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चीन में पुनःउद्धार का रहस्य (चीन मध्य-षरद् ऋतु त्यौहार में दिया हुआ धार्मिक प्रवचन) लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की ‘‘परंतु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैंने मसीह के कारण हानि समझ लिया है। वरन् मैं अपने प्रभु मसीह यीषु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूःँ जिसके कारण मैंने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूँ, जिससे मैं मसीह को प्राप्त करूँ'' (फिलिप्पियों 3:7-8)। |
पद सात हमें कहता है पौलुस कैसे बचाए गए,
‘‘परंतु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैंने मसीह के कारण हानि समझ लिया है'' (फिलिप्पियों 3:7)।
जब वे पविर्तित हुए उनका जीवन पलट गया। जो उन्होंने सोचा था वह अच्छा था, उन्होंने गलत समझा। उनके परिवर्तित होने से पहले उन्होंने मसीहीयों का तिरस्कार किया और मसीह का अस्वीकार। परंतु जब वे परिवर्तित हुए उन्होंने उनके अविष्वास का अस्वीकार किया था और उनका संपूर्ण विष्वास यीषु मसीह में रखा।
वहाँ पर पद 7 और 8 के दरम्यान समय का गिराव था। यह समयकाल था पौलुस के परिवर्तन और समय जब उन्होंने फिलिप्पियों को पत्र लिखा था उसके बीच का। इस समय के दौरान वे अपनी सेवा के सफर पर गए। परंतु अब वे रोम में कारावास में थे, और उन्होंने कहा,
‘‘वरन् मैं अपने प्रभु मसीह यीषु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूःँ जिसके कारण मैंने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूँ, जिससे मैं मसीह को प्राप्त करूँ'' (फिलिप्पियों 3:8)।
पौलुस ने कहा वे जब से परिवर्तित हुए तब से मसीह के लिये जी रहे थे। उन्होंने सब बातों का नुकसान उठ़ाया। परंतु चीजें जो उन्होंने खोई थी उसे वे बेकार मानते थे - कूड़े के अलावा कुछ नहीं। वह मजबूत भाशा हैं! उन्होंने सारी चीजें जिससे वे प्रेम करते थे षौचालय में बहा दी। वह सिर्फ एकमात्र मसीह का इच्छुक था! जो उन्होंने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण बातें सोची थी, वह उन्होंने कूड़े के साथ बाहर फेंक दी! मसीह अकेले ही उनके जीवन का लक्ष्य और कारण था!
जब मैं तरूण था मैं कुछ रिष्तेदारों के घर गया। उनके पास बहुत पैसे थे। परंतु वे मुझे खाली और झूठे लगे। मैं सोचता हूँ परमेष्वरने मुझे वह दिखाया। उनके पास सबकुछ था - परंतु वे संतुश्ठ नहीं थे। मैंने सोचा, ‘‘इन लोगों के पास कुछ भी नहीं था जो मुझे चाहिए''।
थोड़े वर्श बाद मैं एक घर में जाता था जहाँ बहुत से वृद्ध, निवृत धर्मप्रचारक रहते थे। मैं अभी भी उनके चेहरे मेरे मन में देख सकता हूँ। वे कितने षांत, और कितने आनंद से भरे थे! उनके पास इस दुनिया में कुछ भी उनका अपना नहीं था। उन्हें धर्मप्रचारकों के लिये बने घर में रहना पड़ता था, क्योंकि उनके पास उनके अपने घर नहीं थे। परंतु उनके पास कुछ था जो मेरे धनवान रिष्तेदारों के पास नहीं था - वे जीवन से संतुश्ठ थे। उनके पास उनके मन में षान्ति थी। मुझे स्मरण है एक बहुत वृद्ध आदमी सुंदर, एकदम ष्वेत बाल पिछे बनाए हुए। उनका नाम था श्रीमान फोक्से। उनकी गहरी नीली आँखें, और मृदुल आव़ाज थी। साम्यवादी सत्ता पर आने से पहले वे चीन में धर्मप्रचारक थे। मुझे स्मरण है सोचना, ‘‘मुझे उनके जैसा होना है जब मैं वृद्ध हो जाऊँ, मेरे धनवान रिष्तेदारों जैसा नहीं''।
