इस वेबसाईट का उद्देश्य संपूर्ण विश्व भर के पास्टर्स व प्रचारकों को, विशेषकर तीसरी दुनिया के पास्टर्स व प्रचारकों को नि:शुल्क हस्तलिखित संदेश और संदेश के विडियोज उपलब्ध करवाना है, जहां बहुत कम धर्मविज्ञान कॉलेज और बाइबल स्कूल्स हैं।
इन संदेशों की पांडुलिपियां प्रति माह २२१ देशों के १,५००,००० कंम्प्यूटर्स पर इस वेबसाइट पते पर www.sermonsfortheworld.com जाती हैं। सैकड़ों लोग इन्हें यू टयूब विडियो पर देखते हैं। किंतु वे जल्द ही यू टयूब छोड़ देते हैं क्योंकि विडियों संदेश हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। यू टयूब लोगों को हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। प्रति माह ये संदेश ४२ भाषाओं में अनुवादित होकर १२०,००० प्रति माह हजारों लोगों के कंप्यूटर्स पर पहुंचते हैं। उपलब्ध रहते हैं। पांडुलिपि संदेशों का कॉपीराईट नहीं है। आप उन्हें बिना अनुमति के भी उपयोग में ला सकते हैं। आप यहां क्लिक करके अपना मासिक दान हमें दे सकते हैं ताकि संपूर्ण विश्व में सुसमाचार प्रचार के इस महान कार्य में सहायता मिल सके।
जब कभी आप डॉ हायमर्स को लिखें तो अवश्य बतायें कि आप किस देश में रहते हैं। अन्यथा वह आप को उत्तर नहीं दे पायेंगे। डॉ हायमर्स का ईमेल है rlhymersjr@sbcglobal.net.
.
प्रभु के सेवक की पीड़ा और प्रसन्नता! (यषायाह 53 पर धार्मिक प्रवचन क्रमांक 1) डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की सुबह, 24 फरवरी, 2013 को दिया हुआ धार्मिक प्रवचन
‘‘देखो, मेरा दास बुद्धि से काम करेगा, वह ऊँचा, महान् और अति महान् हो जाएगा। जैसे बहुत से लोग उसे देखकर चकित हुए क्योंकि उसके रूप यहाँ तक बिगड़ा हुआ था कि मनुश्य का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी, वैसे ही वह बहुत सी जातियों को पवित्र करेगा और उसको देखकर राजा षान्त रहेंगे, क्योंकि वे ऐसी बात देखेंगे जिसका वर्णन उनके सुनने में भी नहीं आया, और ऐसी बात उनकी समझ में आएगी जो उन्होंने अभी तक सुनी भी न थी'' (यषायाह 52:13-15)। |
मेहरबानी करके आपकी बाइबल इस वाक्यखण्ड पर खुल्ली रखें। यह पद पाठ 53 के साथ षामिल किया जाना चाहिए, पाठ 52 के बजाय, डो. जोन गील के अनुसार, और आधुनिक भाश्यकार की ‘‘विषाल बहुमती'' के अनुसार भी (फ्रान्क इ. गेबेलियन; डी.डी., ध एर्क्सपोझीट्स बाइबल कमेन्ट्री, अर्थप्रकाषक की बाइबल पर टीप्पणी, रीजन्सी रेफरन्स लायब्रेरी, 1986, भाग 6, पृश्ठ 300)।
संपूर्ण वाक्यखण्ड, पद 13 से पाठ 53 तक पद 12, संदर्भ करता है प्रभु के ‘‘पीड़ित सेवक'' की। मेथ्यु हेन्री ने कहा,
