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आपका क्रूस उठ़ाओTAKE UP YOUR CROSS डॉ. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की ‘‘उसने भीड़ को अपने चेलों समेत पास बुलाकर, उसने कहा, जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाकर, मेरे पीछे हो ले'' (मरकुस 8:34)। |
यह घटना तीनो सामान्य अवलोकन किए हुए सुसमाचारों में लेख प्रमाण है - मती, मरकुस, और लूका। कुछ बाइबल षिक्षक कहते है यह सिर्फ परिपक्व मसीहीयों के लिये है। परंतु तीनो सुसमाचार विष्ोश करके हमें कहते है यह हरएक के लिये है। मती में हम पढ़ते है, ‘‘यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप का इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाए, और मेरे पीछे बोलें'' (मती 16:24)। इसलिये, मती ने अपने आप का इन्कार करनेवाला और क्रूस उठानेवाला ‘‘किसी भी आदमी'' के लिये है। हकीकत में वहाँ ‘‘आदमी'' षब्द दिया गया था इटालीक ष्ौली में के जे वी अनुवादकों द्वारा। आधुनिक वर्णन ‘‘किसी'' षब्द का अनुवाद करता है ‘‘कोई भी'', की तरह जैसे एन के जे वी में। इसलिये पद लागू होता है किसी को भी जो मसीह अनुकरण करनेवाला हो। हमारे पाठ में मरकुस में हमें कहा गया है कि यीषु ने ‘‘भीड़ को बुलाया'', चेलों के साथ, और कहा, ‘‘जो कोई [कोई भी] मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपसे इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाकर, मेरे पीछे हो ले''। इसलिये, फिर से, यह भीड़ में हरएक लोग था, और उनके बारह चेले भी। लूका 9:23 में, हम पढ़ते है, ‘‘और उसने सब से कहा, यदि कोई ...'' इसलिये यह स्पश्ट है सारे सामान्य अवलोकन किए हुए सुसमाचारों में कि यीषु ने क्रूस उठाने की स्थिति हरएक के लिये षर्त की तरह दी, ना कि सिर्फ बारह चेलों को। यह स्पश्ट है कि यीषु सब कह रहे थे जब उन्होंने कहा, ‘‘जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाकर, मेरे पीछे हो ले'' (मरकुस 8:34)। यहाँ पर दो मुद्दे है जो उस पाठ से आते है।
।. पहला, आधुनिक अधिकार विरोधी इन्कार करते है कि सच्चे परिवर्तन में यह होता है।
पिछले रविवार रात को मैंने अधिकार विरूद्धता के विरूद्ध धार्मिक प्रवचन प्रचार किया था। मैंने कथन किया था रीफोर्मेषन स्टडी बाइबल से, जो कहता है, ‘‘अधिकार विरोधी मंतव्य वो है जो इन्कार करते है कि परमेष्वर की व्यवस्था को सीधे सीधे ही मसीह के जीवन का नियंत्रण करना चाहिए ... वे झूठे सारांष उठाते है कि उनके व्यवहार से कुछ फर्क नहीं पड़ता, षर्त है वे विष्वास करते रहे ... यह षक्य नहीं है मसीह में होना और उसी समय पाप का स्वीकार करना जीवन के प्रकार के समान (पृश्ठ 1831)। फिर मैंने डॉ. ए. डब्ल्यु. टोझर का कथन किया, जिन्होंने कहा,
उत्कृश्ट नास्तिकता हमारे संपूर्ण सुसमाचार प्रचारक मसीही मण्डल में आयी है - विस्तृतरूप से स्वीकारा हुआ विचार कि हम इंसान मसीह को स्वीकार करना निर्णय कर सकते है सिर्फ इसलिये कि हमें उनकी आवष्यकता है उद्धारक की तरह और वह हमारे पास अधिकार है टालने हमारा उनकी ओर आज्ञाकारीपन प्रभु की तरह जब तक हम चाहें! ...
कैसी दुखःद घटना कि हमारे दिन में हम कईबार सुनते है सुसमाचार की याचना की गयी हो इस प्रकार के आधार पर : ‘‘यीषु के पास आओ! आपको किसी की भी आज्ञा माननी नहीं है। आपको कुछ भी बदलना नहीं है। आपको कुछ भी छोड़ना नहीं है - सिर्फ उनके पास आओ और उन पर विष्वास करो उद्धारक की तरह!''