मुझे स्मरण है 1962 में लोंग बीच परिसर के घर में जाना। यह पूरा लोगों से भरा था - जगह का हर एक हिस्सा भरा हुआ। फिर ग्लेडस एयलवार्ड बोलने में आई। वह चीन में बहुत मषहूर धर्मप्रचारक थी। अब वे पचहत्तर वर्श से ज्यादा की है। उनके पास सबसे आनंदित आँखें थी मैं सोचता हूँ एैसी मैंने कभी भी देखी हो! उनके पास अपना कुछ भी नहीं था। वह निर्धन थी। परंतु उसके पास आनंद था जो मेरे ध़नाढय रिष्तेदारों ने कभी भी नहीं जाना। मुझे स्मरण है सोचना, ‘‘मुझे उनके जैसा नहीं होना है। मुझे कुमारी एयलवार्ड की तरह बनना है''। वे चीन गई थी धर्मप्रचारक बनने युवा लड़की की तरह। वह चीन की एक अंतिम धर्मप्रचारक थी। उन्होंने 1952 तक नहीं छोड़ा। जब उन्होंने चीन छोड़ा वे अपने साथ चीन के बच्चों का बड़ा समुदाय ले गई, अपने जीवन को ख़तरे में डालकर जैसे वह उन्हें ले गई आझादी के लिये ख़तरनाक पहाड़ों पर। होलीवुड ने इसे चलचित्र में बनाया, ‘‘ध इन्न अॉफ सीक्स्थ हेप्पीनेस''। उन्होंने इसमें कुछ बदलाव किया, परंतु मूल कहानी चलचित्र में है। उसने स्व-आत्मत्याग का रहस्य सीखा जिसके बारे में प्रेरितो पौलुस बोले,
‘‘परंतु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैंने मसीह के कारण हानि समझ लिया है। वरन् मैं अपने प्रभु मसीह यीषु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूःँ जिसके कारण मैंने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूँ, जिससे मैं मसीह को प्राप्त करूँ'' (फिलिप्पियों 3:7-8)।
कुमरी एयलवार्डने अपना जीवन डो. राइस द्वारा दिए गए गीत की तरह दीया,
मेरे मन का सारा प्रेम, मेरे सारे आसक्त स्वप्न-
उन्हें बनाओ, प्रभु यीषु, सिर्फ आपके लिये।
सब जो मैं हूँ, सब जो मैं हो सकता हूँ-
मुझे लो, प्रभु यीषु, सदा आपका होने के लिये।
(‘‘मेरे मन का सारा प्रेम'' डॉ. जोन आर. राइस द्वारा, 1895-1980)।
मेरे याजक, डॉ. तीमोथी लीन 1940 में चीन से युनाइटेड स्टेट्स आए थीयोलोजी में मास्टर की पद्वी, और पीएच.डी. हीब्रु और दूसरी कथित भाशाओं में प्राप्त करने। वे स्नातक षाला, बोब जोन्स विष्वविद्यालय में सिखाने से आए, 1961 में पहले चीनी बेपटीस्ट कलीसिया में याजक बनने, मेरे उस कलीसिया में उन्नीस वर्शीय लड़के की तरह जुड़ने के थोड़े महिनो बाद। बाओला महाविद्यालय में डॉ. लीन ने मुझे बपतिस्मा दिया मेरे परिवर्तित होने के बाद। वे उस सभा के मुख्या भी थे जिसने मुझे सेवक की तरह नियुक्त किया, उस चीनी कलीसिया में, 1972 में। यह मेरा बड़ा विष्ोश अधिकार था वहाँ उनके कलीसिया में होना उस समय के दौरान जब परमेष्वर ने पुनःउद्धार - भेजा, पिछले 1960 की षुरूआत में, और जारी रखना 1970 की लहरों में। मैं हाजर था बहुत सी आत्मा-भरने-वाली प्रार्थना सभाओं, और खुल्ले दोश स्वीकार की और गवाहीयों की सभाओं में, कईबार चलती थी बहुत घंटो तक, देर रात तक। मुझे विष्ोश अधिकार मिला पुनःउद्धार के दौरान ऐसी बहुत सी सभाओं में प्रचार करने का। एक सभा में जब मैंने प्रचार दिया 46 युवा व्यक्तियों ने मसीह का भरोसा किया। उनमें से ज्यादातर अभी भी उस कलीसिया में आते है चालीस वर्शों के बाद भी। डॉ. लीन ने हमें सिखाया की सच्चा पुनःउद्धार षायद कलीसिया में आए अगर सदस्य पवित्र हो और उनके बीच प्रभु की मौजुदगी के लिये बिना रूकावट प्रार्थना करें।