यह भविश्यवाणी, जो यहाँ षुरू होती है और अगले पाठ के अंत तक जारी रहती है, दर्षाता है ऐसी सरलता से जैसे यीषु मसीह ही हो; प्राचीन यहूदीयों ने इसे मसीह (Messiah) की तरह समझा, यद्यपि आधुनिक (रब्बीयों) ने इसे दूशित करने बड़ी पीड़ा उठाते है ... परंतु फिल्लिप्पूस, जिसने अब से (इस वाक्यखण्ड से) मसीह का प्रचार किया नपुसंको को, जिसने अपना भूतकाल का वाद-विवाद रखा कि ‘‘उनके लिये भविश्यवक्ता यह बोलते है'' उनके बारे में और किसी दूसरे आदमी के बारे में नहीं, प्रेरितो 8:34, 35 (मेथ्यु हेन्रीस कमेन्ट्री ओन ध व्होल बाइबल, संपूर्ण बाइबल पर मेथ्यु हेन्री की टीप्पणी, हेन्ड्रीकसन प्रकाषक, 1996 में फिर से छपा हुआ, भाग 4, पृश्ठ 235)।
प्राचीन यहूदी तार्गम (Targum) कहते है कि यह संदर्भ करता है मसीह को, जैसे रब्बीयों ने किया पुरातन समय में, एबेन इझरा और एल्ष्ोक (Aben Ezra & Alshech) (जोन गील, डी.डी., एन एक्सपोझीषन टु ध ओल्ड टेस्टामेन्ट, ध बेपटीस्ट स्टान्डर्ड बेरर, 1989 में फिर से छपा हुआ, भाग 1, पृश्ठ 309)।
इसी प्रकार, पूरे इतिहास में मसीही भाश्यकारों ने इस वाक्यखण्ड को प्रभु यीषु मसीह की भविश्यवाणी के रूप में ही देखा है। स्पर्जन ने कहा,
अन्य था वे कैसे कर सकते? किसे भविश्यवक्ताओ ने संदर्भ किया होता? अगर नासारत का आदमी, प्रभु का पुत्र, इन तीन पदो में सही दृष्य नहीं होता, वे मध्यरात्रि के समान काले है। हम नहीं हिचकिचाते उस पल के लिये, हरएक षब्द हमारे प्रभु यीषु मसीह को लागू करने (सी. एच. स्पर्जन, ‘‘ध ष्योर ट्रायम्फ अॉफ ध क्रूसीफाइड वन, ‘‘क्रूस पर चढ़ाए हुए का निष्चित विजय (प्रसन्नता)'' ध मेट्रोपोलीटन टबरनेकल पुलपीट, पीलग्रीम प्रकाषन, 1971 में फिर से छपा हुआ, भाग XXI, पृश्ठ 241)।
जैसे मेथ्यु हेन्री द्वारा पहले ही दर्षाया गया था, सुसमाचार प्रचारक फिलिप्पुस ने कहा कि पवित्रषास्त्र का यह वाक्यखण्ड भविश्यवाणी में मसीह की पीड़ा कहता है।
‘‘इस पर खोजे ने फिलिप्पुस से पूछा, मैं तुझ से विनती करता हूँ, यह बता कि भविश्यवक्ता यह किसके विशय में कहता है, अपने या किसी दूसरे के विशय में? तब फिलिप्पुस ने अपना मुँह खोला, और इसी षास्त्र से आरम्भ करके उसे यीषु का सुसमाचार सुनाया'' (प्रेरितो 8:34-35)।
हम प्राचीन तार्गम (Targum) से अधिक बेहतर नहीं कर सकते, पुरातन के रब्बीयों, सुसमाचार प्रचारक फिलिप्पुस, और मसीही भाश्यकार युगो के। हमारे पाठ का हरएक षब्द भविश्यवाणी है मसीह (Messiah), प्रभु यीषु मसीह की।
1. पहला, हम मसीह की प्रभु के लिये सेवा देखते है।
यह प्रभु पितामह है जो पद 13 के वचन कहते है,
‘‘देखो, मेरा दास बुद्धि से काम करेगा, वह ऊँचा, महान् और अति महान् हो जाएगा'' (यषायाह 52:13)।
