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आनेवाले क्रोध से भागो - आदरणीय र्ज्योज वाइर्टफिल्ड, एम.ए. द्वारा
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स्कोटलेन्ड के, ग्लासगो में महान सुसमाचार प्रचारक ज्योर्ज वाइटफिल्ड (1714 - 1770) द्वारा 1753 में दिये गये प्रवचनो में से एक को लेकर संपादीत किया गया है।
‘‘तुम्हें किसने जता दिया कि आनेवाले क्रोध से भागो?'' (मती 3:7)।
ये शब्द बप्तीस यूहन्ना प्रभु के पुत्र के अग्रवर्ती द्वारा दिये गये छोटे धार्मिक प्रवचन का भाग है। जिन्होंने उसे प्रवचन देते हुअे सूना या उनमें से कुछ लोगो के अंतःकरण छेदित हुई थी, क्योंकि हमें कहा गया था की वे ‘‘उन्होंने अपने - अपने पापो को मानकर यरदन नदी में उसमसे बपतिस्मा लिया'' (मती 3:6)। परन्तु जब हमने लोगो की भीड के बाहर देखा जो उसे सूनने आये थे प्रवचन देते, उसने देखा कुछ लोग वहाँ थे जिसका उसने वहाँ होने के आशा नहीं थी, क्योंकि हमें कहाँ गया था,
‘‘जब उसने बहुत से फरीसियों और सदूकियो को बपतिस्मा के लिए अपने पास आते देखा, तो उनसे कहाँ, हे साँप के बच्चो, तुम्हें किसने जता दिया की आनेवाले क्रोध से भागो?'' (मती 3:6)।
फरीसियों और सदूकियो उस समय के नियमनिष्ठ व्यक्ति थे। उनके दिमाग में धर्म का बडा साथ था, परन्तु मनमे जरा भी नहीं। उन्होंने सोचा की उनको इसके बारे में सब कुछ मालूम है, क्योंकि वे अपनी ही नजर में अच्छे थे। वे खुद को धर्मी मानते थे, यह सोचते हुअे की वे पहले से ही अच्छे है। ऐसे लगता था कि वे बप्तीस यूहन्ना को उत्सुकताके कारण सूनने आये थे। यूहन्नाने उनका खराब मन देखा। इसलिये उसने उन्हें कहाँ ‘‘साँप के बच्चे''। फिर उसने उनको देखा और कहाँ, ‘‘तुम्हें किसने जता दिया की आनेवाले क्रोध से भागो?'' परमेश्वर के नाम से, आपको क्या यहाँ ले आया? आप बेचारे बप्तीस का प्रवचन सूनने क्यों आये? विश्व के सारे लोगो में से आप मेरे प्रवचन द्वारा सावधान होने कैसे आये?
यह शब्द थे जो यूहन्ना द्वारा पहले प्रवचन द्वारा दिये गये। परन्तु ये आज रात आप में से कुछ लोग जो यहाँ है, उन्हें भी लागु होता है। ‘‘तुम्हें किसने जता दिया की आनेवाले क्रोध से भागो?''
