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उद्धारक की जीत!
(यषायाह 53 से बारहवा संदेष)

THE SAVIOUR’S TRIUMPH!
(SERMON NUMBER 12 ON ISAIAH 53)
(Hindi)

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

इस संदेष का प्रचार लोस एंजलिस में बप्तीस टबरनेकल में
प्रभु का दिन अेप्रिल 14, 2013 सुबह को किया गया था।
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Morning, April 14, 2013

‘‘तब वह अपना वंष देखने पाएगा, बहुत दिन जीवित रहेगा, उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी'' (यषायाह 53:10)।


यषायाह 53:10 का प्रथम भाग मसीह की प्रायष्चित्तिक मृत्यु के बताता है। कल षाम को मैं ने इसका प्रचार किया था। पहला आधा हिस्सा बताता है कि उसके पुत्र की पीड़ा का माध्यम पिता परमेष्वर है, सही में वे ही कारणभूत थे। डॉ. मेरील्ल अेफ. उंगर ने कहा, ‘‘परमेष्वर ने उसे पीड़ित करने के लिए कुचल डाला'' (Merrill F. Unger, Ph.D., Unger’s Commentary on the Old Testament, Moody Press, 1981, volume II, p. 1299). यषायाह 53:10 का पहला हिस्सा कहता है,

‘‘तौ भी यहोवा को यही भाया कि उसे कुचले; उसीने उसको रोगी कर दिया : जब वह अपना प्राण दोशाबलि करे...'' (यषायाह 53:10अ)।

The Keil and Delitzsch Commentary on the Old Testament says,

मनुष्यों ने ही उस पर (मसीह) एसी कुचल देेनेवाली पीड़ा अधिरोपित की थी, ऐसे गहरा दुःख; किन्तु सबसे महत्तवपूर्ण वजह है पिता परमेष्वर, जिन्होने मनुश्यों का पाप (पूर्ति) उपभोग के लिए, स्वेच्छासे, और पूर्वनिष्चित परमर्ष के लिए (Eerdmans, 1973 reprint, vol. VII, part II, p. 330).

किन्तु अब हम, यषायाह 53:10 का दूसरा हिस्सा देखेंगे, मसीह की पीड़ा का परिणाम क्या हुआ, उसका क्या फल निकला। उनका जुनून और मृत्यु ने उनके पुनरूथ्यान की जीत का आधार कर्म डाला है, और उनके लोगों की इस पृथ्वी पर की जीत! कृपया करके फिरसे खड़े हो और वचन का दूसरा हिस्सा पढ़े, ‘‘तब वह देखेगा'' की षुरूआत से, ‘‘ही ष्‍ोल सी''।

‘‘...तब वह अपना वंष देखने पाएगा, बहुत दिन जीवित रहेगा, उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी'' (यषायाह 53:10ब)।

आप बैठे। संदेष के तीन आष्चर्यजनक (अद्भूत) परिणाम पर ध्यान दे जो मसीह की पीड़ा से आये!

।. पहला, वह अपना वंष देखने पाएगा!

‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा'' (यषायाह 53:10)।

यीषु की मृत्यु का वह पहला परिणाम है। ‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा।'' यह मसीह की आध्यात्मिक वंया के संदर्भ में है, उसका वंष। लाखों लोग मसीह में आर्य और ‘‘उनके वंष'' बने। यीषु ने भविश्यवाणी की थी जब उन्होंने कहा,

‘‘और पूर्व, और पष्चिम; उत्तर और दकिष्वन से लोग आकर परमेष्वर के राज्य के भोज में भागी होंगे'' (लूका 13:29)।

पिन्तेकुस्त के दिन के बाद सारे संसार में अगिमन लोग मसीह में आये। और अंत में, जब यीषु इस संसार में वापस स्वर्गलोक से आएगा,

‘‘उसका वंष पृथ्वी का अधिकारी होगा'' (भजनसंहिता 25:13)।

किन्तु मसीह को दूसरी बार वापसी आने तक उसके वंष को देखने के लिए रूकता नहीं पड़ा। उसकी मृत्यु से पुनरूत्थान के बाद, तुरन्त ही, उसने उन्हें देखा, और उन्होंने उसे देखा! प्रेरित पौलुस ने कहा,

