इस वेबसाईट का उद्देश्य संपूर्ण विश्व भर के पास्टर्स व प्रचारकों को, विशेषकर तीसरी दुनिया के पास्टर्स व प्रचारकों को नि:शुल्क हस्तलिखित संदेश और संदेश के विडियोज उपलब्ध करवाना है, जहां बहुत कम धर्मविज्ञान कॉलेज और बाइबल स्कूल्स हैं।
इन संदेशों की पांडुलिपियां प्रति माह २२१ देशों के १,५००,००० कंम्प्यूटर्स पर इस वेबसाइट पते पर www.sermonsfortheworld.com जाती हैं। सैकड़ों लोग इन्हें यू टयूब विडियो पर देखते हैं। किंतु वे जल्द ही यू टयूब छोड़ देते हैं क्योंकि विडियों संदेश हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। यू टयूब लोगों को हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। प्रति माह ये संदेश ४२ भाषाओं में अनुवादित होकर १२०,००० प्रति माह हजारों लोगों के कंप्यूटर्स पर पहुंचते हैं। उपलब्ध रहते हैं। पांडुलिपि संदेशों का कॉपीराईट नहीं है। आप उन्हें बिना अनुमति के भी उपयोग में ला सकते हैं। आप यहां क्लिक करके अपना मासिक दान हमें दे सकते हैं ताकि संपूर्ण विश्व में सुसमाचार प्रचार के इस महान कार्य में सहायता मिल सके।
जब कभी आप डॉ हायमर्स को लिखें तो अवश्य बतायें कि आप किस देश में रहते हैं। अन्यथा वह आप को उत्तर नहीं दे पायेंगे। डॉ हायमर्स का ईमेल है rlhymersjr@sbcglobal.net.
.
सामान्य चीजों को ठोक के दूर करनाHAMMERING AWAY AT COMMONPLACE THINGS डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा लोस एंजीलस के बप्तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की सुबह, ‘‘प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा'' (प्रेरितो 16:31)। |
डो. मार्टीन लोयड - जोनेस ने बात कि ‘‘भयानक स्वधर्म त्याग जो बढ़ती से कलीसिया दोष बताते है पीछले सौ सालों से (अब 152 सालों से, क्योंकि डो. लोयड - जोनेस ने ये 1959 में कहा था) ... 1859 से सिर्फ एक बडा पुनःउद्धार हुआ है ... हम कलीसिया के लंबे इतिहास के सबसे ज्यादा सहन करनेवाले समय से गुजरे है'' (डी. मार्टीन लोयड - जोनेस, एम.डी., रीवाइवल, क्रोसवे बुक्स, 1992 की प्रत, पृपृष्ठ. 55, 129)।
मेरे दिमाग में कोई भी प्रश्न नहीं है कि कलीसिया में आज के स्वधर्म त्याग की तीन जडे है। ये आंशिकरूप से आया जोहान्न सेमलर (1725-1791) की प्रारंभीक पाठ्य पुस्तक संबंधी टीका से, जो आखिरकार ज्यादातर प्रमुख आध्यात्म विद्या संबंधी शाला को बाइबल की आंतरिक्तता पर हमला करने के आधीन हुए। ये आंशिकरूप से आया चार्ल्स डार्वीन (1809 - 1882) की क्रमविकासवाद से, जिसने खास करके मनुष्य की सृष्टि की सच्ची गणना उत्पति की किताब में बदला, उनके विज्ञान की कल्पना की किताब ध डीसेन्ट अॉफ मेन (1971) के