित होने पर, उसने आज्ञा मानने से इन्कार किया था; और चाहे वह वृद्ध आदमी था, उसके कपड़े फाड़ कर नग्न किया गया था, और फिर सारे षरीर पर बेघा गया [धारी सैनिको] और चाकू के साथ। वृद्ध आदमी अभी भी दृढ़ था। अगर वह देता है [थोड़े पैसे] [मूर्तिपूजक] मंदिर के पुनःनिर्माण में, उसे आझ़ाद किया जाता ... [परंतु] वह नहीं करेगा। वह षहद से लीपा गया था, और जब उसके जख्मों से [अभी भी] लहू बहता था, मधु-मक्खियाँ और भँवरें उसपर आएँ और उसके मृत्यु तक डंक मारे। वह मर जाता, परंतु वह उसके प्रभु का इन्कार नहीं कर सका। एरेथुसुसने उसके परमेष्वर के आनंद में प्रवेष किया, क्योंकि उसने कुलिनता से उनके साथ सहा था (सी. एच. स्पर्जन, ‘‘सहना और यीषु के साथ राजयाधिकार होना'', ध मेट्रोपोलीटन टबरनेकल पुलपीट, 1991 में फिर से छ़पा हुआ, भाग X, पृश्ठ. 11)।
हम रीचर्ड वुर्मब्रान्ड (1909-2001) जैसे आदमीयों के नामो का आदर करते है, जिन्होंने रोमानीया के साम्यवादी कारावास में पीड़ा के 14 वर्श बिताए। हम सम्मान करते है सेम्युएल लेम्ब (1924-2013) का, जिन्होंने 20 से ज्यादा वर्श कठीन कामों में बिताए साम्यवादी चीनी समाधि पडाव में। हम सम्मान करते है डाएट्रीच बॉन्होफ्फेर (1906-1945) का, जिन्हें फाँसी दी गई थी गरदन पर पीयानो के तार के साथ दूसरे विष्वयुद्ध में नाझी द्वारा हीटलर के विरूद्ध प्रचार करने के लिये। हम सम्मान करते हैं बहुत से सेकड़ो लोगों का जो पीड़ा सहते हैं उनके मसीह में विष्वास के कारण मुसलमानों की भूमि में इस सुबह। परंतु आपके बारे में क्या? क्या आप थोड़े घंटे हर रविवार कलीसिया में रहने के लिये त्याग देंगे? क्या आप प्रार्थना सभा में रहने के छोट़े बलिदान, और हर हफ्ते सुसमाचार प्रचार करने जाने? से गुजरेंगे,
मेरे वाचनालय में मेरे पास है ध बेपटीस्ट हीम्नल, बेपटीस्ट भक्तिगीतमाला, की नकल 1956 में सधर्न बेपटीस्ट वाचा द्वारा प्रकाषित। और फिर पीछे भी वहाँ पर मसीहीयों को तड़पने की आवष्यकता की कमजोरी थी। मैंने रेजीनाल्ड हेबर (1783-1826) के महान् भक्तिगीत ‘‘प्रभु के पुत्र आगे जा रहे है युद्ध करने'' की ओर देखा। मेरा मन डूबा जब मैंने देखा की सधर्न बेपटीस्टों ने उस प्रोत्साहन देनेवाले भक्तिगीत से मजबूत अंतरा निकाल दिया था। यहाँ है अंतरा जो उन्होंने निकाल दिया है,
तेजस्वी समुदाय, थोड़े चुने हुए,
जिन पर आत्मा आयी,
बारह साहसी संत, उनकी आषा वे जानते थे,
और क्रूस और ज्वाला का तिरस्कार किया।
वे निश्ठुर षासक की घुमनेवाली तलवार से मिले,
सिंह के रक्तमय बाल;
उन्होंने उनकी गरदनें झूकाई मृत्यु को महसूस करनेः
कौन उनकी रेल में अनुकरण करता है?