।. पहला, मैं आपको बताऊँगा की वहाँ पर क्रोध आनेवाला है और वो कैसा होगा।
मैं आपके सामने नर्क को खोलूंगा और आपको बताऊँगा वो कैसा होता है। मै जानता हूँ की आप में से कुछ कहेंगे की नर्क है ही नहीं। फिर भी बारबल सरलता से हमे कहता है आनेवाले क्रोध के बारे मे। ये क्रोध क्या है? मैंने जवाब दिया, पूराने मसीहीयों के पंथ का सदस्य जो यीशु को पूरी तरह नहीं मानता के विध्वान के साथ, की ये नाश की सजा है, और इन्द्रीयों की सजा अहेसास की। नाश की सजा है खुद के निंदा करने वाली इन्द्रीयों को कष्ट देना। पूराने अशिष्ट मनुष्य को भी, मसीह के आने के पहले, कुछ जानकारी थी इसकी। मुझे याद है प्रोमेथियस की सजा, जो एक बडा पापी था, वो नदी के किनारे पर पडा था, गीध बारबार उसके जिगर को नोंच रहे थे। और जितने जल्दी गीध उसके जिगर को खाते थे, वो फिर से उगता था। वो वहाँ पडा था, पंछी बहुत बूरी तरह उसके जिगर को नोचे जा रहे थे। यह सिर्फ थोडा था जो परमेश्वर ने उनको दिखाया था, और इसलिये उनको थोडी जानकारी है कभी न मरनेवाले कीड़ो की ‘‘जहाँ उनका कीडा नहीं मरता और आग नहीं बुझती'' (मरकुस 9:44)।
‘‘आनेवाले क्रोध से भागो'' (मती 3:7)।
मैं जानता हूँ की कुछ लोग कहते है की नर्क जैसी कोई जगह ही नहीं है। वे कहते है की ये सिर्फ मृत्यु के बाद की दुष्ट अंतरमन है। परंतु क्या आपको मालूम है की दुष्ट अंतरमन क्या होता है? अच्छे आदमीयों ने फिर आपने कहाँ, ‘‘जब आत्मा हार जाती है तब इसे कौन सह सकता है।?'' (नीतिवचन 18:14)। अगर वहाँ पर कोई दूसरा नर्क नहीं है, स्वनिंदा को अंतरमन के अलावा। क्या आपको परेशान करने के लिये इतना काफी नहीं है? एक व्यक्ति, अनंतता के लिये जाता है, अपने आपको अपराधी और निंदा भाव से खुद के दुर्भाग्य के लेखक ने नर्क की यातना का अनुभव किया होगा!
बहुत साल पहले नहीं एक मशहूर व्यक्ति अपराध के लिये मारा गया। मैंने उसे फांसी के लिये ले जाते हुअे देखा था। जब उसने अपना ‘‘विदाय के समय का प्रणाम'' अपनी पत्नी, वृद्ध माँ और उसके मित्रो से कहाँ, वो चिल्ला उठा की ये उसकी अपनी मूर्खता थी जो उसे इस भयानक अंजाम तक ले आयी। और अगर इस तरह की भावना है उस आदमी में जो सिर्फ फांसी पर लटका या जा रहा है, तो जो नर्क में जा रहे है उन्हें क्या महसूस होगा?
मसीह ने हमे धनवान आदमी और लाजर के बारे में बताया। जब धनवान आदमी ने लाजर को स्वर्ग में देखा, वो चिल्ला उठा, ‘‘मैं इस ज्वाला में तडप रहा हूँ'' (लूका 16:24)। मैंने सोचा ये शापित की दुर्गति का एक भाग होगा। वे मसीह को देखेंगे, जिसका उन्होंने अस्वीकार किया था और स्वर्ग जो उन्होंने खो दिया है। यही है नाश की सजा जो विधवान बताते है।
‘‘आनेवाले क्रोध से भागो'' (मती 3:7)।
परंतु वहाँ पर इन्द्राीयों की सजा भी है, जो शरीर में महसूस होगी। ये पवित्र शास्त्र में साफ है की वहाँ पर सच्ची आग होगी जो शरीर को, और इन्द्रीयों को भी यातना देगी। तारणहार जिससे कहते है, मैं सोचता हूँ की सिर्फ एक हाथ या एक आँख के साथ स्वर्ग में जाना बहेतर है, नर्क में जाने से, जहाँ कीडें मरते नहीं और आग बुझती नहीं।
जहोवा की वीटनेसीस इसका अस्वीकार करते है की नर्क हमेशा रहनेवाली यातना की जगह है। फिर भी मसीह ने कहाँ, ‘‘चले जाओ... अनंत आत्र में'' (मती 25:41)। इसलिये ‘‘क्रोध आयेगा'', सिर्फ मृत्यु के बाद ही आयेगा ऐसा नहीं हैं, परंतु वो हमेशा आते ही रहता है; इसलिये हजारों सालों के बाद, शापित फिर भी चिल्लायेंगे, ‘‘ओर ज्यादा क्रोध अभी भी आनेवाला है।''