साथ। परंतु, इन में से ज्यादातर, आज की स्वधर्म त्याग की अपनी जड़े है धर्म प्रचार की ‘‘पूरानी शाला'' से धर्म प्रचार की ‘‘नई शाला'' में बदली हुई (‘‘निर्णायकता'' के नाम से जानी जाती है), सी. जी. फिनेय (1792 - 1875) द्वारा आधीन। इस प्रकार से, मैं इन तीन लोगो को समझता हुं जरीया या उद्गम स्थान, आजके स्वधर्म त्याग का। बाइबल की पाठ्य पुस्तक संबंधी टीका, डार्वीन की ‘‘डीसेन्ट अॉफ मेन'' सिद्धांत, और फिनेय की ‘‘निर्णायकता'' है शैतान के नोंकदार दन्डे पर कांटा, जिसके साथ उसने कलीसिया को कष्ट दिया और लाये करीब - करीब ‘‘भयानक स्वधर्म त्याग जो बढ़ती कलीसिया के दोष बताते है पीछले (150) सालो से,'' जैसे डो. लोयड - जोनेस ने इसे रखा।
आज ज्यादातर वंशज मर चुके है सेमलर और डार्वीन के वारसदार द्वारा। सबसे ज्यादा भयानक कांटा शैतान के नोंकदार दन्डे पर जो ‘‘धर्मप्रचारक'' रहते है वो है ‘‘निर्णायकता''।
निर्णायकता मान्यता है कि एक आदमी आगे आने से, हाथ उठाने, प्रार्थना कहने, शिक्षा में विश्वास करने, प्रभुत्व को वचनबद्ध करने, या कोई और बाहरी मानवीय काम, जो लिया जाता है इसके समान और गवाही की तरह अंदरूनी परिवर्तन के चमत्कार का; ये मान्यता है कि व्यक्ति बचाया जाता है एकदम बाहरी निर्णय के कार्य द्वारा; मान्यता जो इन मानवीय कार्य में से एक करने से बताता है कि व्यकित बचाया गया है।
परिवर्तन उस पवित्र आत्मा के काम का परिणाम है जो पापी को यीशु मसीह तक ले जाता है धर्मी ठहरने और पुनःजीवन के लिए और पापी को प्रभु के सामने खडे रहने के लिये बदलने खोये होने से बचाये जाने तक, दोषी आत्मा को दिव्य जीवन देने, इस तरह से परिवर्तन के जीवन में नई दिशा पैदा करने। मुक्ति की उद्देशनीय बाजु है धर्मी ठहरना। मुक्ति की चेतना संबंधी बाजु है पुनःजीवन। परिणाम है परिवर्तन। (आर. एल. हायर्मस, जुनि. और क्रीस्टोफर केगन, टुडेस अपोस्टेसी : हाऊ डीसीझनीसम इझ डीस्ट्रोइंग अवर चर्चेस, हार्थस्टोन प्रकाशन, 2001 की प्रत, पृष्ठ. 17)।
इसलिये, सच्चा परिवर्तन है, अलौकिक जब की निर्णायकता हे पूरी तरह मानवीय। परिवर्तन प्रभु से है। निर्णायकता मनुष्य से है। निर्णायकता में मनुष्य कुछ करता है जो बचाने के मुकाबले की जगह लेता है यीशु मसीह के साथ परंतु, हकीकत में, वो है ही नहीं।
निर्णायकता के 150 सालो बाद सुसमाचार की भीतरी शिक्षा शायद ही प्रवचन दी गई है पूरे धार्मिक प्रवचन की तरह हमारे ज्यादातर तख्तो पर। आज कई याजक सोचते है की उन्हें सिर्फ जरूरत है कि लोग उनके हाथ उठाये और जल्दी से ‘‘पापीयों की प्रार्थना'' कहने - फिर जितना जल्दी हो सके उन्हें बप्तीसमा दे - क्योंकि इन में से ज्यादातर लोग फिर से कलीसिया में नहीं दिखनेवाले!