(‘‘प्रभु के पुत्र आगे जा रहे हैं युद्ध करने'' रेजीनाल्ड हेबर द्वारा, 1783-1826)।
वही अंतरा है जो आपको पकड़ता है! वही है अंतरा जो इस्तेमाल होता था युवा लोगों को आसान जीवन त्यागने और दूत-कर्म के खेत में जाने, या यहाँ घर पर स्व-बलिदान करनेवाले मसीही बनने! 1956 में उन्होंने वह अंतरा क्यों निकाला? मैं आपसे कहूँगा क्यों! कुछ वृद्ध महिलाएँ इस द्वारा अपमानीत थी! उन्हें ‘‘क्रूस और ज्वाला'' के बारे में नहीं सोचना था। उन्हें ‘‘निश्ठुर षासक की घुमनेवाली तलवार'' की प्रतिमा से सम्मुख नहीं होना था। यह उन्हें व्याकुल कर देता स्मरण कराना ‘‘सिंह के रक्मतय बाल'', या हकीकत की षहीदों ने ‘‘उनकी गरदनें झूकाई मृत्यु को महसूस करने''। यह उनके लिये बहुत ज्यादा था, इसलिये उन्होंने इसे बाहर निकाल दिया। उनपर षर्म है उनकी कायरता के लिये! सधर्न बेपटीस्ट कलीसिया संगीत विभाग पर षर्म हैं षहीदों के षक्तिषाली विष्वास को अपवित्र करने! चलिए कभी भी इसे गाने लज्जित न हो। चलिए हम कभी भी लज्जित न हो इसे जीने को, किसी भी तरह से हम कर सकते है! यह गीत के पर्चे का आखरी गाना है। इसे गाओ!
तेजस्वी समुदाय, थोड़े चुने हुए,
जिन पर आत्मा आयी,
बारह साहसी संत, उनकी आषा वे जानते थे,
और क्रूस और ज्वाला का तिरस्कार किया।
वे निश्ठुर षासक की घुमनेवाली तलवार से मिले,
सिंह के रक्तमय बाल;
उन्होंने उनकी गरदनें झूकाई मृत्यु को महसूस करनेः
कौन उनकी रेल में अनुकरण करता है?
सुप्रतिश्ठित सेना, आदमी और लड़के,
गृहिणी और दासी,
उद्धारक के सिंहासन के आसपास आनंद मनाते है,
रोषनी से अलंकृत पहिनावे में।
उन्होंने चढ़ा हैं बहुत ढालुआँ स्वर्ग का चढ़ाव,
दुःख, कश्ट और दर्द के बीच से;
ओ परमेष्वर, हमें अनुग्रह दिया जाए,
उनकी रेल में अनुकरण करने।
(‘‘प्रभु के पुत्र आगे जा रहे हैं युद्ध करने'' रेजीनाल्ड हेबर द्वारा, 1783-1826)।
आप बैठ सकते हो।
‘‘उन्होंने चढ़ा है बहुत ढालुआँ स्वर्ग का चढ़ाव, दुःख, कश्ट और दर्द के बीच से''। हाँ! वही है जो प्रेरितो का मतलब था जब उन्होंने कहा,
‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)।
॥. दूसरा, ‘‘यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा''।
‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)।
यीषुने वह महत्वपूर्ण चेतावनी दी जब उन्होंने कहा,
‘‘जो कोई मनुश्यों के सामने मेरा इन्कार करेगा, उस से मैं भी अपने स्वर्गीय पिता के सामने इन्कार करूँगा'' (मती 10:33)।
प्रेरितो पौलुस ने हमारे पाठ में कहा, ‘‘यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा''। यह मसीह का इन्कार है जो होता है जब झूठे मसीही सम्मुख होते है सहने के साथ जो आवष्यक है सच्चे षिश्यवृति में। वही है जो होता है ‘‘पथराल भूमी'' के लोग वर्णन किए गए है बीज बोनेवाले के दृश्टांत में।
‘‘चट्टान पर के वे हैं कि जब सुनते हैं, तो, आनन्द से वचन को ग्रहण तो करते हैं; परंतु जड़ न पकड़ने से, वे थोड़ी देर तक विष्वास रखते हैं, और परीक्षा के समय बहक जाते हैं'' (लूका 8:13)।
डॉ. रेइनेकर कहते है कि ‘‘बहक जाते हैं'' का अर्थ है ‘‘चले जाते है'', ‘‘अलग हो जाते है'' (फ्रिट्ज़ रेइनेकर, पीएच.डी., ए लीन्ग्वीस्टीक की टु ध ग्रीक न्यु टेस्टामेन्ट, झोन्डेरवान, 1980, पृश्ठ. 161; लूका 8:13 पर टीप्पणी)।