डॉ. लीन हकीकत में कभी भी अमरिका में बसनेवाले नहीं बने। वे सदा चीन में याजक होने की तरह व्यवहार करते रहे। वे उनके जीवन में पूरी तरह से यीषु मसीह को समर्पित थे। उन्होंने ज्यादा समय उपवास और प्रार्थना में बिताया। मैं मानता हूँ यह था क्यों परमेष्वरने पुनःउद्धार भेजे, और कलीसिया करीबन 80 से बढ़ा जब मैं इससे जुड़ा 1961, में बहुत हज़ारों में पुनःउद्धार खत्म होने के समय तक। फिर डॉ. लीन ताइवान में चीन सुसमाचार प्रचारक धार्मिक पाठषला के अध्यक्ष बनने गये। इस प्रकार मुझ जैसे युवा आदमी को विष्ोश अधिकार मिला परमेष्वर की मुहिम में हाजर रहने जो बहुत से प्रकार में समान था पुनःउद्धार में जो आया है ‘‘घर कलीसियाओं'' को चीन के पीपल्स रीपब्लीक में। मैं पुनःउद्धार का चष्मदीद-गवाह था जैसा मैंने कभी भी नहीं देखा, सिवा एक और समय बहुत छोटे स्तर पर काउकासीयन कलीसिया में। पुनःउद्धार डॉ. लीन के कलीसिया में नहीं आया बाहरी प्रवक्ताओं या खास विष्ोश तकनीकों के इस्तेमाल द्वारा। यह आया पापों का पश्चाताप, विस्तृत प्रार्थनाओं, और पाप, न्याय, स्व-इन्कार और मसीह के क्रूस पर उग्र प्रचार करने के तीव्र स्वीकार के दौरान! एक गीत हम बार-बार गाते है पुनः उद्धार में था ‘‘बर्फ से अधिक ष्वेत''।
प्रभु यीषु, मैं अभिलाशा करता हूँ पूरी तरह से पूर्ण होने;
मुझे आप चाहिए सदा के लिये मेरी आत्मा में रहने;
हरएक प्रतिमा तोड़ दो, हरएक षत्रु को बाहर फेंको;
अब मुझे षुद्ध करो, और मैं बर्फ से अधिक ष्वेत हो जाऊँ।
प्रभु यीषु, आपके आकाष के सिंहासन से नीचे देखो,
और मुझे सहाय करो पूरा बलिदान करने;
मैं अपने स्वयं को समर्पित करता हूँ, और जो कुछ भी मैं जानता हूँ;
अब मुझे षुद्ध करो, और मैं बर्फ से अधिक ष्वेत हो जाऊँ।
बर्फ से अधिक ष्वेत, हाँ, बर्फ से अधिक ष्वेत;
अब मुझे षुद्ध करो, और मैं बर्फ से अधिक ष्वेत हो जाऊँ।
(‘‘बर्फ से अधिक ष्वेत'' जेम्स नीकोलसन द्वारा, 1828-1896)।
सच्चे परिवर्तन और सच्चे पुनःउद्धार का अनुभव करने, हमें पौलुस के द्रश्टांत का अनुकरण करना ही चाहिए, जिन्होंने कहा,
‘‘परंतु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैंने मसीह के कारण हानि समझ लिया है। वरन् मैं अपने प्रभु मसीह यीषु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूःँ जिसके कारण मैंने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूँ, जिससे मैं मसीह को प्राप्त करूँ'' (फिलिप्पियों 3:7-8)।
मेरे मन का सारा प्रेम, मेरे सारे आसक्त स्वप्न-
उन्हें बनाओ, प्रभु यीषु, सिर्फ आपके लिये।
सब जो मैं हूँ, सब जो मैं हो सकता हूँ-
मुझे लो, प्रभु यीषु, सदा आपका होने के लिये।
खड़े रहो और इसे मेरे साथ गाओ!