‘‘(पतरस) कैफा को, तब बारहों को दिखाई दियाः फिर वह पाँच सौ से अधिक भाइयों की एक साथ दिखाई दिया...उसके बाद वह...सब प्रेरितों को दिखाई दिया। सबके बाद मुझको भी दिखाई दिया'' (1 कुरिन्थियों 15:5-8)।

उसके वंषने उसे देखा। जैसे प्रेरित यूहन्ना ने इस तरह रखा,

‘‘उस जीवन के वचन के विशय में जो आदि से था, जिसे हमने सुना, और जिसे अपनी आँखो से देखा'' (1 यूहन्ना 1:1)।

और उसने अपने वंष को देखा, जब वह मृत्यु से जी उठा,

‘‘तब...यीषु आया और उनके बीच में, खड़ा होकर उनसे कहा, तुम्हें षान्ति मिले। और यह कहकर, उसने अपना हाथ और अपना पंजर उनको दिखाए। तब चेले प्रभु को देखकर, आपान्दित हुए'' (यूहन्ना 20:19-20)।

‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा।''

उन्होंने उसे देखा और उसने उनको देखा - और वे उनके वंष थे, उनके आध्यात्मिक वंष! जब वह मृत्यु से जी उठा, उसने अपना वंष देखा!

यीषु के स्वर्गारोहण के बाद, पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से तीन हजार लोग परिवर्तित हुए। फिर से यषायाह यह वादा परिपूर्ण हुआ। स्वर्ग से देखते हुए, यीषु ने अपने वंष को देखा। जैसे प्रेरितों की संपूर्ण किताब में दिया हुआ है। पुनरूथ्थान पाये हुए मसीह ने महिमा के सिंहासन नीचे देखा और जिन बहुसंख्या में लोगो ने उस पर भरोसा किया वे सभी उसके वंष बने।

और वर्शो से यही होता आ रहा है। यीषु ने स्वर्ग से नीचे देखा और देखा कि पूरे संसार में उनके वंष बढ रहे है; इस तरह यषायाह की भविश्यवाणी पूरी हुई, वे ऐसे कि ‘‘वे पूर्व और पष्चिम, उत्तर और दकिष्वन से, और...परमेष्वर के राज्य के भोज में भागी होंगे'' (लूका 13:29)।

हाँ, यह वादा पूरे इतिहास में लाखों बार पूरा किया गया है, और संसार के हर कोने में।

‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा।''

और आप जब आस्था से यीषु के पास आओगे, तब आप भी देखोगे! ब्दलाव के समय आप भी अधिक संख्या में जो उसके वंष है उसमें दाखिल होंगे - धरती पर और स्वर्ग में भी।

‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा।''

हम सभी कितने आनंदित होंगे जब मसीह ने धन्य और गौरवषाली दष्य देखा है - पुरूश और स्त्री हर जाति के और देष के उस पर विष्वास करेंगे, और उसमें खुद में षामिल हो जाएँ हमेंषा के लिए! हाँ,

‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा।''

मेरी पत्नी और मैंने एक अद्भूत डी.वी.डी. एक रात को देखी थी। उसमें बताया था कि इरान देषमें एक के बाद एक मुसलमान, ईसाई बन रहे थे। इरान में एक मुसलमान स्त्रीने कहा था, ‘‘मैंने सभी आषा छोड दी थी।'' फिर उसने यीषु में आस्था रखी। एक जवान आदमी ने कहा, ‘‘मैं मुसलमान रहना नहीं चाहता हूँ।'' उसने भी, यीषु पर विष्वास किया और ईसाई बना। पिछले 1500 वर्शो से इरान में अधिक लोग यीषु पर विष्वास करने लगे है! मुसलमान देषों में हजारों लोग ईसाई बनने के लिए अपनी जान को खतरे में ड़ाल रहे है! आज यीषु सारे मुसलमान देषों में ‘‘अपने वंष'' को देख रहे है! और अपना संदेष अरेबीक (Arabic) भाशामें अपनी वेबसाईट पर जाएँ!

और इसी अंतिम जीत में, जब मसीह अपनी महीमा में अपना राज्य स्थापित करने धरती पर आएगा, जब वह फिर से आएगा राजाओं का राजा और प्रभुओं का प्रभु बनकर,

‘‘उसका वंष पृथ्वी का अधिकारी होगा'' (भजनसंहिता 25:13)।

और ‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा,'' प्रभुने अपने मुँह से कहा है! ‘‘जीसस् ष्‍ोल रेंइन'' गाईए!

