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महान् ष्वेत सिंहासन का न्याय

THE GREAT WHITE THRONE JUDGMENT

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की सुबह, 11 मार्च 2012
को दिया हुआ धार्मिक प्रवचन
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Morning, March 11, 2012

‘‘फिर मैंने छोटे बड़े सब मरे हुओं को सिंहासन के सामने खड़े हुए देखा; और पुस्तकें खोली गईः और फिर एक और पुस्तक खोली गई; अर्थात् जीवन की पुस्तक, और जैसा उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, वैसे ही उनके कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:12)।

‘‘और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:15)।


1962 में मैंने ज्योर्ज ओरवेल की विज्ञान कल्पना की पुस्तक 1984 पढ़ी। पीछे फिर 1984 लंबा रास्ता लगता था। परन्तु समय चलता रहता है। 1984 आया और गया। पीछे 1960 में होंगकोंग अभी भी ब्रीटीष षासन के अधीन था। उनका होंगकोंग पर काबू, 1997 के वर्श तक खत्म नहीं होने वाला था। मुझे वो बहुत दूर लगता था पीछे जाना। परंतु होंगकोंग चीन के पास लौटा पंद्रह वर्श पहले। 1997 आया और गया। समय चलता रहता है। 1982 में मेरी पत्नी और मैं रोम की मुलाकात ले रहे थे, इस्त्राएल से आते समय बाजु का सफर। हम सीस्टीन चेपल (छोटा कलीसिया) में खड़े रहे, माइकल एन्जलो की तस्वीर ‘‘आखरी न्याय’’ (The Last Judgment) देखते हुए। बिन बचाए लोगों का आखरी न्याय षायद इस सुबह आपको लंबा रास्ता लगे। परंतु समय चलता रहता है।

आपके सोचने से जल्दी, आखरी न्याय आयेगा। उस दिन सारी मानव जाति महान् ष्वेत सिंहासन के सामने खड़ी रहेगी। मरे हुए, छोटे और बड़े, प्रभु के सामने खड़े रहेंगे। ‘‘पुस्तकें’’ खोली जाएगी और बिना बचाये मरे हुए लोग प्रभु की पुस्तकों के बाहर से न्याय किए जायेंगे।

समय चलता रहता है। आपके सोचने से पहले, आखरी न्याय आएगा! उस गंभीर दिन पर दो चीजें (बात) होंगी।

1. पहला, बिना बचाये मरे हुए उनके कामों के अनुसार न्याय किये जायेंगे।

प्रेरितो यूहन्ना ने इसे कल्पना में आते हुए देखा। उन्होंने कहा,

‘‘फिर मैंने छोटे बड़े सब मरे हुओं के सिंहासन को सामने खड़े हुए देखा; और पुस्तकें खोली गईः और फिर एक और पुस्तक खोली गईः अर्थात् जीवन की पुस्तक, और जैसा उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, वैसे ही उनके कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया। समुद्र ने उन मरे हुओं को जो उसमें थे दे दिया और मृत्यु और अधोलोक ने उन मरे हुओं को जो उनमें थे दे दिया; और उन में से हर एक के कामों के अनुसार उनका न्याय किया गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:12-13)

खोये हुए लोग कई बार सोचते है कि यह समय है जब प्रभु उनके अच्छे और बुरे कामों का लेखा करेंगे। वे सेाचते है कि अगर वे ज्यादा अच्छे काम करेंगे बुरे कामों से, तो वे स्वर्ग में स्वीकृत किए जायेंगे। परंतु इसमें से कुछ भी बाइबल में नहीं है, और निष्चितरूप से पवित्रषास्त्र के इस अध्याय में भी नहीं! डो. जोन आर. राइस ने कहा वहाँ है

यहाँ दया नहीं। वहाँ पर माफी, प्रभु के अनुग्रह के, प्रायष्चित के बारे में कुछ भी नहीं कहा। यह सब तिरस्कृत किया गया था (ठट्ठा और अस्वीकार किया हुआ); अब सिर्फ धर्मी न्याय लागु होता है। लोग अधोलोक में जाते हैं क्योंकि वे उसके योग्य है। वे अधोलोक के योग्य है ... नीतिवचन 29:1 कहता है, ‘‘वो जो बार बार डाँटे जाने पर भी हठ करता है, वह अचानक नश्ट हो जाएगा और उसका कोई भी उपाय काम न आएगा’’ पाप चुकाना ही चाहिये। वे जो मसीह के बलिदान का अस्वीकार करते है ... उन्हें उनका कर्ज चुकाना ही चाहिये अनंतता, कभी पष्चाताप न किया हुआ, कभी माफ न किए जानेवाले पाप के लिये (जोन आर. राइस, डी.डी., बीहोल्ड, ही कमेथ! ए वर्स-बाय-वर्स कोमेन्ट्री ओन ध बुक अॉफ रीवेलेषन, स्वोर्ड अॉफ ध लोर्ड प्रकाषक, 1977, पृपृश्ठ 304-305; प्रकाषितवाक्य 20:12 पर समालोचना)।