जब ‘‘परीक्षा'' आती है वे कई बार बहक जाते हैं उनके स्थानीय कलीसिया से। ‘‘जड़ न पकड़ने से'' का अर्थ है कि वे कभी भी मसीह में जड़ से जुड़े नहीं थे। यह प्रकट करता है कि वे कभी भी यर्थाथ में परिवर्तित नहीं थे। मरकुस 4:17 दृश्टांत में विस्तृत करता है ‘‘परीक्षा का समय'' का अर्थ क्या है,
‘‘जब क्लेष या उपद्रव होता है ... तो वे तुरंत ठोकर खाते है'' [अक्षरषः, ‘‘बहक जाते है'', एन ए एस वी]।
ऐसे लोग न्याय के समय यीषु द्वारा इन्कार किए जाएँगे। वे उनसे कहेंगे, ‘‘मैंने तुमको कभी नहीं जानाः हे कुकर्म करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ'' (मती 7:23)।
दूसरे जो मसीह का इन्कार करते है किसी कलीसिया में जाते रहते है। वे सोचते है वे ठीक है, परंतु वे मसीह का इन्कार करते है पाप में रहने के द्वारा। ये लोग है अधिकार विरोधी। मैंने इन लोगों के बारे में कहा था मेरे धार्मिक प्रवचन ‘‘इटली में अधिकार विरूद्धता'' में (यहाँ क्लिक करें इसे पढ़ने)। वे प्रेरितो पौलुस द्वारा वर्णन किए गए है तीतुस 1:16 में,
‘‘वे कहते हैं कि हम परमेष्वर को जानते है; पर अपने कामों से उसका इन्कार करते हैं, क्योंकि वे घृणित, और आज्ञा न माननेवाले हैं, और किसी अच्छे काम के योग्य नहीं'' (तीतुस 1:16)।
ये अधिकार विरोधीयों ने षायद सीखी हो कुछ सही षिक्षा, परंतु वे परमेष्वर का इन्कार करते हैं जिस प्रकार जी रहे हैं उसके द्वारा। ध रीफोर्मेषन स्टडी बाइबल कहती है, ‘‘नयी नियमावली सिखाती है कि कार्य करने की कमी दृढ की गयी है बदले हुए जीवन के साथ फाड़ती है किसीके मसीह में विष्वास षंका करता है ... दोनों सही षिक्षा और कार्य में समानता बदले जीवन के साथ अवष्यक है मसीहीयों के लिये'' (तीतुस 1:16 पर टीप्पणी)। ‘‘अपने कामों से उनका इन्कार करते है''।
जब लाओस में हमारे अनुवादक ने मेरा धार्मिक प्रवचन ‘‘इटली में अधिकार विरूद्धता'' पर पढ़ा, उन्होंने मुझे लिखा और कहा,
यह हकीकत में सत्य है कि बहुत से लोग दावा करते हैं वे बचाए गए हैं परंतु उनके जीवन में कुछ भी नहीं बदला। हमारे देष लाओस में और थायलेन्ड में भी लोग जो दावा करते हैं कि वे मसीही हैं वे यीषु का नाम नश्ट करते हैं। उन्हें षराब पीना, नाचना, चोरी करना और बुरी गवाही उनके पड़ोसीयों को देना पसंद है।
उन्होंने कहा यह बिन बचाए हुए लोगों को लाओस में मसीही अपने स्वयं नहीं बनने का कारण बनता है, ‘‘परंतु सबसे बुरा वे कहते हैं उनको [इन] मसीहीयों के साथ मित्र भी नहीं बनना।''
इसलिये हम देखते हैं अधिकार विरूद्धता के भयानक फल इटली, लाओस, और ‘‘थायलेन्ड में भी''। हम हमारे मस्तक षर्म से झुका लेते हैं क्योंकि हम जानते हैं कि यह मसीहीता का झूठा मंतव्य आता है विष्ोश करके अमरिका से, और मसीह की गवाही को ज़हरीला बना देती है इन अंत के दिनों में संपूर्ण संसार में। यीषु ने यह भविश्यवाणी दी,
‘‘अधर्म के बढ़ने से [ग्रीक : अव्यवस्था-स्वेच्छाचार; ‘‘अधिकार विरूद्धता'' की जड़] बहुतों का प्रेम ठण्ड़ा पड़ [जाएगा]'' (मती 24:12)।