परमेष्वर हमें उनके ‘‘दास'' को देखने को कहते है। जब यीषु नीचे धरती पर आते है, वो
‘‘वरन् अपने आप को ऐसा षून्य कर दिया, और दास का स्वरूप धारण किया, और मनुश्य की समानता में हो गया'' (फिलिप्पियों 2:7)।
धरती पर परमेष्वर के दास की तरह, मसीह ने विवेक सहित व्यवहार किया, और बुद्धिमता से काम किया। जो भी यीषु ने कहा और किया, धरती पर उनकी सेवा के दौरान, वो सब किया गया था बड़ी चतुराई से। मंदिर में छोट़े बालक की तरह, रब्बी उनकी चतुराई पर विस्मित थे। बाद में, फरासीयों और सदूकियों उन्हें जवाब नहीं दे सके, और पिलातुस, रोमी प्रधान का मुँह बंद हो गया था जब वे बोले।
फिर हमारा पाठ कहता है, परमेष्वर के सेवक के संदर्भ में,
‘‘वह ऊँचा, महान् और अति महान् हो जाएगा'' (यषायाह 52:13)।
आधुनिक अंग्रेजी में षब्द भेद किया जा सकता है ‘‘उठाया'' ‘‘ऊँचा किया, और अति महान्'' किया में। डो. एडवार्ड जे. योन्ग ने दिखाया कि, ‘‘ये षब्द पढ़ना नामुमकिन है मसीह के ऊँचे करने के बारे में फिलिप्पियों 2:9-11 और प्रेरितो 2:33 का स्मरण किए बिना'' (एडवार्ड जे. योन्ग, पीएच.डी., ध बुक अॉफ इषायाह, यषायाह की किताब, एरडमान्स, 1972, भाग 3, पृश्ठ 336)।
‘‘इस कारण परमेष्वर ने उसको अति महान् भी किया, और उसको वह नाम दिया जो सब नामों में श्रेश्ठ है'' (फिलिप्पियों 2:9)।
‘‘इसी यीषु को परमेष्वर ने जिलाया, जिसके हम सब गवाह है। इस प्रकार परमेष्वर के दाहिने हाथ से ... जिसकी प्रतिज्ञा की गई थी'' (प्रेरितो 2:32-33)।
‘‘देखो, मेरा दास बुद्धि से काम करेगा, वह ऊँचा, महान् और अति महान् हो जाएगा'' (यषायाह 52:13)।
ऊँचा किया - ‘‘उठाया''। Extolled - प्रसंषा किया - ‘‘ऊँचा उठाया''। बहुत ऊँचा - ‘‘सवोच्च पद में''। यहाँ षब्द है जो मसीह के ऊपर चढ़ने के पदो को प्रतिबिम्ब करता है। वे मृत्यु से उठते है! वे ऊपर उठाए गये स्वर्ग में उनके अधिरोहण में! वे अब बैठे है, प्रभु के दाहिने हाथ पर! ऊँचा किया - ‘‘उठाया''। प्रषंसा किया ‘‘ऊँचा उठाया''। बहुत ऊँचा - स्वर्ग में परमेष्वर के दाहिने हाथ पर भी! आमीन!
ऊँचा उठाना था उनको मरने
‘‘यह खत्म हुआ'', उनकी पुकार थी;
अब स्वर्ग में सबसे ऊँचे किए;
हल्लिलूय्याह! कैसे उद्धारक!
(‘‘हल्लिलूय्याह, कैसे उद्धारक!'' फिलिप पी. ब्लीस द्वारा,
1838-1876)।
‘‘देखो, मेरा दास बुद्धि से काम करेगा, वह ऊँचा, महान् और अति महान् हो जाएगा'' (यषायाह 52:13)।
यीषु है, और सदा रहेंगे, प्रभु पितामह के दास - प्रभु पुत्र - मृत्यु से जिलाए, स्वर्ग में ऊँचा उठाए हुए - पितामह के दाहिने हाथ पर बैठे हुए! हल्लिलूय्याह! कैसे उद्धारक!