मेरे मन का सारा प्रेम, मेरे सारे आसक्त स्वप्न-
उन्हें बनाओ, प्रभु यीषु, सिर्फ आपके लिये।
सब जो मैं हूँ, सब जो मैं हो सकता हूँ-
मुझे लो, प्रभु यीषु, सदा आपका होने के लिये।
अब बैठ सकते हो।
वर्ल्ड सामायिक (5 अगस्त, 2013) ने वर्णन दिया कि याजक सेम्युएल लेम्ब (1924-2013) का पिछले महिने निधन हुआ, 3 अगस्त, 2013 को 88 वर्श की उम्र में। वे चीन में ‘‘घर कलीसिया'' के एक सबसे प्रसिद्ध याजक थे। याजक लेम्ब (चीन की भाशा में लीन एक्सीयन्गो) बेपटीस्ट धर्मप्रचारक के पुत्र थे। उन्होंने अपना पहला धार्मिक प्रवचन प्रचार किया जब वे 19 वर्श के थे। जैसे चीन माओ झेडोन्ग की साम्यवादी सत्ता के अधीन आया, अधिकारीयों ने 1955 में लेम्ब को कैद किया। उन पर ‘‘क्रांतिकारी विरोधी'' कायदे के साथ आरोप लगाया गया साम्यवादी प्रायोजक संस्था ‘‘थ्री-सेल्फ कलीसिया'' से जुड़ने का इन्कार करने के लिये। उन्होंने जुड़ने से इन्कार किया क्योंकि साम्यवादी - द्वारा चलाए हुए कलीसिया 18 वर्श से कम आयुवाले नाबालिग की षिक्षा से निश्ोध करते है, और इसके याजकों को मसीह के पुनरूत्थान और उनके दोबारा आने पर प्रचार करने की अनुमति नहीं देते। बाद में करीबन दो वर्श के कारावास के बाद, वे 1957 में छोड़े गए थे। पांच महिने बाद वे फिर से कैद किये गए और 19 वर्शों के लिये लेबर केम्प में भेजे गए। उनकी पत्नी को कोयले की खान में काम करना पड़ा, जहाँ वह मर गयी जब वे कारावास में थे।
20 वर्शों से अधिक सलाखों के पीछे रहने के बाद, वे छोड़े गए थे। उन्होंने तुरंत गाऊन्गझु में उनका ‘‘घर कलीसिया'' फिर से खोला। फिर भी वे अभी भी इन्कार करते थे सामयवादी-संस्था ‘‘थ्री-सेल्फ कलीसिया'' से जुड़ने। उन्होंने आग्रह किया कि मसीहीयों को सरकार की आज्ञा का पालन करना चाहिए जब तक यह बाइबल का विरोध न करें। परंतु उन्होंने कहा, ‘‘परमेष्वर की व्यवस्था आदमी की व्यवस्था से अधिक महत्वपूर्ण है''।
उनके नेतृत्व के अधीन, घर कलीसिया बढ़ा 1997 में 400 सदस्य से आज 4000 तक। एक समाचार खबर का चलचित्र 2011 में कलीसिया के अन्दर दिखाता है याजक को लेम्ब भीड़ से भरे कक्ष में प्रचार देते हुए। वीडीयों की जीवंत-धारा से इमारत में दूसरे अनेक कक्षों में धार्मिक प्रवचन दर्षाया गया। हरएक कक्ष दिवार-से-दिवार तक उनके समुदाय के सदस्यों से भरा हुआ था। जब सभा खत्म हुई लोगों की बड़ी भीड़ दरवाजे से बाहर आयी और इमारत के आसपास के रास्ते भर दिये।