इंग्लेन्ड के वेस्टमीनीस्टर एबे के सेंट ज्योर्ज चेपल में वहाँ पर चार पुस्तकें है 60,000 लोगों के नाम लिखे हुए है जो दूसरे विष्व युद्ध के दौरान लंदन के बमबारी में मारे गये थे। उन में से एक पुस्तक खोलकर रखी है और उन पृश्ठों पर जहाँ नाम लिखे गये है वहाँ पर प्रकाष प्रकाषित होता है। हर दिन पृश्ठ फिराया जाता है।

यह मुझे याद दिलाता है उन ‘‘पुस्तकों’’ कि जो परमेष्वर आखरी न्याय के समय खोलेंगे। जब वे पुस्तके खोली जाती है, हर खोए हुए पापी का नाम उसमें होगा, उनके हर पाप की सूचि के साथ जो उन्होंने कभी भी किए हो। बाइबल कहता है,

‘‘परमेष्वर सब कामों और सब गुप्त बातों का ... न्याय करेगा’’ (सभोपदेषक 12:14)।

और यीषु ने कहा,

‘‘जो जो निकम्मी बातें मनुश्य कहेंगे, न्याय के दिन वे हर एक उस बात का लेखा देंगे’’ (मती 12:36)।

हर ‘‘गुप्त बातें’’ जो खोए हुए लोगों ने की है वो उस न्याय के पुस्तकों में लिखी गयी है। हर ‘‘बेकार षब्द’’ जो उन्होंने कहे है वो लिखे गये है और वे ‘‘न्याय के दिन हर एक उस बात का लेखा देंगे।’’ यीषु ने कहा,

‘‘कुछ ढका नहीं, जो खोला न जाएगा; और न कुछ छिपा है, जो जाना न जाएगा’’ (लूका 12:2)।

हर खोया हुआ पापी उसके जीवन के पापो के सामने लाया जाएगा आखरी न्याय के समय जब ‘‘परमेष्वर मनुश्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा’’ (रोमियो 2:16)।

‘‘और जैसा उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, वैसे ही उनके कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:12)।

डो. राइस ने कहा,

आदमी उसके कामों के अनुसार न्याय किया जायेगा। उसका अर्थ है, फिर, कि वो न्याय किसी के लिये ज्यादा तीव्र होगा दूसरों से। अधोलोक ज्यादा सहने योग्य होगा किसी के लिये दूसरों से, उनके कामों पर आधारित है। सारे मसीह का अस्वीकार करनेवाले अधोलोक जाते हैं, परन्तु सब लोगों के लिये अधोलोक समान नहीं होगा (राइस, ibid, पृश्ठ 305)।

यीषु ने कहा,

‘‘हाय, खुराजीन! हाय, बैतसैदा! जो सामर्थ्य के काम तुम में किए गए यदि वे सूर और सैदा में किए जाते, तो टाट ओढ़कर और राख मे बैठकर वे कब के मन फिरा लेते। परन्तु मैं तुम से कहता हूँ कि न्याय के दिन तुम्हारी दषा से सूर और सैदा की दषा अधिक सहने योग्य होगी। कफरनहूम, क्या तू स्वर्ग तक ऊँचा किया जाएगा, तू जो अधोलोक तक नीचे जाएगा : जो सामर्थ्य के काम तुझ में किए गए है, यदि सदोम में किए जाते तो वह आज तक बना रहता। पर मैं तुम से कहता हूँ कि न्याय के दिन तेरी दषा से सदोम की दषा अधिक सहने योग्य होगी’’ (मती 11:21-24)।

इस पद में हम देखते है कि वहाँ अधोलोक में सजा की स्थितियाँ है। व्यक्ति जो रविवार के बाद रविवार को सुसमाचार सुनता है, परंतु कभी भी मसीह के पास नहीं आता उसकी अधोलोक में ज्यादा बुरी जगह होगी वो सदोम में हाती है उससे। ‘‘पर मैं तुम से कहता हूँ कि न्याय के दिन तेरी दषा से सदोम की दषा अधिक सहने योग्य होगी’’ (मती 11:24)। ‘‘उन में से हर एक के कामों के अनुसार उनका न्याय किया गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:13)। ‘‘और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:15)।