जीसस् ष्‍ोल रेंइन वेरएवर ध सन
   डझ हीस सक्सेसीव जरनीस् रन;
हीस कींगड़म स्प्रेड फ्रोम षोर टु षोर,
   टील मुनस् ष्‍ोल वेक्स अेंड वेन नो मोर।
(“Jesus Shall Reign” by Isaac Watts, D.D., 1674-1748).

॥. दूसरा, बहुत दिन तक जीवित रहेगा!

यषायाह 53:10 के संदेष को फिरसे देखेंगे, क्योंकि यहाँ ही यीषु की पीड़ा और मृत्यु का दूसरा परिणाम है।

‘‘तब वह अपना वंष देखने पाएगा, बहुत दिन जीवित रहेगा'' (यषायाह 53:10)।

मसीह की मृत्यु का दूसरा प्रभाव, ‘‘बहुत दिन तक जीवित रहेगा,'' क्योंकि वह क्रूस पर मरा उसके जीवन का अंत नहीं हुआ। कब्र उसकी मृत्यु को लंब समय तक रख नहीं सका। ध थर्ड डे धे केम, एंड ध काँकरींग क्राईस्ट बेक टु लाईफ। उसने मौतकी लोह जंजीरे तोड़ दी और कब्र से बाहर निकल आया, और फिर कभी नहीं मरा! ‘‘क्योंकि वह जो, मर गया तो पाप के लिए एक ही बर मर गया; परन्तु जो जीवित है तो परमेष्वर के लिए जीवित है।'' (रोमियों 6:10)।

‘‘क्योंकि वह जानते हैं कि मसीह मरे हुओं में से जी उठकर फिर मरने का नहीं; उस पर फिर मृत्यु की उठकर फिर मरनेका नहीं उस पर फिर मृत्यु की प्रभुता नहीं होने का'' (रोमियों 6:9)।

‘‘ध थ्री सेड डेयस्,'' गाईए!

ध थ्री सेड डेयस् हेव क्वीकली स्पेड;
ही राईसीस ग्लोरीयस फ्रोम ध डेड़ः
ओल ग्लोरी टु अवर लीवींग हेड़! हल्लेलुया!
हल्लेलुया! हल्लेलुया! हल्लेलुया!
(“The Strife is O’er,” translated by Francis Pott, 1832-1909).

‘‘बहुत दिन जीवित रहेगा,''

‘‘पर यह युगानुयुग रहता है...क्योंकि वह उनके लिए विनती करने की सर्वदा जीवित है'' (इब्रानियों 7:24, 25)।

स्पर्ज्यन ने कहा, ‘‘स्वर्ग की ऊँचाई से उसने (नीचे) देखा कि पृथ्वी के कई लोग उसके वंष है...स्वर्ग में जिसने अनगिनत तारें है उतने, गरमी की धुल जितने, हमारे प्रभु यीषु के वंष है'' (C. H. Spurgeaon, The Metropolitan Tabernacle Pulpit, Pilgrim Publications, 1978 reprint, volume 51, p. 565).

‘‘वह अपना वंष देखने पाएगा, बहुत दिन जीवित रहेगा...'' (यषायाह 53:10)।

॥।. तिसरा, उसके कार्य से समुद्ध होगा!

खडे होकर पूरा वचन जोर से पढें, खास कर के अंतिम खंड को ध्यान में रखते हुए, बिगनींग वीथ वर्डस्, ‘‘और आनंद।''

‘‘तब वह अपना वंष देखने पाएगा, बहुत दिन जीवित रहेगा, उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी'' (यषायाह 53:10)।

यही तिसरा कारण है यीषु की ‘मृत्यु' का, ‘‘और उसके हाथ यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी।'' स्पर्च्यन ने कहा,