इसलिये वे आते हैं और उद्धारक में विष्वास करते है। बादमें, सभा या सम्मेलन में, वे सुनेंगे दूसरी याचना : ‘‘अब आपने उन्हें उद्धारक की तरह प्राप्त किया है, आपको कैसा लगेगा उन्हें प्रभु की तरह लेने?''
हकीकत जो हम सुनते है हर जगह वह इसे सही नहीं करती। आदमीयों और स्त्रीयों को प्रेरित करने भाग किए हुए मसीह में मानने के लिये वह गलत षिक्षा है क्योंकि कोई भी आधे मसीह को नहीं पा सकते ... जब आदमी यीषु मसीह पर विष्वास करता है उसे संपूर्ण प्रभु यीषु मसीह पर विष्वास करना ही चाहिए - कोई आरक्षण नहीं करना है! मैं संतुश्ठ हूँ कि यह गलत है देखना यीषु को दिव्य परिचारिका के समान जिसके पास हम जा सकते है जब पाप ने हमें बिमार किया है, और बाद में हमें सहाय करने के बाद, उनको कहना, ‘‘बिदाई के समय का प्रणाम'' - और हमारे अपने रास्ते चले जाए ...
हम उनके पास ऐसे नहीं आते जो, उसके घर के लिये फर्नीचर खरीदता है, घोशित करता है : ‘‘मैं यह मेज लूँगा परंतु मुझे वह कुुर्सी नहीं चाहिए'' - इसे भाग करते हुए! नहीं साहब! यह या तो पूर्ण मसीह या मसीह नहीं!
मैं मानता हूँ हमें संसार को पूर्ण मसीह का प्रचार करने की आवष्यकता है-मसीह जिसे हमारी क्षमा-प्रार्थना की आवष्यकता नहीं, मसीह जो भाग नहीं किए जाएँगे, मसीह जो या तो हमारे सबके परमेष्वर होंगे या जो कदापि परमेष्वर होंगे ही नहीं!
मैं आपको चेतावनी देता हूँ - आपको उनसे सहाय नहीं मिल सकती उस प्रकार में क्योंकि परमेष्वर उन्हें नहीं बचाएँगे जिसे वे आदेष नहीं दे सकते! वे उनके कार्यालय का विभाजन नहीं करेंगे। आप आधे-मसीह पर विष्वास नहीं कर सकते। हम उन्हें मानते है जिसके लिये वे हैं - राज्याभिश्ोक किए हुए उद्धारक और परमेष्वर जो राजाओं के राजा और प्रभुओं के प्रभु है! वे वो नहीं होते जो वे है अगर उन्होंने हमें बचाया और हमें बुलाया और हमें चुने बिना समझ के कि वे हमें मार्गदर्षन भी कर सकते हैं और हमारे जीवन नियंत्रित भी कर सकते हैं ...
क्या यह हो सकता है कि हम हकीकत में सोचे हम यीषु मसीह को हमारे कर्तव्य-पालन के ऋणी नहीं हैं? हमने हमारा कर्तव्य-पालन उन्हें दिया है जिस क्षण हमने उन्हें पुकारा मुक्ति के लिये, और अगर [आप] उन्हें वह कर्तव्य-पालन नहीं देते, मेरे पास कारण है आष्चर्य का अगर [आप] हकीकत में परिवर्तित हो!
मैं बातें देखता हूँ और बातें सुनता हूँ जो मसीही लोग करते है और जैसे मैं उन्हें देखता हूँ ... मैं प्रष्न उठ़ाता हूँ क्या वे यर्थाथ में परिवर्तित हुए है ...
मैं मानता हूँ यह परिणाम है गलत षिक्षा षुरू करने का। उन्होंने प्रभु को सोचा अस्पताल की तरह और यीषु को मुख्य काम करनेवाले, बेचारे पापियों को दृढ़ करने जो परेषानी में गये है! ‘‘मुझे दृढ़ करो, प्रभु'', उन्होंने आग्रह किया था, ‘‘ताकि मैं अपने रास्ते जा सकुँ!''