यह क्रोध हमेशा आता रहेगा। इससे वो धनवान आदमी बोला की उसे आग की ज्वाला ने पीडित किया वो काली ज्वाला, वो यातना, कभी नमरनेवाली, कभी न बुझनेवाली ज्वाला ने। उसे ये नहीं चाहिये था की उसका भाई उधर आयें उसने सोचा ‘‘मैं उनका बडा भाई था। मैं उनके लिये बुरा दष्टांत था। अगर मेरे भाई उधर आते है, तो मेरी अपनी अंतरमन की तडप पांच गुना ओर गरम हो जायेगी, और मैं सोचता हूँ की पहेले से ही काफी गरम है।'' ये विषय सेवक को एकचित होने के लिये ज्यादा भयानक है। जब मैं इसके बारे में सोचता हूँ तो मेरा लहू थंडा होकर मुझमें बहने लगता है। परन्तु पापीयों को इसके बारे में कहना जरूरी है। बप्तीस यूहन्ना ने इसके बारे में कहाँ। मसीह ने इसके बारे में कहाँ। और इसलिये मुझे भी इसके बारे में कहना चाहिये।
‘‘आनेवाले क्रोध से भागो'' (मती 3:7)।
॥. दूसरा, मैं आपको बताऊँगा की परमेश्वर आपको क्रोध से भागने के लिये कैसे सावधान करते है।
पहला, प्रभु आपको कुदरती अंतरमन की पीडा देकर सावधान करते है। कुछ लोग होते है जो अपने अंतरमन की भावनाओं को दबाते है। जब प्रभु ने मेरे मन पर काम करना शुरू किया, मैंने अपने अंतर आत्मा की आवाज नहीं सूनने की बहुत कोशिष की। फिर भी वो मुझे अपने बिस्तर में भी परेशान करती थी, और मुझे चाहिये या नहीं फिर भी मुझे परेशान करती थी। इसलिये परमेश्वर हमें बारबार अपने खुदके अंतरमन द्वारा सावधान करते है। मुझे आश्चर्य होगा अगर यहाँ कोई भी होगा जिसने पाप का रहस्यमय काम किया होगा - और अपने पापो को सफाई से छूपा सकेंगे, अपनी अंतरमन आप से नहीं कहता है, ‘‘अगर आप ऐसे ही करते रहोगे तो, आप नर्क में जाओगे?'' इसलिये प्रभु हमको हमारे अंतरमन के प्रकाश के द्वारा सावधान करते है। आप जो युवान हो उन्हें खासकर अपने अंतरमन की आवाज सुननी चाहिये, क्योंकि परमेश्वर इससे आपको आनेवाले क्रोध से भागने के लिये सावधान करते है।
और जैसे परमेश्वर हमें हमारे अंतरमन द्वारा सावधान करते है, वैसे ही प्रभु हमे अपने वचनो द्वारा भी सावधान करते है, खास करके उनके उनके वचनो के प्रवचन द्वारा। कुछ लोग ये परवा नहीं करते की उन्हें धार्मिक प्रवचन याद है या नहीं। परंतु मैं आपको कहता हूँ की प्रभु अपनी किताब में लिखते है हर वो धार्मिक प्रवचन जो आप लापरवाही से सूुनते हो। बप्तीस यूहन्ना को भेजा गया था ‘‘आनेवाले क्रोध से'' लोगो को सावधान करने। हर एक सच्चा प्रवक्ता बुलाया गया है। उसके द्रष्टांत को मानने के लिये। ये हमारा व्यापार है आपको सावधान करना। अगर आपके घर के नजदीक में आग लगती है तो, आप गुस्सा नहीं होंगे अगर जोर से बोलू, और आपको आग की ज्वाला से दूर भागने कहुँ तो। और विश्वासु प्रवक्ताओं को भी यहीं करना चाहिये, क्योंकि नर्क की आग आ रही है, और आप नििश्ंचत ही आग में तडपे जाओगे जब तक आप भाग कर मसीह के पास नहीं आते।
और जैसे परमेश्वर आपको अपने वचनो द्वारा सावधान करते है, वैसे ही वे आपकी आत्मा को भी सावधान करते है। ओह, प्रभु की आत्मा आपके अंदर काम करे और आपको आज रात सावधान करे। मैं शायद मृतदेहो से भी बात करूँ और हड्डी के कंकाल को सावधान करू, जैसे आप से बात करता हूँ, जब तक प्रभु उनकी आत्मा को आप के मन को हिलाने नहीं भेजते। प्रभु की आत्मा के आपको पापो की जानकारी दिये बिना, कुछ भी मै कहुँ या करू वो आपको मदद नहीं कर सकता। मैं प्रार्थना करता हूँ की आप प्रभु की आत्मा को दबायेंगे नहीं क्योंकि वे आपकी आत्मा से आज रात बातें करेगी।
‘‘तुम्हे किसने जता दिया कि आनेवाले क्रोध से भागो'(मती 3:7)।
किसने आपको सावधान किया? क्यों, आपकी अंतर मनने आपको सावधान किया? क्यों, प्रभु के वचनोने आपको सावधान किया! क्यों, प्रभु की आत्माने आपको सावधान किया!