साम्यवादी अधिकारी इस बिना रजीस्टर किये कलीसिया के बारे में जानते हैं, परंतु इसे बन्द कराने अब प्रयत्न नहीं करते। 1997 में याजक लेम्ब ने अमरिका के समाचार पत्र में लिखनेवाले काल थोमस से कहा कि यह ऐसा था क्योंकि उन्होंने अपना सबक सीख लिया हैं उसने कहा, ‘‘हर समय उन्होंने मुझे कैद किया और मुझे कारावास में भेजा, कलीसिया बढ़ा। उपद्रव हमारे लिये अच्छा था। ज्यादा वे हमें बंधित करे, उतने ज्यादा कलीसिया बढ़ेंगे। वह कलीसिया का इतिहास रहा है।''
चीन का घर कलीसियाओं के प्रति व्यवहार जगह जगह अलग होता है। जब कुछ, जैसे याजक लेम्ब के कलीसिया, आज़ादी का आनन्द लेते है, दूसरे अभी भी दुःख का सामना करते है। जुलै (2013) में साम्यवादी पुलीस ने झीन्जीयान्ग प्रदेष में दो घर कलीसियाओं पर आक्रमण किया। उन्होंने आगेवान की धरपकड़ की और उसे ‘‘गैरकानूनी संमेलन'' के लिये जुर्माना लगाया।
याजक लेम्ब ने चीन में घर कलीसिया के आगेबानों को कईबार कहा कि तड़पना मसीही जीवन का हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें तड़पने के लिये तैयार रहना ही चाहिए। हमें हकीकत के लिये तैयार रहना ही चाहिए कि हम षायद पकड़े जाए। मेरे कारावास में भेजे जाने से पहले, मैंने पहिले ही थैला तैयार कर दिया था कुछ कपड़े, जूते और दांत के ब्रष के साथ। आज अधिकारी हमें परेषान नहीं करते, परंतु कल चीजें षायद अलग हो। मैं प्रार्थना करता हूँ कि हम तटस्थ खड़े रहने की सामर्थ्य प्राप्त करें।'' याजक लेम्ब कहावत के लिये मषहूर थे, ‘‘ज्यादा उपद्रव, ज्यादा प्रगति''।
आज यह स्थितिपालकता से मूल्य लगाया जाता है कि चीन के इन घर कलीसियाओं में 1000 लाख से अधिक मसीही है। ये चीन के हरएक हिस्से में स्थित है, बड़े शहरों, और विश्वविद्यालयों को सामिल करके। यह अंदाजित किया जाता है कि अधिकतम विश्वविद्यालयों में हर 10 में से 1 विद्यार्थी अब मसीही है, हर वर्ष हज़ारों नये परिवर्तितों के साथ! यह शामिल करता है व्यवसायिक लोग, चिकित्सकों, प्रतिनिधि, प्राध्यापक, और कुछ साम्यवादी अधिकारीयों को भी (देखो डेवीड ऐकमन, पीएच.डी.,जीसस इन बीजींग : हाउ क्रीस्टीयानीटी इस ट्रान्सफोर्मींग चायना एन्ड चेन्जींग ध ग्लोबल बेलेन्स ओफ पावर रीजनेरी प्रकाषन, आइ.एन.सी., 2003;प्रत 2006 में प्रकाषित)।
डॉ. ऐकमन की किताब समर्पित की गई है ‘‘सारे मसीहीयों, चीन के लोग और विदेष के स्मरण में, जो उनके विष्वास के लिये चीन में षहीदों की तरह मरे, 635 ए.डी. से आधुनिक समयों तक''। ‘‘मेरे मन का सारा प्रेम'' - इसे गाओ!