वह बुरी षिक्षा है ... यह भरी हुई है स्व-कपट के साथ। चलिये देखते हैं यीषु हमारे प्रभु को, मुख्य, पवित्र, मुकुट पहने हुए, प्रभुओं के प्रभु और सबके राजा उनके सारे बचाए हुए लोगों से संपूर्ण कर्तव्य-पालन का आदेष देने के पूर्ण अधिकार में! ... (ए. डब्ल्यु. टोझर, डी.डी., आई कोल इट हर्से!, मैं इसे नास्तिकता कहता हूँ!, मसीही प्रकाषन, 1974 की प्रत, पृपृश्ठ 9-21)।
सच्चे परिवर्तन को चाहिए कि आप पश्चाताप करो और प्रभु यीषु मसीह पर भरोसा करो। इसका अर्थ है कि आपका जीवन नयी और अलग दिषा लेगा जब आप यर्थाथ में उनका भरोसा करोगे। प्रेरितो पौलुस ने यह स्पश्ट किया जब उन्होंने कहा,
‘‘यदि कोई मसीह में है, तो वह नई सृश्टि है : पुरानी बातें बीत गई है; देखो, सब बातें नई हो गई है'' (2 कुरिन्थियों 5:17)।
खोए पापी को जीवन की नयी दिषा एकमात्र अनुग्रह द्वारा ही आती है, सिर्फ प्रभु यीषु मसीह में विष्वास करने के द्वारा!
‘‘क्योंकि विष्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है; और यह तुम्हारी ओर से नहीःं वरन् परमेष्वर का दान हैः और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करें। क्योंकि हम उसके बनाए हुए है, और मसीह यीषु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेष्वर ने पहले से हमारे करने के लिये तैयार किया'' (इफिसियों 2:8-10)।
‘‘मसीह यीषु में उन भले कामों के लिये सृजे गए'' - वह सरल और स्पश्ट है उन सब को जो यीषु को प्रेम करते है, क्योंकि यीषु ने कहा, ‘‘यदि तुम मुझ से प्रेम रखते हो, तो मेरी आज्ञाओं को मानोगे'' (यूहन्ना 14:15)। फिर से, यीषु ने कहा, ‘‘जो मुझ से प्रेम नहीं रखता वह मेेरे वचन नहीं मानता'' (यूहन्ना 14:28)। जब प्रेरितों पौलुसने कुरिन्थुस में कलीसिया के अधिकार विरोधीयों को डाँटा था, उन्होंने कहा, ‘‘परमेष्वर का राज्य बातों में नहीं, परंतु सामर्थ्य में है'' (1 कुरिन्थियों 4:20)। षब्द जो हम कहते है यीषु को प्रेम करने के बारे मेें कोई भी अर्थ का नहीं अगर किसी का जीवन बदलने अनुग्रह के सामर्थ्य के द्वारा साथ न हो। अधिकार विरोधी वे है जो ‘‘भक्ति का भेश तो धरेंगे, पर उसकी षक्ति को न मानेंगे'' (2 तीमुथियुस 3:5)। इस प्रकार, वे है ‘‘सदा सीखें, तो रहे हैं पर सत्य की पहिचान तक कभी नहीं पहुँचे'' (2 तीमुथियुस 3:7)। और सत्य यीषु द्वारा बोला गया था हमारे पाठ में,
‘‘जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाकर, मेरे पीछे हो ले'' (मरकुस 8:34)।
॥. दूसरा, वे जो यर्थाथ मे परिवर्तित है उन्हें वह मानने में कोई परेषानी नहीं है।
और फिर भी वह कहावत अपरिवर्तित, षारीरिक मनुश्य से एकदम छिपी है।
‘‘परंतु षारीरिक मनुश्य परमेष्वर के आत्मा की बातें ग्रहण नहीं करताः क्योंकि वे उसकी दृश्टि में मूर्खता की बातें हैःं और न वह जान सकता है, क्योंकि उनकी जाँच आत्मिक रीति से होती है'' (1 कुरिन्थियों 2:14)।
यह उनसे छिपाया जाता है ष्ौतान द्वारा, जो कहे जाते है ‘‘इस संसार के ईष्वर'',
‘‘परन्तु यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा है, तो यह नश्ट होनेवालों ही के लिये पड़ा हैः और उन अविष्वासियों के लिये जिन की बुद्धि इस संसार के ईष्वर ने अंधी कर दी है, ताकि मसीह जो परमेष्वर का प्रतिरूप है, उसके तेजोमय सुसमाचार का प्रकाष, उन पर न चमके'' (2 कुरिन्थियों 4:3-4)।
सुसमाचार का वर्णन प्रेरितो पौलुस द्वारा किया गया था,
‘‘इसी कारण मैंने सबसे पहले तुम्हें वही बात पहुँचा दी जो मुझे पहुँची थी, कि पवित्रषास्त्र के वचन के अनुसार यीषु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया; और गाड़ा गया, और पवित्रषास्त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा'' (1 कुरिन्थियों 15:3-4)।
परंतु कैसे सुसमाचार आपको बचा सकता है और आपका जीवन बदल सकता है?