फिर भी मैं मान चुका हूँ कि स्पर्जन का पूराना तरीका सही तरीका था। उन्होंने अपनी महाविद्यालय में प्रवक्ताओं से कहाँ,
हमें इन पापीयों के पास जाना चाहिये और हमें उनसे ऐसी सामान्य चीजें जैसे पाप, और मृत्यु, और दण्ड, और अधोलोक, और स्वर्ग, और मसीह, और उनके लहू के बारे में बात करनी चाहिये। हाँ, लहू। हमारे पास वो होना ही चाहिये ... हमें इसे ठोक कर दूर करना चाहिये : हमें इस सामान्य चीजों को रखना चाहिये, और हर धार्मिक प्रवचन करें ... स्पष्टरूप से पापीयों के परिवर्तन पर लक्ष्य देकर (सी. एच. स्पर्जन, स्पीचेस, पृष्ठ. 120; इयान एच. मुरेय में कथन किया हुआ, हीरोस, ध बेनर अॉफ ट्रूथ ट्रस्ट, 2009, पृष्ठ. 279)।
मैं इन ‘‘सामान्य चीजों'' की सूचि पर एक के बाद एक जाऊँगा, क्योंकि वे अब ओर ज्यादा सामान्य नहीं रहेंगा, परंतु जरूरत है इन पर सदा प्रवचन करने की। हम ये कल्पना करने की हिंमत नहीं कर सकते कि हमारे लोग इन चीजों को समझते है। स्पर्जनने कहाँ, ‘‘हमें इसे ठोककर दूर करना ही चाहिये''।
I. पहला, हमें पापो को ठोक के दूर करना ही चाहिये।
रोमियों 5:12 की ओर फिरे। महेरबानी करके खडे रहिये और वो पद जोर से पढीये।
‘‘इसलिये जैसा एक मनुष्य के द्वारा पाप जगत में आया, और पाप के द्वारा मृत्यु आई, और इस रीति से मृत्यु सब मनुष्यों में फैल गई, क्योंकि सब ने पाप किया'' (रोमियों 5:12)।
आप बैठ सकते हो।
एक मनुष्य द्वारा, आदम, पाप जगत में आया। ‘‘एक मनुष्य के आज्ञा न मानने से बहुत लोग पापी ठहरे'' (रोमियों 5:19) - और ‘‘स्वभाव ही से क्रोध की संतान थे'' (इफिसियों 2:3)।
हमें ये हकीकत को ठोक के दूर करना जरूरी है कि आप ‘‘स्वभाव से'' पापी हो। आदम के वंश की तरह आप पापी जन्मे थे। बालक की तरह, आप चिल्लाये, एक लेखक की तरह ये रखीये, ‘‘छोटे जंगली की तरह''। मैं जानता हूँ कि कोई छोटा पशु का बच्चा रात में चिल्लाता नहीं। फिर भी मनुष्य के बच्चे ऐसा करते है, जैसे हर नयी थकी हुई माँ जानती है। हम जगत में चिल्लाते हुए उग्रता से आते है। जब तक हम दो या तीन साल के होते है हम जान लेते है कि कैसे चोरी करें और झुठ बोले। हमें ये पाप करने को सिखाने की आवश्यकता नहीं होती - हम उसे स्वाभाविक्ता से करते है, क्योंकि हम ‘‘स्वभाव ही से क्रोध की संतान'' (इफिसियों 2:3) है। और इसलिये ये चलते रहता है। आपके पूरे जीवन भर आपने एक के बाद दूसरे पाप किये है - क्योंकि आप स्वभाव से पापी हो, मन से पापी, और षुरूआत से ही पापी!
यीषु मसीह के अलावा और कोई भी आपका मन बदल नहीं सकता। परमेष्वर ने यीषु को क्रुस पर मरने भेजा और मृत्यु से जिलाया, ताकि आपका मन नये जन्म द्वारा बदल सके, क्योंकि ‘‘यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृश्टी है'' (2 कुरिन्थियो 5:17)। ‘‘प्रभु यीषु मसीह पर विष्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार, पाएगा'' आपके पापो के दण्ड से।
II. दूसरा, हमें मृत्यु को ठोक के दूर करना चाहिये।
परमेश्वर ने हमारे परदादा आदम से कहा था कि वे मरेंगे ‘‘उसी दिन'' क्योंकि उसने मनुष्य का पहला पाप किया था (उत्पति 2:7)। वो ‘‘उसी दिन'' मरा, जब उसने पाप किया। मृत्यु कि गति उसके शरीर में प्रारंभ हुई। परंतु, उससे भी बुरा कि वो उसी दिन मरा परमार्थता से। वो तुरंत ही परमेश्वर से अलग किया गया था, और मृत्यु ने उसकी आत्मा पर शासन किया। वो प्रभु के लिये ऐसे मर चुका था जैसे कोई अशिष्ट मूर्तिपूजक। वो ‘‘अपराधों और पापो के कारण मरा हुआ'' (इफिसियो 2:1) था। वो ‘‘(उनकी) बुद्धि अंधेरी हो गई है और उस अज्ञानता के कारण जो (उन) में (थी) और उनके मन की कठोरता के कारण वे परमेश्वर के जीवन से अलग किए गये'' (इफिसियो 4:18) थे।