(उन्नीस) सौं वर्श गुजर गए है उसको मृत्यु से जीवित होते और नये जीवन में आने के लिए, फिर भी वह जींदा है; और उसके दिन, हम जानते है, वह रहेगा जब ये पृथ्वी खडी है, हाँ और अंतमें, ज बवह परमेष्वर के राज्य में उद्धार पाएगा, पिता भी, बहुत दिनों तक जीवित रहेगा। ‘‘थाइ थ्रोण, ओ गोद, इस फोर अेवर एंड अेवर,'' थौ षाल्त एंड्युर, धौ ध माऊँटन्स पेरीश, एंड धौ ध स्काईस् आर रोल्ड अप लाईक अ वेसच्यर थाट इस र्वोन आऊट (र्स्पज्यन, ibid.)।

‘‘और उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी'' (यषायाह 53:10)।

अच्छा आनंद, इच्छा, प्रभु का मकसद, ‘‘उसके हाथों समृद्ध होगा।'' पिता परमेष्वर ने यीषु से कहा,

‘‘मैं तुझे जाति के लिए ज्योति ठहराऊँगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक और से दूसरी ओर तक फैल जाए'' (यषायाह 49:6)।

‘‘जाति-जाति तेरे पास प्रकाष के लिए...जाति जाति की धन सम्पति तुझको मिलेगी'' (यषायाह 60:3, 5)।

‘‘देखो, ये दूसरे आएँगेः और, ये, उत्तर और पष्चिम से, और सीनियों के देष से आएँगे'' (यषायाह 49:12)।

‘‘और उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी'' (यषायाह 53:10)।

कुछ महीनों पहले हमने वीडियो की प्रस्तुति देखी चीन के बारे में जिन्होंने षहीदों के बारे में बाँटी थी। उसमें चीन के बुढे आदमी जिनका नाम मोसस् ष्‍ो (क्षे) ने गवाही दी थी। ‘‘सांस्कृतिक क्रांति,'' के समय उसको हथकडी पहनाकर बीस वर्श से ज्यादा समय कम्युनिस्टों ने केद कर रखा था क्योंकि उसने मसीह के सुसमाचार का प्रकार किया था। निराषा की गहराई में, वह बहुत ही निराष था। फिर उसने कहा, ‘‘मेरे पुत्र, मेरा अनुग्रह तेरे लिए काफी है।'' भाई ष्‍ो ने कहा कि उसने हृदय में तीन बार यह आवाज़ सुनी। वह रो पड़ा और बोल उठा, ‘‘मेरे पुत्र, मेरा अनुग्रह तेरे लिए काफी है।'' कृतधनता से उसकी आँखे भर आधी जैसे उसने मसीह के बचाव के सामर्थ्य को कम्युनिस्ट जेल में कहा।

फिर वीडियो स्थानोतरित कर दिया और हजारों जीनी कम्युनिस्टों सही में माओ से तंग, की पूजा करते हुए फिल्म बमाई गई, जो क्रूर तानाषाह था, जिसने हीटलर से भी अधिक लोगों को मारा था। जैसे वे माओ से तंग, की प्रष्‍ंांसा करते हुए गाने लगे, मैंने सोचा, ‘‘हम ईसाई वहाँ होंगे जब तुम कम्युनिस्ट नहीं होंगे।'' जब इतिहास की राख देर पर चीनी कम्युनिस्ट होंगे, ईसाई धर्म भी वहाँ होगा, पहले से बलवान, क्योंकि आज बहुत ही अद्भूत रीति से बढ़ रहा है। ‘‘हम लोग वहाँ होंगे जब तुम गए होंगे।'' और सारे पृथ्वी में होगा। मसीह के षस्त्रु, जहाँ भी हो, हम पूरे विष्वास से कह सकते है, ‘‘हम ईसाई वहाँ होंगे जब तुम कम्युनिस्ट नहीं होंगे!'' क्योंकि ‘‘उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी''!

आज लोगों की नजरों में ईसाई लोग नीच और तुच्छ दिखाई देते होंगे। षायद हमारी ठठ्ठा और तुच्छता होती होगी, जैसे उद्धारक की इस धरती पर हुई थी। किन्तु मसीह मृत्यु से जी उठा, और ‘‘उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी।'' इसलिए, सच्चे ईसाई चाहे कितने भी तुच्छ और धिक्कारे जाते होंगे, वे ‘‘उसके हाथ से समृद्ध होंगे।'' और अंतमें,

‘‘जगत का राज्य हमारे प्रभु का और उसके मसीह का हो गया, और वह युगानुयुग राज्य करेगा'' (प्रकाषितवाक्य 11:15)।

तो मेरे भाइयों, हम देख पाएँगे कि यीषु की मृत्यु से क्या पूरा हुआ, क्योंकि ‘‘उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी।'' यीषु वापस आ रहा है सारी धरती पर राज करने!