जब आप मसीह का भरोसा करते हो, उनकी क्रूस पर की मृत्यु आपके पाप का प्रायष्चित करती है। जब आप मसीह का भरोसा करते हो, उनका पुनरूत्थान आपको आपके जीवन में नयी दिषा के लिये सामर्थ्य देता है। फिर से, मैं इफिसियों 2:8-10 को प्रार्थना करता हूँ,
‘‘क्योंकि विष्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है; और यह तुम्हारी ओर से नहीःं वरन् परमेष्वर का दान हैः और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करें। क्योंकि हम उसके बनाए हुए है, और मसीह यीषु में उन भले कामों के लिये सृजे गए, जिन्हें परमेष्वर ने पहले से हमारे करने के लिये तैयार किया'' (इफिसियों 2:8-10)।
अनुग्रह के द्वारा हम मसीह में विष्वास के कारण बचाए गए है। जब हम बचाए गए है, तब हम ‘‘मसीह यीषु में उन भले कामों [के लिये] सृज गए, जिन्हें परमेष्वर ने [पहले से] हमारे करने के लिये [तैयार] किया'' (इफिसियों 2:10)। सिर्फ मसीह में विष्वास हमें परमेष्वर के स्वीकारने योग्य बनाता है। नया जन्म आता है मसीह में विष्वास के द्वारा। परंतु नया जन्म उत्पन्न करता है नया जीवन, और जीवन में नयी दिषा। पूर्णता नहीं। वह आती है पवित्र करने की क्रिया से। परंतु नयी दिषा - जीवन में नयी राह - मसीह की आज्ञा मानने के लिये नयी इच्छा! और वही है जहाँ हमारा पाठ अन्दर आता है,
‘‘जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाकर, मेरे पीछे हो ले'' (मरकुस 8:34)।
जागृतता, और विष्ोशकर नया जन्म, उत्पन्न करता है मन में इच्छा मसीह के वह आदेष का आज्ञा पालन करने! अगर नया जन्म नहीं होता है, तो वहाँ यीषु की आज्ञा मानने की कोई इच्छा भी नहीं होगी। परंतु जब प्रभु की आत्मा उसका काम करती है, जो ऊपर से जन्मा है वह पीछे हट़ेगा नहीं और मसीह के उस आदेष का अस्वीकार नहीं करेगा,
‘‘जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाकर, मेरे पीछे हो ले'' (मरकुस 8:34)।
चाहे डाएट्रीच बॉन्होफ्फेर (1906-1945) ने रोका था प्रेरणा का उदार मंतव्य, परमेष्वर ने यह सच उसे उजागर किया था। वह ये सच समझ गया था, जो बहुत से जिन्हें प्रेरणा का बेहतर मंतव्य था उन्होंने खो दिया। बॉन्होफ्फेर युवान लुथरन याजक थे जो हीटलर के विरूद्ध बोले थे, और जर्मन एलीस से संयुक्त होने के थोड़े दिन पहले नाझीयों द्वारा गले पर फाँसी दिये गए थे। वे सिर्फ 39 वर्श के थे। उनकी उच्चकोटि के साहित्य की किताब, ध कोस्ट अॉफ डीसाइपलसीप, षिश्यवृति की कीमत, में बॉन्होफ्फेर ने कहा, ‘‘जब मसीह एक आदमी को बुलाते है, वे उसे निमंत्रण देते है आने और मरने। यह षायद पहले चेलों की तरह मृत्यु हो जिन्हें