2. दूसरा, हम मसीह का त्याग देखते है पाप के लिये।
मेहरबानी करके पद 14 जोर से पढ़ो।
‘‘जैसे बहुत से लोग उसे देखकर (चकित) हुए, क्योंकि उसका रूप यहाँ तक बिगड़ा हुआ था कि मनुश्य का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी'' (यषायाह 52:14)।
डो. योन्ग ने कहा कि वे जिन्होंने देखी ‘‘भयानक कुरूपता दास की वे भय द्वारा ड़रे और त्रस्त (हुए होंगे) ... उनकी कुरूपता इतनी बड़ी (होगी) की वे और ज्यादा मनुश्य की तरह नहीं दिखते थे ... उनका आकार इतना विचित्र (कुरूप) हो गया था कि वे और ज्यादा आदमी तरह नहीं लगते थे। यह एकदम मजबुती से कहने का तरीका था उनकी पीड़ा कितनी बड़ी थी'' (ibid, पृपृश्ठ 337-338)।
यीषु भयानकता से कुरूप हो गये थे उनके पीड़ा के समय के दौरान। क्रूस पर चढ़ाने की अगली रात को वे ‘‘पीड़ा में'' थे,
‘‘उसका पसीना माना लहू की बड़ी बड़ी बूँदो के समान भूमि पर गिर रहा था'' (लूका 22:44)।
यह वे उनको पकड़ने से पहले था। वहाँ गतसमनी के अन्धेरे में, आपके पाप का न्याय मसीह पर गिरना षुरू हुआ। जब सिपाही उन्हें, पकड़ने आए वे पहले से ही खून भरे पसीने में भीगे हुए थे।
फिर वे उन्हें ले गए और उनको चेहरे पर मारा। दूसरी जगह में, भविश्यवक्ता यषायाह हमें कहते है पीड़ायुक्त दासने क्या कहा,
‘‘मैंने मारनेवालों को अपनी पीठ और गलमोछ नोचनेवालो की ओर अपने गाल किए; अपमानित होने और उनके थूकने से मैंने मुँह न छिपाया'' (यषायाह 50:6)।
लूका ने कहा, ‘‘उन्होंने उसे मुँह पर मारा'' (लूका 22:64)। मरकुस ने कहा कि पिलातुस ने ‘‘उसको कोड़े लगवाए'' (मरकुस 15:15)। यहून्ना ने कहा,
‘‘इस पर पिलातुस ने यीषु को कोड़े लगवाए। सिपाहियों ने कांटो का मुकुट (गूँथकर) उसके सिर पर रखा, और उसके बैंजनी वस्त्र पहिनाया, और उसके पास आ-आकर कहने लगे, हे यहूदियों के राजा, प्रणाम। और उसे थप्पड़ भी मारे'' (यूहन्ना 19:1-3)।
फिर उन्होंने उनके हाथ और पैर कील से क्रूस पर ठोके। जैसे डो. योन्ग ने इसे रखा, ‘‘उनका आकार इतना कुरूप हो गया था कि वो अब और ज्यादा मनुश्य की तरह नहीं लगता था'' (ibid, पृश्ठ 338)।
‘‘जैसे बहुत से लोग उसे देखकर (चकित) हुए, क्योंकि उसका रूप यहाँ तक बिगड़ा हुआ था कि मनुश्य का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी'' (यषायाह 52:14)।
ज्यादातर आधुनिक चित्र इतने करीबी प्रकार से यर्थाथ नहीं है जैसे मेल गीब्सन का ‘‘ध पेषन अॉफ ध क्राइस्ट'' ‘‘मसीह की उत्तेजना'' की तरह, चित्रण करने की मसीह को उनके द्वारा कोड़े मारने के, मार मारने और उनको क्रूस पर चढ़ाने के बाद।
ध स्कोफिल्ड स्टडी बाइबल कहती है इस पद के बारे में, ‘‘अक्षरषः खण्डन करना भययुक्त है : ‘इतना बिगाड़ा हुआ था मनुश्य के आकार से उनका आकार कि उनका देखाव मनुश्य के पुत्र जैसा नहीं था' - यह कि - इंसान नहीं - निर्दयता की असर मती 26 ... में वर्णन की गई थी''। जोसेफ हार्ट (1712-1768) द्वारा दिये भक्तिगीत को सुनो,
मुकुट से उनकी कनपटी जख्मी और लहूलुहाण हुई,
हर हिस्से से लहू की धारा बही;
उनकी पीठ़ भारी कोड़ो से चीरी गई,
परन्तु धारदार भाले ने उनके मन को चीरा।
उठाए हुए लकड़े पर नंगे लटकाए कील से,
धरती और ऊपर स्वर्ग में खुले हुए,
जख्म और लहू का प्रदर्षन,
जख्मी प्रेम का दुःखद प्रदर्षन!