और उसकी मरी हुई, आत्मा आपको दी गई थी। हाँ, हम दूषित है। डो. हेन्री सी. थीयेस्सेन ने कहा कि दूषितता “पकडे हुए है कि मनुष्य जाति तुरंत ही आदम में सृजी गई थी, आत्मा ओर शरीर दोनो के संदर्भ में, और दोनो ही उत्पन्न किया गया था उनसे उनकी प्राकृतिक पीढीयों द्वारा ... ‘पाप के साथ अपनी माता के गर्भ में पडा' (भजनसंहिता 51:5), इस का अर्थ सिर्फ यही है कि दाउद ने अपनी माता से अपराधी आत्मा वारसे में पाई (जिनसे हकीकत में मृत्यु पाई वारसे में, आदम से अपराधी आत्मा)'' (हेन्री सी. थीयेस्सेन, पीएच.डी., इन्ट्रोडक्टरी लेकर्चस इन सीस्टमेटीक थीयोलोजी, एडरमान्स, 1971 की प्रत, पृपृष्ठ. 233-234)। आपकी मरी हुई आत्मा कैसे जीवित हो सकती है? सिर्फ प्रभु यीषु मसीह द्वारा! प्रभु ने मसीह को मृत्यु से जिलाया आपकी मरी हुई आत्मा को जीवन देने जो पुनःजन्म द्वारा, ‘‘परमेष्वर के लिये मसीह यीषु में जीवित समझो'' (रोमियों 6:11)। ‘‘प्रभु यीषु मसीह पर विष्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा'' आत्मिक मृत्यु से - और षारिरिक मृत्यु से पुनरूत्थान पर।
III. तीसरा, हमें न्याय और अधोलोक को ठोक के दूर करना चाहिये।
‘‘मनुष्यों के लिये एक बार मरना और उसके बाद न्याय का होना नियुक्त है'' (इब्रानियों 9:27)।
आप शारीरिकरूप से मरेंगे। विलक्षणता से, लोगो के पास रास्ते है मृत्यु को उनके दिमाग से बाहर रखने के। वे ये भी सोचते है कि वहाँ पर उनकी मृत्यु के बाद पाप का दण्ड नहीं होगा। उनकी प्राकृतिक, अपराधी अवस्था में, मनुष्य अपने आपको धोखा देते है ये सोचते हुए कि वहाँ पर कोई दण्ड नहीं आ रहा है, और कोई अधोलोक उनकी राह नहीं देखता। ‘‘वहाँ पर परमेश्वर का भय नहीं'' अपरिवर्तित लोगो के मनमें (रोमियों 3:18)। परंतु जब वे मरते है वे अपने आप को अनंत ज्वाला में देखकर आश्चर्यचक्ति होते है।
‘‘भक्तिहीनों को कँपकँपी लगी है। हम में से कौन प्रचण्ड आग में रह सकता? हम में से कौन उस आग में बना रह सकता है जो कभी न बुझेगी?'' (यशायाह 33:14)।
आप दण्ड और अधोलोक से कैसे बच सकते हो? अपने आपके पापो को प्रभु की न्याय की किताब से मिटा दिये होंगे (प्रकाशित वाक्य 20:12)। आप वो अपने आप नहीं कर सकते। सिर्फ ‘‘उसके पुत्र यीशु का लहू हमें सब पापो से शुद्ध करता है'' (1 यूहन्ना 1:7)। ‘‘प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा'' आपके पापो के दण्ड से।
IV. चौथा, हमें स्वर्ग को ठोक के दूर करना चाहिये।
जैसे वहाँ सच्चा अधोलोक है अस्वीकार करने, वैसे ही वहाँ पर सच्चा स्वर्ग है पाने के लिये। प्रेरितों पतरस ने ‘‘एक अविनाशी, और निर्मल और अजर मीरास के लिये जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है'' (1 पतरस 1:4) कहाँ।
जब मैं उदार दक्षिणी बप्तीस धार्मिक पाठशाला में पढता था, मैंने कई बार बाइबल-अस्वीकार करनेवाले प्राध्यापक को कहते सुना, ‘‘कुछ लोग इतने स्वर्गीय दिमाग के होते है कि वे सांसारिक रूप में अच्छे नहीं है।'' परंतु मैं कभी किसी ऐसे को नहीं मिला। क्या आप मिले हो? नहीं, ये दूसरी तरह है - मनुष्य अपनी प्राकृतिक दोषी अवस्था में ‘‘इतना सांसारिक दिमाग के है कि वो स्वर्गीय तरह से अच्छे नहीं है।'' अगर आप कभी भी किसी को मिलो जो स्वर्ग के बारे में अच्छी बातें जानता है, तो आप जान लो कि वो पवित्र आदमी है। याजक रीर्चड वुर्मब्रान्ड ऐसे थे। ऐसे ही मेरे पहले के याजक डो. तीमोथी लीन। वे सदा आनेवाले साम्राज्य के बारे में सोचते थे।
कोई कैसे स्वर्ग में जा सकता है? परमेश्वर ने यीशु को भेजा आपको आपके पापो से बचाने, और आपको स्वर्ग ले जाने। यीशु कहा, ‘‘मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता''। ‘‘प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू ओर तेरा घराना उद्धार पाएगा,'' स्वर्ग की पूरी अनंतता के लिये!