III. तीसरा, मैं आपको बताऊँगा की आनेवाले क्रोध को टालने के लिये किसको भगाना है।
अब मैं सुसमाचार प्रवचन देने जा रहा हूँ। जो कुछ भी मैंने कहा था वो आपको यीशु मसीह के सुसमाचार को सुनने के लिये तैयार करने के लिये कहा था। आनेवाले क्रोध से भागना सूचित करता है की आप विश्वास किजिये की मसीह आपको पापो की सजा से बचा सकते है। और यीशु अेक ही है जिसके पास भागने के लिये मैं आपको सूचित करता हूँ; और जो क्रोध आनेवाला है उससे भागने के लिये मैं आपका सावधान करता हूँ।
मैंने अेक बार पंद्रह सो लोगो को एक साथ प्रवचन दिया था। जैसे मैंने उन्हें प्रवचन दिया उनके मातापिता ने उनके लिये प्रार्थना की, उनके हाथ मसलते हुअे। उनमें से कुछ जागृत हुअे थे। मैं आपके मातापिता को वीनती करता हूँ कि उनके लिये बाइबल पढ़ो और उनके लिये प्रार्थना करो। जब हम सुसमाचार प्रचार की सभा रखते है तब उन पर नजर रखो। इस सभाओ के दौरान ध्यान रखीये की वे टी.वी. तो नहीं देख रहे है, या इन्टरनेट नहीं उपयोग कर रहे है। ध्यान दिजिये की वे मसीही का साहित्य पढे और अपने परिवर्तन के लिये ज्यादा प्रार्थना करते है।
आप जो युवान आदमी हो, मैं आपको आनेवाले क्रोध से भागने के लिये बुला सकता हूँ। जब मैं आपकी उम्र का था तब मैंने मेरी आत्मा पर बहुत कम ध्यान दिया। परंतु परमेश्वर ने मुझे इस तरह रहने से रोका। प्रभु आपको भी शायद इसी तरह रोके। युवान लोग, मुझ से गुस्सा मत होना। मैं जानता हुँ कि आप मुझसे अनंत तक गुस्सा नहीं होंगे। आप अपने आप से गुस्सा होगें मेरी सावधानी नहीं सूनने के लिये, परंतु आप मुझसे गुस्सा नहीं होंगे आपको आनेवाले क्रोध से सावधान करने के लिये। युवा लोग, क्या आप अपनी तबियत और शक्ति शैतान को देंगे? क्या आप प्रभु के प्रति कृतघ्न रहोंगे, जिसने अपने पुत्र को भेजा आपको आजाद करने? मैं जानता हूँ की आप में से कुछ लोग सोचते है की आप ये बंद करे और आनेवाले क्रोध से भाग सकते हो जब आप वृद्ध हो जायेंगे। क्या आप ऐसा सोचते रहोगे? मैं जानता हूँ अेक आदमी जिसने कहाँ था वो मरने के पहले परिवर्तित हो जायेगा। परंतु वो तीन घंटे बाद ही मर गया, अपरिवर्तित। आप कैसे जान सकते हो की वे शायद आप के साथ भी हो? प्रभु के खातिर, युवा लोग, अपनी जिंदगी से भागो। आनेवाले क्रोध से भागो, शायद आप जानो के प्रभुने आपको छोड दिया है, और आप वो आग में गिरते हो जो कभी नहीं बुझनेवाली। अेक युवा व्यक्ति जिसे मैंने प्रवचन दिया था वो अपरिवर्तित घर गया और मध्यरात्रि के पहले वो मरी हुई लाश था। आप कैसे जान सकते हो शायद वो आपका भी किस्सा हो?