(‘‘उनकी उत्तेजना'' जोसेफ हार्ट द्वारा 1712-1768,
‘‘यह मध्यरात्रि और जैतुन की डाल पर'' की तर्ज पर)।
और क्यों, प्यारे उद्धारक,
मुझे कहो क्यों आप क्यों लहूभरी पीड़ा में रहे?
कौन सा षक्तिषाली लक्ष्य आपको चला सका?
लक्ष्य सरल है - वो सारा प्रेम के लिये था!
(‘‘गतसमनी, ओ, जैतुन - वृक्ष!'' जोसेफ हार्ट द्वारा 1712-1768,
‘‘यह मध्यरात्रि और जैतुन की डाल पर'' की तर्ज पर)।
क्यों, प्यारे उद्धारक, मुझे कहो क्यों आपका दिखावा ‘‘इतना बिगड़ा हुआ था किसी आदमी से अधिक, और (आपका) आकार आदमीयों के पुत्र से अधिक''? जवाब दिया गया है पद 12, पाठ 53 के अन्त में, ‘‘उसने बहुतों के पाप का बोझ उठा लिया'' (यषायाह 53:12)। यह है मसीह का बलिदान आपके पापों के लिये, निर्धारित बलिदान - यीषु तड़पते और मरते है आपके पापो के लिये, आपकी जगह - क्रूस पर! इस प्रकार देखते है मसीह की प्रभु को सेवा। इस प्रकार हम देखते है मसीह का बलिदान दण्ड चुकाने आपके पापो के लिये।
3. तीसरा, हम देखते है मसीह की मुक्ति सूचित करना।
मेहरबानी करके खडे़ रहो और यषायाह 52:15 जोर से पढ़ो।
‘‘वैसे ही वह बहुत सी जातियों को पवित्र करेगा और उसको देखकर राजा षान्त रहेंगे, क्योंकि वे ऐसी बात देखेंगे जिसका वर्णन उनके सुनने में भी नहीं आया, और ऐसी बात उनकी समझ में आएगी जो उन्होंने अभी तक सुनी भी न थी'' (यषायाह 52:15)।
आप बैठ सकते हो। डो. योन्ग ने कहा कि यहाँ, इस पद में, मसीह का बलिदान और तड़प् पद 14 में समझायी और सूचित की गई है,
भविश्यवक्ता स्पश्ट करते है क्यों वे (मसीह) कुरूप हुए थे। इसलिये ... कुरूपता की इस अवस्था में, ‘‘वो बहुत से राश्ट्रो पर छिड़केगा।'' एक जो कुरूप है, दास दूसरों के लिये कुछ करता है, उसमें वे प्रयोग करते है षुद्धता का संस्कार। उनकी कुरूपता (उनकी पीड़ा में) थी ... अवस्था जिसमें वे स्वयं लाये राश्ट्रो को षुद्धता। क्रियापद ‘‘वे छिड़कने चाहिए'' (बात करता है) छिड़कने की ... पानी, या लहू षुद्धता करनेवाला ... यह काम है (मसीह का याजक की तरह) जो यहाँ आगे रखा गया है, और इस काम का मकसद है दूसरों को षुद्धता और पवित्रता लाना ... वे स्वयं याजक के समान छिड़केंगे पानी और लहू और इस प्रकार बहुत से राश्ट्रो को षुद्ध करेंगे। वे यह करते है तड़पनेवाले के समान, जिसकी पीड़ा है ... षुद्धता के लिये और गहरा बदलाव उत्पन्न करने वे जो उनको देखते है उनकी अवस्था में (ibid, पृपृश्ठ 338-339)।
इस भविश्यवाणी की अक्षरषः परिपूर्णता में, मसीह के सुसमाचार के प्रचार ने यहूदियों के बन्धन तोड़ दिये और सर्व सामान्य धर्म बन गया। पहली सदी से, ‘‘बहुत से राश्ट्र'' धर्मप्रचार (सुसमाचार प्रचार) किए गए और, सारे विष्व से लोग यीषु के लहू द्वारा षुद्ध किए गए, उन्हें समीह यीषु में मुक्ति देते हुए, उत्पन्न करते हुए, जैसे डो. योन्ग ने कहा, ‘‘गहरा बदलाव उत्पन्न करने वे जो उनको देखते है उनकी अवस्था में''। यद्यपि विष्व सारे राश्ट्रो के राजाओं ने लोगों को नहीं बचाया, फिर भी जैसे मसीहीता पूरे विष्व में फैली, वे कम से कम ‘‘अपना मुँह उनके सामने बंद रखते है'', और सामान्य मसीही बनते है, उनके विरूद्ध नहीं बोलनेवाले। इन दिनों में भी, रानी एलीझाबेथ ॥