जीसस् ष्‍ोल रेंइन वेरएवर ध सन
   डझ हीस सक्सेसीव जरनीस् रन;
हीस कींगड़म स्प्रेड फ्रोम षोर टु षोर,
   टील मुनस् ष्‍ोल वेक्स अेंड वेन नो मोर।
(“Jesus Shall Reign” by Isaac Watts, D.D., 1674-1748).

ही इज़ कमींग अगेइन, ही इज़ कमींग अगेइन,
   ध वेरी सेम जीसस्, रीजेक्टेड अॉफ मेन;
ही इज़ कमींग अगेइन, ही इज़ कमींग अगेइन,
   वीथ पावर अेन्ड ग्रेट ग्लोरी, ही इज़ कमींग अगेइन!
(“He Is Coming Again” by Mabel Johnston Camp, 1871-1937).

अब, मैं जानता हूँ कि तुम में से कई लोग आज की सुबह आष्चर्यचकित होंगे कि हम इतने उत्साहित क्यों है। आप सोचते होंगे, ‘‘ये लोग इतने जुनूस के किस लिए है? ये बातें क्यों आप सराहते है?'' मुझे निष्चित ही पता है कि आपमें से कई लोग लम्बे समय से इसे महेसूस करते हुए कलेषिया जाते होंगे। आप सोचोगे, ‘‘क्या हमें इन सब से वापस गुजरना होगा? हमने पहले इसे सुना है। तो इतने उत्साहित क्यों है? इतने खुष क्यों है? बस इसे पूरा करने के लिए आप मात्र आमंत्रण क्यों नहीं देते?'' मुझे पता है आप में से कई लोगों को ऐसे लगता है। ‘‘इतने उत्साहित क्यों?'' यह आपके लिए रहस्य है। आप इस उत्तेजना तें प्रवेष नहीं कर सकते!

मैं जानता हूँ आप का महेसूस करते हो। देखो, मैं कोई बास्केट बॉल का प्रषंसक नहीं हूँ। मेरे लिए बास्केट बॉल गेम कोई उत्तेजनात्मक बात नहीं है! मेरे लिए संसार में सबसे कंटालाजनक खेल है। किन्तु आपमें से कई लोग बहुत उत्साहित होंगे। यह फर्क क्यों? यह फर्क बहुत ही सरल बात है। आप उत्साहित होते हो, और मैं प्रषंसक नहीं हूँ! यह बहुत ही सरल बात है। जब आप लेकर्स को खेलते देखकर कुछ तो आपको उत्साहित करता है। मैं उसमें आपके साथ प्रवेष नहीं कर सकता। उसके लिए मुझे अपने स्वभाव में सिर्फ बदलाव की जरूरत है या तो मैं वो मेहसूस नहीं कर पाता जो आप करते हो।

यही बात मसीह की जीत में है। हम मसीह के पुनरूथ्थान और वापसी आने की बात को लेकर उत्साहित हो सकते है। तुम उसके लिए उत्साहित नहीं हो सकते। हम मसीह के प्रषंसक है, और आप मसीह के प्रषंसक नहीं हो! आपके स्वभाव में बदलाव लाना जरूरी है तभी हमारी तरह आप भी मसीह की जीत के बारे में सोचने लगोगे। पवित्र षास्त्र इसके बारे में कहता है, ‘‘परन्तु षारीरिक मनुश्य परमेष्वर के आत्मा की बातें ग्रहण नहीं करता, क्योंकि वे उसकी हेश्टि में मूर्खता की बातें है'' (1 कुरिन्थियों 2:14)। जबकि आप ‘‘प्राकृतिक मनुश्य'' हो मसीह के जीत की बातें आपके लिए महत्वहीन है। उसके लिए आप उत्साहित नहीं हो सकते। आपके स्वभाव में बदलाव लाना आवष्यक है मसीह की जीत के उत्साहित होने के लिए! जो हम महसूस करते है उसे महसूस करने को आपका परिवर्तन आवष्यक है!