और आप युवान औरते, जो अपनी आत्मा को अनदेखा करती है, मैं उन्हें आनेवाले क्रोध से भागने के लिये सावधान करता हूँ। मै जानता हूँ की दृष्टात्मा आपको अपने खोये हुए मित्रो के पास फिर से जाने के लिये आकर्षित करेंगे, परंतु याद रखीये की पवित्र शास्त्र कहता है, “जो कोई ... संसार का मित्र है वह परमेश्वर का बैरी बनता है।” (याकूब 4:4)। परंतु हम आपके सच्चे मित्र है जो आपको उनके विरूध्द सावधान करते है, और वे आपके सच्चे दुश्मन है जो आपको उनके साथ पाप करने के लिये प्रोत्साहित करते है। मैं इसलिये आपका सावधान करता हूँ, प्रभु के नाम से, आनेवाले क्रोध से भागने के लिये।
अब ये स्वीकार्य समय है, जब मुक्ति का दिन है। मैं तुम सबको सावधान करता हूँ आनेवाले क्रोध से भागने के लिये। ओ प्रभु हमारे बीच में कैसा बंटवारा है, की आप में से कुछ नर्क में जाओगे, और दूसरे स्वर्ग में ले जाये जायेंगे। और क्या आप नरकमें जाओगे? क्या आप शापित होंगे। क्या आप अनंत ज्वाला में गिरोगे, जब आपके लिये आपके सामने नर्क खुला होगा? क्या आप अपना जन्मसिद्ध हक एक माँस के भोजन के लिये बेचोगे, जैसे अेसाव ने किया? आप प्रभु के निमंत्रण के बाद भी शापित होंगे? क्या आप सूनेंगे की मसीह आपके पापो को चूकाने मरे और फिर से मृत्यु से उसे आपके न्याय के लिये - और फिर भी जीये और मरे अपरिवर्तित अवस्था में?
मैं बहुत सालो से मृत्यु की प्रतीक्षा करता हूँ, परंतु मैं परवा नहीं करता अगर मुझेकुछ और समय तक स्वर्ग से दूर रखा जाये, अगर मैं आज रात आप में से एक को भी यीशु की ओर भागने समझा सकु। ओह, मेरे साथ आइये। यीशु के पास भागीयें। मैं आपको आदेश देता हूँ उनके पास भागने के लिये। दण्ड आ रहा है। सोचिये कितने जल्दी दण्ड आ सकता है। और अगर आप अभी आनेवाले क्रोध से भागकर यीशु के पास नहीं जाओगे, तो बहुत देर हो जायेगी ऐसा करने आपके मृत्यु के बाद। प्रभु के नाम में, आपका क्यों नहीं भागोगे? आप शायद कहोंगे की आप किसी दिन भागोगे। प्रभु के नाम में, आज रात क्यों नहीं भाग सकते? पाड को प्रार्थना में बदलो, ‘‘प्रभु यीशु, मुझे आनेवाले क्रोध से भागने के लिये मदद किजिये। प्रभु यीशु मुझे आपके पास ले जाइये, आपके लहूँ से मेरे पाप धोइये, ताकि शायद में आपके साथ अनंत जीवन जी सकुं।'' प्रभु आपकी अमुल्य आत्मा को ये दे। आमेन।
(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन के पहले डो. क्रेगटन एल चान द्वारा पढा हुआ पवित्र वाक्या :
लूका 16:19-26।
धार्मिक प्रवचन के पहले श्रीमान बेन्जामिन किनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीत :
‘‘अनंतता'' (एलीसा ए. होफमन द्वारा 1839 - 1929)
रूपरेखा आनेवाले क्रोध से भागो - आदरणीय र्ज्योज वाइर्टफिल्ड, एम.ए. द्वारा डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा ‘‘तुम्हें किसने जता दिया कि आनेवाले क्रोध से भागो?'' (मती 3:7)। (मती 3:6)। I. पहला, मैं आपको बताऊँगा की वहाँ पर क्रोध आनेवाला है और वो कैसा होगा, मरकूस 9:44; नीतीवचन 18:14; लूका 16:24; मती 25:41। II. दूसरा, मैं आपको बताऊँगा की परमेश्वर आपको क्रोध से भागने के लिये कैसे सावधान करते है, मती 3:7। III. तीसरा, मैं आपको बताऊँगा की आनेवाले क्रोध को टालने के लिये किसको भगाना है। याकूब 4:4। |