, अपना मुँह बंद रखती है ‘‘उन पर'' और चूपचाप से सत्कार में प्रणाम करती है उनके सामने वेस्टमीन्स्टर एब्बे में जब वहाँ मसीही सभा होती है। बहुत से दूसरे सम्राट पष्चिमी विष्व में, और पूर्व में, कम से कम बाहरी सत्कार देते है, और उनमें से बहुत, जैसे रानी विकटोरिया, ने बाहरी सत्कार देने से अधिक बहुत कुछ किया। हकीकत में, महाराजा कोन्स्टेटाइन ने मसीहीता के प्रारंभ के वर्शो में एैसा किया, और ऐसा दूसरे बहुतों ने किया।
‘‘कयोंकि वे ऐसी बात देखेंगे जिसका वर्णन उनके सुनने में भी नहीं आया, और ऐसी बात उनकी समझ में आएगी जो उन्होंने अभी तक सुनी भी न थी'' (यषायाह 52:15)।
जैसे भविश्यवक्ता द्वारा यहाँ पहले कहा गया था, मसीह का सुसमाचार विष्व के राश्ट्रो में फैल गया है,
‘‘वैसे ही वह बहुत सी जातियों को पवित्र करेगा'' (यषायाह 52:15)।
युनाइटेड स्टेटस् के राश्ट्रपति भी सिर्फ नाम से मसीही है, उनका मस्तक कभी अवसर पर कलीसियो में झुकाते है और ‘‘(उनका) मुँह उनके सामने'' बंद रखते है।
परन्तु मुझे कहना ही चाहिए कि यह अद्भूत भविश्यवाणी कुछ ज्यादा नहीं कहती युरोप, युनाइटेड कीन्गडम और अमरिका के बारे में जैसे इसने एक बार किया था। पष्चिम के कलीसिया व्याकुलता और उपद्रव में है, बाइबल पर ‘‘उदारता'' के आक्रमक हमले के कारण और फिनेय के सुसमाचार के दोश के द्वारा कलीसियाओं की कमजोरी के कारण और उसकी गुमराह करनेवाली ‘‘निर्णायकता'' के आधुनिक माननेवालो को उनके विभिन्न आकार में। फिर भी, विषाल तीसरे विष्व में, षक्तिषाली जागृतता और पुनःजीवन, एक बार देखी गई है स्वधर्म त्याग, पष्चिम के कमज़ोर हुए कलीसियाओं में अभी भी भाग्यवान् है। हमारे मन प्रसन्न हुए जब हम पढ़ते है समाज का लेख प्रमाण, चीन में, दक्षिणीपूर्व एषिया, भारत, और विष्व के दूसरे भागों में, जो सुसमाचार प्रचारक करनेवाले कलीसियाओं में बहते है इस भाग्यवान घंटे में! हाँ, वे कई बार बाधित होते है, परन्तु जैसे टेरटुलीयन (Tertullian) ने दूसरी सदी में कहा, ‘‘षहीद का लहू कलीसिया का वंष है''। और आज यह सच है समस्त तीसरे विष्व की सदीयों में। जब अमरिका, और पष्चिम सामान्यता में, उनके मसीही पूर्वग्रह से गिरते है, और मानवीय, बनावटी आध्यात्मिक व्याकुलता में पीघलती है, फिर भी स्पर्जन ने भविश्यवाणी की,
यीषु करने चाहिए ... छिड़काव सिर्फ यहूदियों पर नहीं, परन्तु हर कहीं विष्व की अन्य जातियों पर ... सारी भूमि उनका सुननी चाहिए, और उनका नीचे धास पर औंस की बूंदो की तरह आना महसूस करना चाहिए। धुधंली जाति दूर है और अस्त होते सूर्य की भूमि के रहनेवाले लोग सुनने चाहिए आपकी षिक्षा और इसे पीने चाहिए ... आपका छिड़काव बहुत राश्ट्रो में आपके अनुग्रहित षब्द के साथ (ibid, पृश्ठ 248)।
स्पर्जन का ‘‘भविश्यसंबंधी'' संदेष आज भी अधिक सच है उससे कि जब उन्होंने कहे थे वो षब्द सौ से भी ज्यादा वर्श पहले। और हम इसका आनन्द लेंगे! आमीन!