मेरे मन का सारा प्रेम, मेरे सारे आसक्त स्वप्न-
उन्हें बनाओ, प्रभु यीषु, सिर्फ आपके लिये।
सब जो मैं हूँ, सब जो मैं हो सकता हूँ-
मुझे लो, प्रभु यीषु, सदा आपका होने के लिये।
पुनःउद्धार की ज्वालाएँ प्रजवल्लित है और लाखों लोग चीन में यीषु के पास आ रहे है। परंतु हमें कभी भी नहीं भूलना चाहिए लहू, पसीना और आँसू जो छिड़के गए थे प्रभु के आषीर्वाद उनके पास आने के लिये रास्ता बनाने। यहाँ कहानीयाँ है तीन चीनी याजकों की। उन्होंने अक्षरषः अनुकरण किया पौलुस के द्रश्टांत का, मानने के द्वारा ‘‘सारी चीजें परंतु कूड़ा'' कि वे षायद ‘‘मसीह को प्राप्त करें''।
पहला, 1960 से अनाम याजक है, ‘‘सांस्कृतिक क्रांति'' के लहूभरे स्नान के दौरान। इस याजक के पास था फँदा उनकी गरदन के आसपास और उनपर साम्यवादीयों द्वारा दबाव डाला गया तीन मेजों पर खड़े रहने के लिये जो एक दूसरे पर रखे गए थे। याजक की पत्नी, बच्चे, और फैले हुए परिवार को अन्दर बुलाया गया था पुलीस द्वारा दृष्य की गवाही के लिये। अधिकारीयों ने उनसे कहा, ‘‘आपके पास दो पर्याय है! या तो आप यीषु में विष्वास करना जारी रखने को चुनो, या आप यीषु का इन्कार करो। आपकी पसंद अभी करो!''
वृद्ध याजक ने उनके परिवार और मित्रों की आँखों में देखा, परंतु वे जानते थे उन्हें क्या करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘चाहे आप मेरा मस्तक काँट दो और मेरा लहू जमीन को ढँक दे, मैं कभी भी यीषु का इन्कार नहीं करूँगा!'' तुरंत अधिकारीयों ने नीचे की मेज को लात मारी, ढाँचें को गिराते हुए। एक पल में फँदा उनके गले के आसपास मजबूत हो गया और याजक सदा के लिये यीषु के साथ होने चले गए (लीवींग वोटर, जीवित पानी, झोन्डरवान, 2008, पृश्ठ. 17)।
दूसरा, में आपको दूँगा याजक सेम्युएल लेम्ब की कहानी की थोड़ी ज्यादा बातें। वे एक वर्श बाद जेल से छोड़े गए, 1958 में, जब वे 33 वर्श के थे। उन्हें और ज्यादा प्रचार नहीं करने को कहा गया था। परंतु थोड़े महिनों में वे किसी भी तरह प्रचार करने लगे थे! वे फिर से पकड़े गए और बीस वर्श का कारावास दिया गया। उन्होंने उनको बीस वर्शों के लिये कोयले की खान में कठिन मजदूरी करने ठंडे वातावरण में भेजा। ज्यादातर दूसरे कैदी मर गए, परंतु किसी भी तरह वे जीवित रहे इन सब में परमेष्वर के अनुग्रह द्वारा। जब वे छोड़े गए उन्हें कहा गया कि उनकी पत्नी और पिता मर गए है। उनकी माता बिमार थी और बाद में थोड़े समय में मर गई। चीन से बचके भागने और होंग कोंग, या किसी और जगह जहाँ जाना जो आसान होता उसके बजाय, याजक लेम्ब गाऊन्गझो वापस गए, उनकी कलीसिया के पहले के कुछ सदस्यों को जमा किया, और फिर से उनका पुराना कलीसिया चालू किया। कारावास के उन भयानक वर्शों, और उनके परिवार को खोने के बावजूद, उनका चेहरा आनन्दित था जब मैंने उनको देखा वीडीयो पर प्रचार देते हुए थोडे समय पहले (क्रीमसन क्रोस, बेक टु जेरूसलेम द्वारा प्रकाषित, 2012, पृपृश्ठ. 65, 66)।
तीसरा, है मेरे अपने याजक, डॉ. तीमोथी लीन (1911-2009)। डॉ. लीन की पहली पत्नी और पुत्री को मारा गया उनके सामने जपान के सैनिको द्वारा दूसरे विष्वयुद्ध से थोड़ा पहले। उनकी दूसरी पत्नी, ग्रेसी, मेरी मित्र थी। वे डॉ. लीन के साथ थी जब वे चीनी प्रेसबायटेरीयन कलीसिया सान फ्रान्सीसको में प्रचार दे रहे थे। दोपहर में सभा से पहले श्रीमती लीन को दिल का दौरा पड़ा। वे उनके साथ एम्बयुलन्स में अस्पताल गए। वह कुछ घंटो बाद मर गयी। तुरंत डॉ. लीन ने कलीसिया के लिये टेक्सी ली और प्रचार दिया जैसे तय हुआ था। धार्मिक प्रवचन के बाद कलीसिया में लोग स्तब्ध रह गए जानकर की उनकी पत्नी सभा षुरू होने से थोड़े मिनट पहले ही मरी थी। मैं जानता था कितनी गहराई से डॉ. लीन उनकी पत्नी को प्रेम करते थे। जब मैंने वह कहानी सुनी इसने मुझ पर अक्षय छाप छोड़ी। मैंने फिर कभी भी सेवा को सिर्फ ‘‘नौकरी'' की तरह नहीं देखा। डॉ. लीन के द्रश्टांत से मैंने जाना कि याजक होना जीवन या मृत्यु का वचन है!