यह एक चिन्ह है मसीह के दोबारा आने का! सच्चे मसीही भी हताष होंगे, और उनका मसीही प्रेम खो देंगे, क्योंकि वहाँ इतने ज्यादा अधिकार विरोधी हैं अंत के दिनों में! परंतु यहाँ गलती मत करो - यह अधिकार विरोधी हकीकत में खोए लोग हैं जो ‘‘उनका इन्कार'' करते हैं उनके पाप भरे जीवन द्वारा (तीतुस 1:16)।
सच्चा मसीही कभी भी मसीह का इन्कार नहीं करेगा। वह है यीषु के कहने का अर्थ जब उन्होंने कहा, मती 24 में अगले पद में,
‘‘परन्तु जो अन्त तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा'' (मती 24:13)।
तिरस्कृत होने के बावजूद; झूठे भविश्यवक्ताओं के बावजूद; ‘‘अधर्म'' के बावजूद, स्वेच्छाचार, अधिकार विरोधीयों का जो बहाना करते है मसीही होने का परंतु नहीं है, यर्थाथ में परिवर्तित लोग ‘‘अन्त में धीरज धरेंगे'' (मती 24:9-13)। जैसे पुराना भक्तिगीत इसे रखता है,
अंधेरी रात थी, पाप हमारे विरूद्ध लड़े,
भारी बोज षोक का हमने सहा;
परंतु अब हम देखते हैं उनके आने के चिन्ह;
हमारे मन हमारे अन्दर प्रकाषित है, आनन्द का प्याला दौड़ता रहा!
वे फिर से आ रहे है, वे फिर से आ रहे है,
वही समान यीषु, आदमीयों से अस्वीकारे हुए,
वे फिर से आ रहे है, वे फिर से आ रहे है,
सामर्थ्य और महान् महिमा के साथ, वे फिर से आ रहे है!
(‘‘वे फिर से आ रहे है'' मेबल जॉन्सटन केम्प द्वारा, 1871-1937)।
‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)।
मसीह आपको आपके पापों से बचाने तैयार है। वे क्रूस पर मरे आपके पापों का दण्ड चुकाने। उन्होंने उनका लहू छिड़का आपको सारे पाप से षुद्ध करने। वे षारीरिकरूप में मृत्यु से उठे आपको जीवन देने। मैं आपको चुनौती देता हूँ आपके पापों से फिरने! पश्चाताप करो, और आपका भरोसा यीषु में रखो। वे आपको बचाएँगे! वे आपको बचाएँगे। वे आपको बचाएँगे अभी!
अगर आपको हमारे साथ बात करनी है यीषु द्वारा बचाए जाने के बारे में, मेहरबानी करके आपकी बैठक अभी छोड़ो, और इस सभागृह के पीछे जाओ। डॉ. केगन आपको षांत कक्ष में ले जाएँगे प्रार्थना और बातचीत करने। अभी कक्ष के पीछे जाओ। डॉ. चान, मेहरबानी करके प्रार्थना कीजीये कि इस सुबह कोई यीषु पर भरोसा करेगा। आमीन!
(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान एबल प्रुद्योम्म द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रषास्त्रः 2 तीमुथियुस 2:3-12।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन कीनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीतः
‘‘प्रभु के पुत्र आगे जा रहे है युद्ध करने'' (रेजीनाल्ड हेबर द्वारा, 1783-1826)।
रूपरेखा सहना और राज्याधिकार डॉ. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा ‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगेः यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'' (2 तीमुथियुस 2:12)। (2 तीमुथियुस 2:11; रोमियों 8:17) ।. पहला, ‘‘यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगे'', याकूब 2:17; प्रेरितो 14:22; 17:6; लूका 9:23। ॥. दूसरा, ‘‘यदि हम उसका इन्कार करेंगे, तो वह भी हमारा इन्कार करेगा'', मती 10:33; लूका 8:13; मरकुस 4:17; मती 7:23; तीतुस 1:16;
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