V. पांचवा, हमें मसीह और उनके लहू को ठोक के दूर करना चाहिये।
स्पर्जनने कहाँ, ‘‘हमें इन पापीयों के पास जाना चाहिये और हमें उनसे इन सामान्य चीज जैसे पाप, और मृत्यु, और दण्ड, और अधोलोक, और स्वर्ग, और मसीह, और उनका लहू के बारे में बोलना चाहिये। हा, लहू। हमारे पास वो होना ही चाहिये ... हमें इसे ठोक के दूर करना ही चाहिये : हमें इस सामान्य चीजों से दूर रहना चाहिये ...” (स्पर्जन, ibid.,)।
मैं करीबन हर हफ्ते स्पर्जन का एक धार्मिक प्रवचन पढता हूँ। मेरा, कैसे उन्होंने अपनी सलाह का अनुकरण किया। हफ्ते बाद हफ्ते उन्होंने मसीह पर प्रवचन दिया; मसीह की पढाई पर इतना ज्यादा नहीं, या मसीह के द्रष्टांत पर, परंतु निरंतर ‘‘यीशु मसीह स्वयं'' (इफिसियो 2:20) पर।
पापी, आपको बचाने के लिये यीशु मसीह स्वयं ही होने चाहिये। ये यीशु मसीह स्वयं है जो पवित्र त्रिमूर्ति का दूसरा व्यक्ति है। ये यीशु मसीह स्वयं है जिसे प्रभुने स्वर्ग से नीचे भेजा कंवारी मरियम की कोख में। ये यीशु मसीह स्वयं है जो जगत में बिना पाप का जीवन जीये। ये यीशु मसीह स्वयं है जिसने हमारे पापो को अपने पर लिया और पसीना बहाया जैसे ‘‘लहू की बडी बडी बूँदें'' गतसमनी में (लूका 22:44)। ये यीशु मसीह स्वयं है जिसने हमारे पापो को क्रूस पर ‘‘अपनी देह पर'' लिया (1 पतरस 2:24)। ये यीशु मसीह स्वयं है जिसने क्रूस पर हमारे पापो का दण्ड चुकाया। और ये यीशु मसीह स्वयं ही है जिसने अपना बहुमूल्य लहू छिडका ‘‘हमें सब पापो से'' शुद्ध करने (1 यूहन्ना 1:7)। ये यीशु मसीह है जो शारीरिकरूप से मृत्यु से उठे उनके अपने मांस और हड्डीवाले शरीर में (लूका 24:39)। ये यीशु मसीह स्वयं है जो ‘‘स्वर्ग पर उठा लिया गया ओर परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया'' (मरकुस 16:19)। ये यीशु मसीह स्वयं है जो लगातार स्वर्ग में हमारे लिये प्रार्थना कर रहे है, ‘‘वह उनके लिये विनंती करने को सर्वदा जीवित है” (इब्रानियों 7:25)। और ये यीशु मसीह स्वयं है जो ‘‘प्रभु आप ही स्वर्ग से उतरेगा, उस समय ललकार, और प्रधान दूत का शब्द सुनाई देगा, ओर परमेश्वर की तुरही फूँकी जाएगी, ओर जो मसीह में मरे है, वे पहले जी उठेंगे। तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे उनके साथ बादलों पर उठा लिये जाएँगे कि हवा में प्रभु (यीशु मसीह स्वयं) से मिले और इस रीति से हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे'' (1 थिस्सलुनीकियों 4:16-17)। आमीन! हल्लिलू्ययाह!