यह वचन पूरी तरह से परिपूर्ण नहीं हुआँ। परन्तु यह होगा - क्योंकि परमेष्वर के मूँह ने यह कहा है - भविश्यवक्ता यषायाह द्वारा, जिन्होंने कहा,
‘‘जाति जाति तेरे पास प्रकाष के लिये आएँगे'' (यषायाह 60:3)।
‘‘जाति जाति की धन - सम्पति तुझ को मिलेगी'' (यषायाह 60:5)।
‘‘देखो, ये दूर से आएँगे, और ये उत्तर और पष्चिम से और सीनियों के देष से आएंगे'' (यषायाह 49:12)।
जेम्स हडसन टेयलर, चीन के पहले के धर्म प्रचारक, ने कहा कि ‘‘सीनीयों'' (Sinim) चीन की भूमि थी, जैसे ध स्कोफिल्ड स्टडी बाइबल करता है, उसकी यषायाह 49:12 की टीप्प्णी पर। हम टेयलर और स्कोफिल्ड की टीप्पणी के साथ असहमत कैसे हो सकते है जब हम देखते है यह चीन में होते हुए आज हमारी आँखो के सामने? अवष्य यह सच है, बहुत कम प्रार्थना पत्र के द्वारा! पीपल्स रीपब्लीक चीन में हर घंटे में हजारों लोग मसीह में परिवर्तित होते है, और दूसरे दूर की भूमि में भी, और हम आनन्दित है की यह ऐसा है!
जैसे अमरिका हत्या करता है तीन हजार असहाय बच्चों की हर दिन बाल हत्या संबंधी गर्भपात द्वारा, और हजारो में कलीसिया बन्द होते है यहाँ, फिर भी उन दूर की भूमि में मसीह का काम बढ़ रहा है, और फिर भी रहेगा! प्रभु उनको और ज्यादा परिवर्तन दे! प्रभु उनको दे कि लोग जो मसीह को जानते है, और इच्छा से पीड़ीत होते है उनके नाम के लिये, षायद जल्द ही प्रसन्नता फैले राश्ट्रो में उनके दोबारा आने से!
परन्तु मैं आपसे इस सुबह पूछता हूँ, क्या आप मसीह को जानते हो? क्या आपने उनको विष्वास द्वारा देखा है, जो इतने बिगाडे गये किसी भी आदमी से अधिक, आपके पापो का दण्ड चुकाने - हाँ आपके लिये! क्या उन्होंने अपना लहू छिड़का तेरे पाप पर, वो स्वर्ग में प्रभु की किताब में लेख प्रमाण है? क्या आप प्रभु के मेम्ने के लहू द्वारा षुद्ध हुए हो, जो विष्व के पाप ले गया है? और, अगर नहीं, आप ‘अपना मूँह बंद' रखोगे उनकी मौजूदगी में, और यीषु को प्रणाम करो, और उन्हें प्राप्त करो आपके अपने प्रभु और उद्धारक की तरह? और क्या आप ऐसा अभी करोगे?''
मेहरबानी करके खड़े रहो और आपके गीत के पर्चे का गीत क्रमांक सात गाओ।
इंसानी अपराध का अति विषाल बोझ
उद्धारक पर लादा गया था;
दुःख पहिनावे की तरह,
उनको पापियों के लिये सजाया,
पापियों के लिये सजाया!