घर छोड़ना पड़ा और उनके लिये काम करना पड़ा, या यह षायद लुथर के समान मृत्यु हो, जिन्हें आश्रम छोड़ना पड़ा और बाहर संसार में जाना पड़ा। परंतु हर समय यह समान मृत्यु ही है ... हकीकत में यीषु के हर आदेष है मरने के लिये पुकार, हमारे सारे अनुराग और तीव्र लालसाओं के साथ ... हर दिन हम सामना करते है नये प्रलोभनों का, और हर दिन हमें फिर से तड़पना ही चाहिए यीषु मसीह के लिये। जख़्म और घाव के चिन्ह [हम] प्राप्त करते है [लड़ाई] में जीवित संकेत है हमारे प्रभु के क्रूस में इस हिस्सेदारी का ... फिर तड़पना है सच्चे षिश्यवृति का लक्षण। चेले उनके स्वामी से ऊपर नहीं है। मसीह को अनुकरण करने का अर्थ है पासीयो पासीवा, तड़पना क्योंकि हमें तड़पना है। इसीलिये लुथर ने विष्वास किया सच्चे कलीसिया के गुणों के बीच तड़पना, और अगसबर्ग कन्फेषन के लिये प्रार्थनापत्रों में से एक तैयार करने उसी प्रकार वर्णन करता है कलीसिया को उन समुदाय की तरह ‘जो पीड़ा दिए गए और षहीद किए गए सुसमाचार के लिये'। अगर हम हमारा क्रूस लेने से इन्कार करे और तड़पने के अधीन होने और आदमीयों के हाथों पर अस्वीकार हम [खो देते है] मसीह के साथ संगति और उनका अनुकरण करने से रोकना ... पहले के मसीही षहिदों के काम पूरे प्रमाणों से भरे है जो दिखाते है कैसे मसीह बाहरी आकृति बदलते है उनके अपने घंटा उनकी विनाषी पीड़ा के लिये उन्हें अकथनीय विष्वास देते है उनकी मौजुदगी का। सबसे क्रूर पीड़ा वे सहते है उनके लिये उस घंटे में, वे बनाए जाते है हिस्सेदार पूरे आनंद और उनके साथ संगति के परम सुख में। क्रूस सहना प्रमाणित करता है एकमात्र रास्ता तड़प पर विजय पाने का। यह सत्य है उन सबके लिये जो मसीह का अनुकरण करते है, क्योंकि यह उनके लिये सच है ... क्रूस हर मसीही पर रखा गया है। पहला मसीही तड़पना जो हर आदमी को अनुभव करना ही चाहिए वह बुलावा है इस संसार के अनुराग को त्यागने के लिये। यह वृद्ध आदमी की मृत्यु होना है जो उसका मसीह के साथ लड़ाई का परिणाम है। जैसे हम [चेले बनना षुरू करते है] हम अपने आप को समर्पित करते है मसीह को उनकी मृत्यु के साथ मिलाप में - हम देते है हमारा जीवन मृत्यु को। इस प्रकार यह षुरू होता है; क्रूस ... हमारे सम्मुख होता हैं हमारे मसीह के साथ संपर्क की षुरूआत में। जब मसीह आदमी को बुलाते है, वे उसे निमंत्रण देते है आने और मरने'' (डाएट्रीच बॉन्होफ्फेर, षिश्यवृति की कीमत, कोल्लीयर बुक्स, 1963 की पेपरबेक प्रत, पृपृश्ठ. 99-101)।