‘‘प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा'' (प्रेरितो 16:31)।
उनके बारे में सिर्फ चीजों पर विश्वास न करें। वो आपको कुछ अच्छा नहीं करेगा। ‘‘प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर ...'' (प्ररितों 16:31)। ग्रीक शब्द ‘‘इयश'' है इसका अर्थ है ‘‘ऊपर''। मसीह के ऊपर विश्वास करें। अपने आपको उन पर डाले। शायद आप यीशु मसीह स्वयं के साथ जुड जाओ! महेरबानी करके खडे रहीये और ये गीत क्रमांक 7 गाओ, ‘‘इन हाथों ने क्या नहीं किया''।
इन हाथों ने क्या नहीं किया
जो इस अपराधी आत्मा को बचा सके;
इस परिश्रमी शरीर ने क्या नहीं लाया
जो मेरी आत्मा को पूर्ण कर सके।
मैं क्या महसूस नहीं करू या काम करू
जो मुझे प्रभु के साथ शांति दे सके;
नाही मेरी सारी प्रार्थना और कार्य और
आँसू मेरा भयंकर बोझ उठा सके।
आपका अकेला काम, ओ मसीह,
इस पापो के बोेझ को सरल कर सकता है;
आपका अकेला लहू, ओ प्रभू के मेम्ने,
मुझे अंतरआत्मा में शांति दे सकता है।
(‘‘इन हाथों ने क्या नहीं किया'' होराटीयस बोनार द्वारा, 1808 - 1889)।
(संदेश का अंत)
आप डॉ0हिमर्स के संदेश प्रत्येक सप्ताह इंटरनेट पर पढ़ सकते हैं क्लिक करें
www.realconversion.com अथवा
www.rlhsermons.com
क्लिक करें ‘‘हस्तलिखित संदेश पर।
आप डॉ0हिमर्स को अंग्रेजी में ई-मेल भी भेज सकते हैं - rlhymersjr@sbcglobal.net
अथवा आप उन्हें इस पते पर पत्र डाल सकते हैं पी. ओ.बॉक्स 15308,लॉस ऐंजेल्स,केलीफोर्निया 90015
या उन्हें दूरभाष कर सकते हैं (818)352-0452
ये संदेश कॉपी राईट नहीं है। आप उन्हें िबना डॉ0हिमर्स की अनुमति के भी उपयोग में ला सकते
हैं। यद्यपि, डॉ0हिमर्स के समस्त वीडियो संदेश कॉपीराइट हैं एवं केवल अनुमति लेकर
ही उपयोग में लाये जा सकते हैं।
धार्मिक प्रवचन के पहले डो. क्रेगटन् एल. चान द्वारा पढा हुआ पवित्र शास्त्र :
प्रेरितो 16:22-31।
धार्मिक प्रवचन के पहले श्रीमान बेन्जामिन किनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीत :
‘‘ओह, कितना अद्भूत फव्वारा!'' (डो. जोन. आर. राइस द्वारा, 1895 - 1980)।
रूपरेखा सामान्य चीजों को ठोक के दूर करना डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा ‘‘प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा'' (प्रेरितो 16:31)। I. पहला, हमें पापो को ठोक के दूर करना ही चाहिये।
रोमियों 5:12; II. दूसरा, हमें मृत्यु को ठोक के दूर करना चाहिये।
उत्त्पति 2:17; III. तीसरा, हमें न्याय और अधोलोक को ठोक के दूर करना चाहिये। IV. चौथा, हमें स्वर्ग को ठोक के दूर करना चाहिये।
1 पतरस 1:14; V. पांचवा, हमें मसीह और उनके लहू को ठोक के दूर करना चाहिये। |