भविश्यवक्ता दानिय्येल ने कहा कि वे जो बचाए नहीं गये, ‘‘जाग उठेंगे ... नामधराई और सदा तक अत्यंत घिनौने ठहरने के लिये’’ (दानिय्येल 12:2)। कितना भयानक विचार! आप मरेंगे, परंतु वो अंत नहीं है - कदापि नहीं! आपके मरने के बाद आप ‘‘जाग उठेंगे ... नामधराई और सदा तक अत्यंत घिनौने ठहरने के लिये।’’ डो. जोन ब्लानचर्ड, ब्रीटन के लेखक ने कहा,

दानिय्येल के षब्द हमें पापीयों की अधोलोक में भावनाओं के बारे में क्या कहते है? कोई साधन आदमी नहीं जानता अपराध द्वारा हुई पीड़ा को नाँपने के लिये; और कोई भी इंसानी मन अधोलोक मे ंहोती हुई पीड़ा के बारे में विचार नहीं कर सकते अतःंमन को अपराधी ठहराने जिसे पूरा स्मरण करना है और चूपकीदी को असंभव है ... उनके पाप भरे स्व-केन्द्रित जीवन द्वारा उन्होंने प्रभु के बारे में झूठ कहा, कलंक लगाया और निन्दा की उनके सर्जनहार की। अधोलोक में, वे महसूस करेंगे पूरे अर्थ और उनके जुर्म के विस्तार को। कम नहीं, वे दबाव दिये जायेंगे स्वीकार करने कि चाहे प्रभु ने उनसे ‘‘जीवन, और साँसे और सब कुछ’’ दिया था ... उन्होंने अपव्यय किया उन की उदारता का अपने स्वयं के लिये जीने के द्वारा। कोई आष्चर्य नहीं कि दानिय्येल कहते है वे नामधराई का अनुभव करेंगे।

     परंतु वे बात करते है ‘‘अपमान’’ की भी, जो इब्रानियों षब्द डेरोन को अनुवाद करता है। ये सिर्फ दूसरे इस्तेमाल करते है पवित्रषास्त्र में जहाँ यषायाह कहता है कि वे जो अधोलोक में अपराधी ठहराए गए वे (‘‘सारे देह में घृणा पात्र’’) होंगे। अधोलोक में पापीयों को कोई संसर्ग या सहानुभूति नहीं होगी। वहाँ हर कोई (घृणास्पद) किया जाएगा हर एक दूसरे से घृणा किया जाएगा, जो बढ़ाएगा उनकी दुर्गति और अपमान दोनो को। अधोलोक के वंषज पकड़े जायेंगे अपराध और दोश, परस्पर दोश का आरोपण और पष्चाताप, षर्म और अपमान के (भंवर) में ...

     हमें कहा गया है कि (वे) (‘‘उनकी आग और गन्धक की पीड़ा में पड़ेगा’’) और कि (‘‘उनकी पीड़ा का धुआँ युगानुयुग उठता रहेगा’’), प्रकाषित वाक्य 14:10-11। एक या दूसरे प्रकार में षब्द ‘‘पीड़ा’’ आता है और नयी नियमावली में पंद्रह बार। कभी ये संदर्भ करता है तीव्र क्लेष, बिमारी या रोग के कारण और कम से कम एक बार सताये हुए, परंतु बिना अपवाद के षब्द लेता है उसके साथ तीव्र, अंतःमन की तड़प का अर्थ। अधोलोक की पीड़ा के किस्से में ये तड़प सदा के लिये रहेगी। 1500 वर्श से पहले जोन क्रीसोस्टोम (John Chrysostom) ने (कहा), ‘‘षापित को अंत तक पीड़ा सहनी चाहिये बिना अंत के, मृत्यु बिना मृत्यु के, सड़ना बिना सड़े ... उन्हेें सजा होनी चाहिये बिना करूणा, अभाग्य बिना दया; षोक बिना सहायता, रोना बिना आराम, पीड़ा बिना आसानी के (जोन ब्लानचर्ड, डी.डी., व्होटएवर हेपन्ड टु हेल? इवानझलीकल प्रेस, 2005 की प्रत, पृपृश्ठ 145-146, 154)।

‘‘फिर मैंने छोटे बड़े सब मरे हुओं को सिंहासन के सामने खड़े हुए देखा; और पुस्तकें खोली गईः और फिर एक और पुस्तक खोली गई, अर्थात् जीवन की पुस्तक, और जैसा उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, वैसे ही उनके कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:12)।