मैं याजक रीचर्ड वुर्मब्रान्ड (1909-2001) को जानता था। हमारे पास हमारे कलीसिया में उनकी और उनकी पत्नी की हमारे लड़को को उठ़ाए हुए की तस्वीर है, जब उन्होंने उनके लिए प्रार्थना की थी और उन्हें मसीह को समर्पित किया था। मैंने बहुत से महान मसीहीयों को जाना था। डॉ. तीमोथी लीन, मेरे चीनी कलीसिया में याजक, सबसे महान् याजक थे, मैं कभी भी जिनसे मिला हूँ उन में से। डॉ. क्रीस्टोफर केगन सबसे महान् मसीही थे मैंने कभी व्यक्तिगतरूप से जाना है उनमें। याजक हर्मन ओट्टेन प्रभु की दृश्टि में संत है। उन्होंने बाइबल का बचाव किया उदार हमलों के सामने 50 वर्शों से ज्यादा के लिये, और यहाँ उनहें बड़ी तड़प देने का कारण बना, और बहुत से मित्र खोने का, मीस्सोउरी सीनोड लुथरन उपाधि में। मैं ऐसे आदमी की प्रषंसा करता हूँ - चाहे मैं उनके साथ सहमत नहीं हूँ वे जो भी कहते हैं उससे। परंतु याजक वुर्मब्रान्ड, दूर से, सबसे महान् मसीही थे मैं कभी भी मिला हूँ उनमें।
रीचर्ड वुर्मब्रान्ड लुथरन याजक थे जिन्होंने रोमानीया में साम्यवादी कारावास में चौदह वर्श बिताए। उन्होंने पूरे दो वर्श एकान्त बन्दीगृह में बिताए, कभी भी न सूर्य देखा, न कभी आदमी की आव़ाज सुनी। वे मारे गए थे, और दवा पिलाए गए, और बीच की पीड़ा से गुजरे। उनका देह टूकड़े-टूकड़े कर दी गई थी और लहूलुहाण बार-बार मारने से। गर्म लाल सलाखों ने उनकी पीठ़ और गले पर गहरे जख्म बनाए। वे प्रचार करने खड़े न रह सके जब वे यहाँ हमारे कलीसिया में थे, क्योंकि उनके पैर मार कर और पीड़ा देकर विकृत बनाए गए थे। उनकी किताब, इन गोडस् अन्डरग्राउन्ड, में उन्होंने कहा, ‘‘खास साँचे में मैं लाउडस्पीकर को सुनता हूँ, दिन प्रतिदिन।
मसीहीता मर चुकी है।
मसीहीता मर चुकी है।
मसीहीता मर चुकी है।
और समय में मैं आया विष्वास करने जो उन्होंने हमें कहा उन सारे महिनों के लिये। मसीहीता मर चुकी थी। बाइबल भविश्य बताता है बड़े स्वधर्म त्याग का समय, और मानता हूँ कि यह आ गया है। फिर मैंने मेरी मेग्डालेने के बारे में सोचा, और कदाचित् यह सोचने, किसी दूसरे से अधिक, मुझे सहाय किया आत्मा-मारनेवाले ज़हर अंतिम और सबसे बुरी अवस्था दिमाग सही करने से बचाने। मुझे स्मरण है वह मसीह को कैसे विष्वासु थी तब भी जब उन्होंने क्रूस पर पुकारा, ‘मेरे प्रभु, आपने क्यों मुझे छोड़ दिया?' और जब वे कब्र में लाष थे, वह पास में रोयी और उनके फिर से उठने तक विलम्ब किया। इसलिये जब मैंने विष्वास किया आखिरकार मसीहीता मर गयी थी, मैंने कहा, ‘फिर भी, मैं इसे मानूँगा, और मैं इसकी कब्र पर विलाप करूँगा जब तक यह फिर से न उठ़े, क्योंकि वे निष्चितरूप से उठेंगे''' (रीचर्ड बुर्मब्रान्ड, टीएच.डी., इन गोडस् अन्डरग्राउन्ड, लीवींग सेक्रीफाइस बुक्स, 2004, पृपृश्ठ. 263, 264)।