वह है तीन कहानियाँ पुराने चीन के याजकों की जिन्होंने मानी सारी चीजें ‘‘सिर्फ कूड़ा'' कि वे षायद ‘‘मसीह को प्राप्त करें''। अमरिका में युवा लोगों को कईबार आलसी और सांसारिक याजकों का द्रश्टांत उनके मनमें होता है। यह एक मुख्य कारण है अमरिका में पुनःउद्धार नहीं है। परंतु चीन में युवा लोगों के पास है स्व-समर्पण का द्रश्टांत आदमीयों का जैसे वह तीन याजक उनके मन में। कोई आष्चर्य नहीं वे मसीह के कारण के लिये सब कुछ समर्पित करने की इच्छा रखते है! कोई आष्चर्य नहीं चीन में युवा लोग कह सकते है पौलुस के साथ, ‘‘मैंने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझाता हूँ, जिससे मैं मसीह को प्राप्त करूँ'' (फिलिप्पियों 3:8)। कोई आष्चर्य नहीं चीन अनुभव कर रहा है, अभी, सबसे बड़ा पुनःउद्धार मसीहीता के इतिहास में।
क्या आप उनके जैसे बनोगे? क्या आप समझोगे सारी वस्तुएँ ‘‘सिर्फ कूड़ा'' कि आप ‘‘षायद मसीह को प्राप्त करो?'' इसे कूड़ा समझो! इसे कूड़ा समझो! मसीह क्रूस पर मरे आपके पापों के लिए दण्ड चुकाने, और आपको जीवन देने षारीरिकरूप में उठे तीसरे दिन मृत्यु से। आप आपका जीवन अभी पवित्र करोगे मसीह के लिये? इसे फिर से गाओ!
मेरे मन का सारा प्रेम, मेरे सारे आसक्त स्वप्न-
उन्हें बनाओ, प्रभु यीषु, सिर्फ आपके लिये।
सब जो मैं हूँ, सब जो मैं हो सकता हूँ-
मुझे लो, प्रभु यीषु, सदा आपका होने के लिये।
अगर आपको हमारे साथ बात करनी है सच्चे स्व-समर्पण करनेवाले मसीही बनने के बारे में, मेहरबानी करके अभी सभागृह के पीछे जाओ। डो. केगन आपको षांत कक्ष में ले जाएँगे प्रार्थना और बातचीत करने। अगर आपको सच्चा मसीही बनने में रूचि है, अभी सभागृह के पीछे जाओ। डॉ. चान, मेहरबानी करके प्रार्थना कीजिये कि इस सुबह कोई मसीह पर भरोसा करे। आमीन।
(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान एबल प्रुद्योम्म द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रषास्त्रः फिलिप्पियों 3:7-11।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन कीनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीतः
‘‘मेरे मन का सारा प्रेम'' (डॉ. जोन आर. राईस द्वारा, 1895-1980)।