और मृत्यु की अति भयंकर पीड़ा में
वे रोये, उन्होंने मेरे लिये प्रार्थना की;
मेरे अपराधी आत्मा को प्रेम और लज्जित किया
जब वृक्ष (क्रूस) पर कील से ठोके गये
जब वृक्ष (क्रूस) पर कील से ठोके गये।
ओह अद्भूत प्रेम! इंसानी जुबान
की पहुँच से आगे का प्रेम;
प्रेम जो विशय होना चाहिए
सदा रहनेवाले गीत का सदा रहनेवाले गीत का
सदा रहनेवाले गीत का सदा रहनेवाले गीत का।
(‘‘पीड़ा में प्रेम'' वीलीयम वीलीयम्स द्वारा 1759;
‘‘मेजस्टीक स्वीटनेस सीट्स एन्थ्रोन्ड'' की तर्ज पर)।
अगर आपको हमारे साथ यीषु का भरोसा करने और मसीही बनने के बारे में बात करनी हो तो, मेहरबानी करके सभागृह के पिछे अभी जाओ। डो. केगन आपको षान्त जगह ले जाएंगे जहाँ हम बात कर सकते है। मेहरबानी करके अभी जाओ। डो. चान मेहरबानी करके हमें प्रार्थना में ले जाओ उनके लिये जिन्होंने प्रतिसाद दिया है। आमीन।
(संदेश का अंत)
आप डॉ0हिमर्स के संदेश प्रत्येक सप्ताह इंटरनेट पर पढ़ सकते हैं क्लिक करें
www.realconversion.com अथवा
www.rlhsermons.com
क्लिक करें ‘‘हस्तलिखित संदेश पर।
आप डॉ0हिमर्स को अंग्रेजी में ई-मेल भी भेज सकते हैं - rlhymersjr@sbcglobal.net
अथवा आप उन्हें इस पते पर पत्र डाल सकते हैं पी. ओ.बॉक्स 15308,लॉस ऐंजेल्स,केलीफोर्निया 90015
या उन्हें दूरभाष कर सकते हैं (818)352-0452
ये संदेश कॉपी राईट नहीं है। आप उन्हें िबना डॉ0हिमर्स की अनुमति के भी उपयोग में ला सकते
हैं। यद्यपि, डॉ0हिमर्स के समस्त वीडियो संदेश कॉपीराइट हैं एवं केवल अनुमति लेकर
ही उपयोग में लाये जा सकते हैं।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान एबेल प्रुद्योम्म द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रषास्त्र : मती 27:26-36।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन किनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीत :
‘‘पीड़ा में प्रेम'' वीलीयम वीलीयम्स द्वारा 1759; (मेजस्टीक स्वीटनेस सीट्स एन्थ्रोन्ड) की तर्ज पर।
रूपरेखा प्रभु के सेवक की पीड़ा और प्रसन्नता! (यषायाह 53 पर धार्मिक प्रवचन क्रमांक 1) डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा ‘‘देखो, मेरा दास बुद्धि से काम करेगा, वह ऊँचा, महान् और अति महान् हो जाएगा। जैसे बहुत से लोग उसे देखकर चकित हुए क्योंकि उसके रूप यहाँ तक बिगड़ा हुआ था कि मनुश्य का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी, वैसे ही वह बहुत सी जातियों को पवित्र करेगा और उसको देखकर राजा षान्त रहेंगे, क्योंकि वे ऐसी बात देखेंगे जिसका वर्णन उनके सुनने में भी नहीं आया, और ऐसी बात उनकी समझ में आएगी जो उन्होंने अभी तक सुनी भी न थी'' (यषायाह 52:13-15)। (प्रेरितो 8:34-35) 1. पहला, हम मसीह की प्रभु के लिये सेवा देखते है, यषायाह 52:13; फिलिप्पियों 2:7; फिलिप्पियों 2:9; प्रेरितो 2:32-33। 2. दूसरा, हम मसीह का त्याग देखते है पाप के लिये, यषायाह 52:14;
3. तीसरा, हम देखते है मसीह की मुक्ति सूचित करना, |