मुझे यीषु के लिये कभी भी ज्यादा तड़पना नहीं पड़ा। परंतु सान फ्रान्सीस्को के करीब उदार सधर्न बेपटीस्ट धार्मिक पाठषाला में मेरे आखरी दो वर्श बहुत कठिन थे। भावनात्मक रूप में मैंने महसूस किया जैसे मैं गतसमनी में था। जब मेरे मित्र मुझसे दूर हो गये और मैं अकेला था, दो भिन्न प्राध्यापकों ने मुझसे कहा मैं सधर्न बेपटीस्ट कलीसिया में कभी भी याजक के समान नहीं रखा जाऊँगा अगर मैं मसीह और बाइबल का बचाव करता रहूँगा। धार्मिक उपदेष के षिक्षक, डॉ. ग्रीन, ने मुझे कहा, ‘‘तुम अच्छे प्रचारक हो। परंतु तुमको नामना मील रही है परेषान करनेवाले की तरह। अगर तुमको कलीसिया में याजक होना है, तुमको अभी बन्द करना पड़ेगा।'' वह ऐसा था जैसा कोई आपको महाविद्यालय में कहे, ‘‘आपको कभी भी नौकरी नहीं मिलेगी अगर आपने बाइबल का बचाव करना बंद नहीं किया''।
मैं विषाल षयनखंड में मेरे कक्ष में वापस गया। मैंने अपना जेकेट पहना और दूर तक सैर के लिये गया। महासागर से बर्फीले पवन ने मुझे थर्राया। मैं प्राध्यापक के षब्दों के बारे में सोचता रहा, ‘‘तुम्हें बुरी प्रसिद्धि मिल रही है। तुम्हें कभी भी कलीसिया नहीं मिलेगा। बाइबल का बचाव करना बंद करो।'' मेरी सैर के करीब आधे रास्ते, मैंने अपने स्वयं को कहा, ‘‘इसके साथ ह--- ! कोई बात नहीं चाहे जो भी हो मैं यीषु और उनके वचनों के लिये खड़ा रहूँगा। कलीसिया मिलने से ह---!'' मैं जानता हूँ मुझे वह किसी और तरीके से कहना चाहिए परंतु, असभ्य जैसे यह है, एकदम वही है जो मैंने अपने स्वयं से कहा उस दिन! डॉ. जोन रॉलींग्स (1914-2013) ने षायद वह कहा होगा! लुथर (1483-1546) ने षायद वह कहा होगा! प्रेरितो पौलुस ने कहा, ‘‘मैंने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूँ, जिससे मैं मसीह को प्राप्त करूँ'' (फिलिप्पियों 3:8)। कभी-कभी वहाँ कोई और रास्ता नहीं होता सोच को प्रस्तुत करना दबाव से, मैंने सिर्फ कहा, ‘‘पूरी बातों से ह---! चाहे जो भी इसकी कीम्मत हो मैं मसीह और उनके वचन के लिये बोलना बंद नहीं करूँगा!'' मैं इन चीजों के नुकसान को मानता हूँ ‘‘कूड़ा, जिससे मैं मसीह को प्राप्त नहीं करूँ''!
यह क्या है जो आप खोने से ड़रते हो? आप क्या त्यागने से ड़रते हो? आपको क्या भयभीत करता है, अपने स्वयं का इन्कार करने से, और आपका क्रूस उठ़ाने से, और मसीह को अनुकरण करने से? यह सदा किसी प्रकार का ड़र हैं जो लोगों को रोकता हैं। क्या आप वैसे ड़र को ‘‘कूड़ा'' मानोगे, और किसी भी तरह मसीह के पास आओगे? अगर आप वह करते हो, आप परमेष्वर की दृश्टि में बहुत विष्ोश व्यक्ति बनोगे!