‘‘और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:15)।

2. दूसरा, जो जीवन के पुस्तक में मिलेंगे वे इस न्याय से बच जायेंगे।

‘‘और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:15)।

भविश्यवक्ता दानिय्येल ‘‘जीवन की पुस्तक’’ के बारे में बोले जब उन्होंने कहा ‘‘उस समय तेरे लोगों में से जितनों के नाम परमेष्वर की पुस्तक में लिखे हुए है, वे बच निकलेंगे’’ (दानिय्येल 12:1)। यीषु ने कहा, ‘‘आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे है’’ (लूका 10:20)। और प्रेरितो पौलुस ने फिलिप्पी में अपने साथी काम करनेवालो के लिये कहा, ‘‘जिनके नाम जीवन की पुस्तक में लिखे हुए है’’ (फिलिप्पियों 4:3)।

‘‘जीवन के पुस्तक’’ में उन सबके नाम है जिसे प्रभु ने चुना है बचाने के लिये। वे सारे जिसे अनंत जीवन है वे ‘‘जीवन के पुस्तक’’ में नाम द्वारा लिखे गये है। अगर आप परिवर्तित हो तो आप का नाम ‘‘जीवन के पुस्तक’’ में है। अगर आप मृत्यु के समय अपरिवर्तित हो तो आपका नाम और आप के पाप ‘‘पुस्तकों’’ में लिखे गये है। क्या आपका नाम ‘‘जीवन के पुस्तक’’ में है या ‘‘पुस्तकों’’ में है? अगर आपका नाम ‘‘पुस्तकों’’ में है आप आग की झील में भेजे जायेंगे। डो. जोन एफ वालवुर्ड ने कहा, ‘‘किसी का नाम जीवन के पुस्तक में लिखने से निश्फल होना आग की झील में डालने की नींव है, जैसे उस आदमी के पाप माफ नहीं किए जायेंगे और वे या वो प्रभु के विश्राम में प्रवेष नहीं कर सकेगा’’ (जोन एफ वालवुर्ड, टीएच.डी., मेजर बाइबल प्रोफेसीस, झोन्डरवान प्रकाषन घर, 1991, पृश्ठ 411)।

अगर आपका नाम ‘‘जीवन के पुस्तक’’ में है तो आप मसीह के साथ स्वर्ग में सारी अनंतता के लिये रहोगे। श्रीमान ग्रीफीथ ने धार्मिक प्रवचन से पहले जो गीत गाया था वो यह सब कहता है,

प्रभु, मैं धनवानों के लिये परवाह नहीं करता,
   ना ही चांदी या ना सोना;
मैं स्वर्ग के लिये निष्चित बनुँगा।
   मैं बाड़े में प्रवेष करूँगा!
आपके साम्राज्य के पुस्तक में,
   इसके इतने सुंदर पृश्ठ के साथ,
मुझे कहो, यीषु, मेरे उद्धारक,
   क्या मेरा नाम वहाँ लिखा है?
क्या मेरा नाम वहाँ लिखा है,
   सफेद और सुंदर पृश्ठ पर?
आपके साम्राज्य के पुस्तक में,
   क्या मेरा नाम वहाँ लिखा है?
(‘‘क्या मेरा नाम वहाँ लिखा है?’’ मेरी ए. कीडेर द्वारा, 1820-1905)।

जैसे मैं कहता हूँ, अगर आपका नाम जीवन के पुस्तक में नहीं लिखा है आप अभाग्य हो अनंत पीड़ा के लिये।

‘‘और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:15)।

क्या आपका नाम जीवन के पुस्तक में लिखा है? वहाँ पर सिर्फ एक ही रास्ता है निष्चित करने कि आपका नाम वहाँ पर है। यीषु ने कहा,

‘‘मैं तुम से सच सच कहता हूँ कि जो कोई विष्वास करता है, अनंत जीवन उसी का है’’ (यूहन्ना 6:47)।

‘‘क्योंकि परमेष्वरने अपने पुत्र को जगत में इसलिये नहीं भेजा कि जगत पर दण्ड की आज्ञा दे, परंतु इसलिये कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए। जो उस पर विष्वास करता है, उस पर दण्ड की आज्ञा नहीं होती...’’ (यूहन्ना 3:17-18)।