तुम्हें पता है कि हमारी तरह आप भी महसूस करना चाहिए, किन्तु आप अपने से ऐसा महसूस नहीं कर सकते! चहे किनती भी कोषिष करें, आप अपने आप से ऐसा महसूस नहीं कर सके मसीह की जीत को लेकर! आप महसूस करना चाहते है, किन्तु आप कितनी भी कोषिषों के बावजूद नहीं कर पातेः आप को जिस तरह के व्यक्ति होना चाहते हो नहीं हो पाते। यही इसका मतलब है कि पापसे परिवर्तन होना चाहिए!

आपको यीषु के पास आकर कहना है, ‘‘प्रभु, जैसे तु चाहता है वेसा मैं नहीं हूँ! मैं भटक गया हूँ! मैं अधूरा हूँ। मैं आप में बदलाव नहीं ला सकता! यीषु, मुझे बचा!'' और जब आप इस तरह महसूस करोगे, आप बचाव के नजदिक हो। पाप की कबूलात से मसीह में परिवर्तन आयेगा!

और अब आप मेंसे जो परिवर्तन नहीं हुए है, हम विनंती करते है कि जी उठे हुए मसीह पर विष्वास करें। हम आपको प्रोत्साहित करते है कि अपने पापों को उसके किमंती लहू से धों ले। हम विनती करते है कि आप हमारे साथ आए और उद्धारक के साथ मार्ग पर चले किसी भी किमंत पर! हम जिनकी बाजु पर है, क्योंकि ‘‘उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी।'' इसलिए मैं विनती करता हूँ कि यीषु पर विष्वास करें, परिवर्तन हो, और जीत की तरफ हो!

कम, धेन, अेंड जोइन धीस हॉली बेेंड,
एंड आन टु ग्लोरी गो,
टु डवेल इन धेट सेलेस्टीयल लेंड,
व्हेर जोयस् इम्मोरटल फ्लो।
ओनली ट्रस्ट हीम, ओनली ट्रस्ट हीम,
ओनली ट्रस्ट हीम नाऊ।
ही वील सेव यु, ही वील सेव यु,
(क्राइस्ट) वील सेव यु नाऊ।
(“Only Trust Him” by John H. Stockton, 1813-1877).

कोरस फिरसे गाईए। जब हम ‘‘ओनली ट्रस्ट हीम'' गायेंगे, अगर आप का बचाव नहीं हुआ है, मैं चाहता हूँ कि आप अपने स्थान से उठकर सभागृह के पीछे जायें। डॉ. केगन आपको दूसरे कमरे में ले जायेंगे, जहाँ हम बात कर सके और प्रार्थना करेंगे। जब हम गा रहे है तब आप गाईए।

ओनली ट्रस्ट हीम, ओनली ट्रस्ट हीम,
   ओनली ट्रस्ट हीम नाऊ।
ही वील सेव यु, ही वील सेव यु,
   ही वील सेव यु नाऊ।

श्री. ली, जिन्होंने उत्तर दिया है उनके लिए प्रार्थना करें।

(संदेश का अंत)
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संदेश से पहले पढ़ा हुआ वचन डॉ. क्रेग्टन एल. चॉन द्वारा : यषायाह 53:1-10।
संदेश के पहले श्री. बेंजामीन कीनकेइड ग्रीफिथ ने अकेले गाना गाया :
“The Strife is O’er” (translated by Francis Pott, 1832-1909).


रूपरेखा

उद्धारक की जीत!
(यषायाह 53 से बारहवा संदेष)

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा

‘‘तब वह अपना वंष देखने पाएगा, बहुत दिन जीवित रहेगा, उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी'' (यषायाह 53:10)।

।. पहला, अपना वंष देखने पाएगा! यषायाह 53:10अ; लूका 13:29;
भजनसंहिता 25:13; 1 कुरिन्थियों 15:5-8; 1 यूहन्ना 1:1;
यूहन्ना 20:19-20।

॥. दूसरा, वह बहुत दिन जीवित रहेगा! यषायाह 53:10ब;
रोमियों 6:10, 9; इब्रानियों 7:24, 25।

॥।. तिसरा, उसके कार्य से समुद्ध होगा! यषायाह 53:10क; 49:6;
60:3, 5; 49:12; प्रकाषितवाक्य 11:15; 1 कुरिन्थियों 2:14।