प्राचीन कलीसिया में वे जो मसीह के लिए मरे वे कहे गए थे ‘‘षहीद''। परंतु वे जैसे वुर्मब्रान्ड, जो तीव्रता से तड़पे उपद्रव के अधीन बिना मरे, कहे गए ‘‘दोश स्वीकार करनेवाले''। याजक वुर्मब्रान्ड दोश स्वीकार करनेवाले थे। उन्होंने अपने आप से इन्कार किया था, उनका क्रूस उठाया और यीषु के पास आए, चाहे इस के लिये उन्हें बड़ी तड़प की कीमत चुकानी पड़ी। क्या आप वह करेंगे? क्या आप सब बातों को मानोगे ‘‘कूड़ा, जिससे [आप] मसीह को प्राप्त करें?'' आप अपने आप का इन्कार करेंगे, आपका क्रूस उठाएँगे? और यीषु के पास आओगे? क्या आप कहोगे, डॉ. जोन आर. राइस के पसंदीदा गीत के षब्दो में,
यीषु, मैंने मेरा क्रूस उठ़ाया है, सबकुछ छोड़ने और आपका अनुकरण करने;
निराश्रय, तुच्छ, त्यागा हुआ, आगे से, मेरा सबकुछ होगा, आपकाः
हर आसक्त इच्छा नश्ट करो, सब मैंने इच्छा किया, और आषा की और जाना;
फिर भी कितनी धनवान है मेरी अवस्था, परमेष्वर और स्वर्ग अभी भी मेरे अपने है।
यह आपके गीत के पर्चे पर क्रमांक 8 पर है। मेहरबानी करके खड़े रहो और इसे गाओ।
यीषु, मैंने मेरा क्रूस उठ़ाया है, सबकुछ छोड़ने और आपका अनुकरण करने;
निराश्रय, तुच्छ, त्यागा हुआ, आगे से, मेरा सबकुछ होगा, आपकाः
हर आसक्त इच्छा नश्ट करो, सब मैंने इच्छा किया, और आषा की और जाना;
फर भी कितनी धनवान है मेरी अवस्था, परमेष्वर और स्वर्ग अभी भी मेरे अपने है।
चाहे संसार मुझे तिरस्कार करे और छोड़ दे, उन्होंने मेरे उद्धारक को भी छोड़ा, है;
इंसानी मन और नज़र मुझे धोखा देती है; आपका काम नहीं, आदमी जैसा, झूठा;
और, जब आप मुझ पर मुस्कुराते हो, इच्छा, प्रेम और सामर्थ्य परमेष्वर का,
षत्रु षायद तिरस्कार करें, और मित्र षायद दूर रखें; आपका चेहरा दिखाईये, और सब तेजोमय है।
आदमी षायद मुझे परेषान और पीड़ा करे, वह परंतु मुझे ले जाएगा आपकी छ़ाती तक;
कठिन प्रयत्नों के साथ जीवन षायद मुझे दबाए, स्वर्ग मेरे लिए लाएगा मधुर विश्राम।
ओ यह पश्चाताप में नहीं मुझे नुकषान करना, जब आपका प्रेम मेरे लिये छोड़ा गया है;
ओ वह आनंद में नहीं था मुझे मोहित करना, जहाँ वह आनंद आपके साथ मिश्रित नहीं है।
(‘‘यीषु, मैंने मेरा क्रूस उठ़ाया है'' हेन्री एफ. लायटे द्वारा, 1793-1847)।
अगर आपको हमारे साथ मसीही बनने के बारे में बात करनी हो, मेहरबानी करके आपकी बैठक छोड़ो और अभी सभागृह के पीछे जाओ। डॉ. केगन आपको षांत जगह ले जाएँगे प्रार्थना करने। डॉ. चान मेहरबानी करके किसी के लिये प्रार्थना करो जिन्होंने बचाए जाने के लिये प्रतिभाव दिया है।
(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान एबल प्रुद्योम्म द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रषास्त्रः मरकुस 8:34-38।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन कीनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीतः
‘‘यीषु, मैंने मेरा क्रूस उठ़ाया है'' (हेन्री एफ. लायटे द्वारा, 1793-1847)।
:रूपरेखा आपका क्रूस उठ़ाओ TAKE UP YOUR CROSS डॉ. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा ‘‘उसने भीड़ को अपने चेलों समेत पास बुलाकर, उसने कहा, जो कोई मेरे पीछे आना चाहे, वह अपने आपे से इन्कार करे, और अपना क्रूस उठाकर, मेरे पीछे हो ले'' (मरकुस 8:34)। (मती 16:24; लूका 9:23) ।. पहला, आधुनिक अधिकार विरोधी इन्कार करते है कि सच्चे परिवर्तन में यह होता है, इफिसियों 2:8-10; यूहन्ना 14:15,24; 1 कुरिन्थियों 4:20; 2 तीमुथियुस 3:5,7। ॥. दूसरा, वे जो यर्थाथ मे परिवर्तित है उन्हें वह मानने में कोई परेषानी नहीं है,
2 कुरिन्थियों 5:17; 1 कुरिन्थियों 2:14; 2 कुरिन्थियों 4:3-4; |