पश्चाताप करो - आपके पाप भरे जीवन के रास्तों से फिरो, और उद्धारक पर विष्वास करो। यीषु के बारे में सिर्फ बातों पर विष्वास नहीं करो। यीषु ‘‘पर’’ विष्वास करो। ग्रीक षब्द ‘‘पर’’ (‘‘on’’) के लिये जो अनुवाद किया गया है वो है ‘‘इस’’ (‘‘eis’’)। इसका अर्थ है ‘‘में’’ (‘‘into’’) (ज्योर्ज रीकर बेरी)॥ आधुनिक अनुवाद कहता है ‘‘उन में विष्वास करो’’। परंतु वो अर्थ को छिपाता है। अच्छा, वृद्ध राजा जेम्स वर्सन (Old King James Version) कहता है ‘‘पर’’ (‘‘on’’)। वो ज्यादा अच्छा है। यह दिखाता है कि आपको यीषु के पास आना ही चाहिये, और उनमें प्रवेष करो, और उनपर विष्वास करो। ‘‘जो उन पर विष्वास करता है, उस पर दण्ड की आज्ञा नहीं होती’’ (यूहन्ना 3:18)। आपको यीषु पर विष्वास करना ही चाहिये, और उन में रहो!

वह सरल विचार कभी भी स्वाभाविक आदमी द्वारा पकड़ा नहीं जाएगा। वो इसे समझने का प्रयत्न करेगा, परंतु हर समय निश्फल होगा। सिर्फ जिन का नाम जीवन के पुस्तक में है वे ही यीषु स्वयं के पास आ सकेंगे। सिर्फ वे ही ‘‘उन पर’’ विष्वास करेंगे। यीषु ने कहा, ‘‘कोई मेरे पास नहीं आ सकता जब तक पिता, जिसने मुझे भेजा है, उसे खींच न ले; और मैं उसे अंतिम दिन फिर जिला उठाऊँगा’’ (यूहन्ना 6:44)।

यीषु क्रूस पर मरे आदमी के पाप का दण्ड चुकाने। यीषु ने उनका लहू बहाया ताकि पाप भरा आदमी सारे अधर्म धोकर षुद्ध हो सके। मैं प्रार्थना करता हूँ कि आप अपनी स्वार्थी जीवन षैली से फिरेंगे और यीषु मसीह स्वयं के पास आओ।

क्या मेरा नाम वहाँ लिखा है,
   सफेद और सुंदर पृश्ठ पर?
आपके साम्राज्य के पुस्तक में,
   क्या मेरा नाम वहाँ लिखा है?

किसी दिन सिर्फ वह बातें ही आपके लिये आवष्यक होगी! क्या आपका नाम जीवन के पुस्तक में है? स्रमण करो

‘‘और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:15)।

क्या आपका नाम जीवन की किताब में है? अगर वो है तो आप यीषु के पास आओ! यीषु ने कहा,

‘‘जो कोई मेरे पास आएगा उसे मैं कभी न निकालूंगा’’ (यूहन्ना 6:37)।

उनके पास विष्वास से इस सुबह आओ और आप बचाये जाओगे सारे पापो से सारे समय और सारी अनंतता के लिये! आमीन और आमीन।

(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले डो. क्रेगटन् एल. चान द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रशास्त्र : प्रकाषित वाक्य 20:11-15।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन किनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीत :
‘‘क्या मेरा नाम वहाँ लिखा है?’’ (मेरी ए. कीडेर द्वारा, 1820-1905)।


रूपरेखा

महान् ष्वेत सिंहासन का न्याय

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा

‘‘फिर मैंने छोटे बड़े सब मरे हुओं को सिंहासन के सामने खड़े हुए देखा; और पुस्तकें खोली गईः और फिर एक और पुस्तक खोली गई; अर्थात् जीवन की पुस्तक, और जैसा उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, वैसे ही उनके कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:12)।

‘‘और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया’’ (प्रकाषितवाक्य 20:15)।

1.    पहला, बिना बचाये मरे हुए उनके कामों के अनुसार न्याय किये जायेंगे, प्रकाषितवाक्य 20:12-13; नीतिवचन 29:1; सभोपदेषक 12:14;
मती 12:36; लूका 12:2; रोमियों 2:16; मती 11:21-24;
प्रकाषितवाक्य 20:13,15; दानिय्येल 12:2; प्रकाषितवाक्य 14:10-11।

2.    दूसरा, जो जीवन के पुस्तक में मिलेंगे वे इस न्याय से बच जायेंगे, प्रकाषितवाक्य 20:15; दानिय्येल 12:1; लूका 10:20; फिलिप्पियों 4:3; यूहन्ना 6:47; 3:17-18; 6:44, 37।