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परिवर्तित याजकTHE CONVERTED PRIESTS! डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में शनिवार शाम, “और परमेष्वर का वचन फैलता गया और यरूष्लेम में चेलों की गिनती बहुत बढ़ती गई, और याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)। |
इस धार्मिक प्रवचन में क्या प्रचार करना है उस पर मैंने घंटो बिताए संघर्श और प्रार्थना करने में। मैं जानता था कि प्रभु चाहते थे मैं मसीह के पुनरूत्थान पर फिर से बोलुं। परंतु मैं विशय को कैसे संभालुँ? मैं किस पाठ में से बोलुं? जैसे मै बिस्तर पर जाने तैयार हुआ मेरा सिर घुमता था। परन्तु, जैसे ही मैने अपने दाँत साफ किये और अपना रात का पोषाक पहना, यह पद मेरे दिमाग में आया - “याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)। मुझे डर था कि में इस पाठ को भूल जाऊँगा, इसलिये मैंने कागज की चिठ्ठी पर लिख लिया और मेरे स्नानगृह की अलमारी में रख दिया। मैं बिस्तर पर गया और सो गया, जानते हुए कि प्रभुने मुझे इस धार्मिक प्रवचन के लिये विशय दिया था, “याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया”।
इष्वरदूत और उनके माननेवाले बड़े या षिक्षित आदमी नहीं थे। उनमें से ज्यादातर गरीब मछ़वारे थे बिना सही षिक्षण के, बिना संपति और ना ही धरती की षक्ति थी। उनका प्रचार बहुत सरल था। सिर्फ कुछ हफतें पहले, पिन्ताकुस्त के दिन, पतरसने मसीह के क्रूस पर चढ़ाने और पुनरूत्थान पर प्रचार किया। उनके धामिक प्रवचन का दो तीहाई (2/3) हिस्सा मसीह के मृत्यु से पुनरूत्थान को समर्पित था। पतरस के धार्मिक प्रवचन के अंत में तीन हजार लोग बचाए गए थे। कुछ दिनो बाद, पतरसने यही विशय पर मंदिर के द्वार पर प्रचार दिया।
“तुम ने उस पवित्र और धर्मी का इन्कार किया, और विनती कि की एक हत्यारे को तुम्हारे लिये छोड़ दिया जाए। और तुमने जीवन के कर्ता को मार डाला जिसे परमेष्वरने मरे हुओं में से जिलाया; और इस बात के हम गवाह है” (प्रेरितो 3:14-15)।
धार्मिक प्रवचन के अंत में, पतरसने कहा,
“परमेष्वर ने अपने सेवक को उठाकर पहले तुम्हारे पास भेजा, कि तुम में से हर एक को उसकी बुराइयों से फेरकर आषिश दे” (प्ररितो 3:26)।
वहाँ पर आत्माओं की बड़ी कटनी थी और,
“वचन के सुननेवालों में से बहुतों ने विष्वास किया, और उनकी गिनती पाँच हजार पुरूशों के लगभग हो गई” (प्रेरितो 4:4)।
फिर, जब पतरस महायाजक के सामने लाया गया, वो चिल्लाया,
“तो तुम सब और सारे इस्त्राएली लोग जान लें कि यीषु मसीह नासरी के नाम से जिसे तुमने, क्रूस पर चढ़ाया, और परमेष्वर ने मरे हुओं में से जिलाया, यह मनुश्य तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है” (प्रेरितो 4:10)।
और फिर भी, कुछ दिनों बाद, पतरस को दूसरी बार पकड़ा गया, और महायाजक के सामने लाया गया। उन्होने क्या कहा?
“हमारे बापदादों के परमेष्वरने यीषु को जिलाया, जिसे तुम ने क्रूस पर लटकाकर मार डाला था” (प्रेरितो 5:30)।
उन्होने यही प्रचार किया था-मसीह का क्रूस पर चढ़ाना और पुनरूत्थान!
उसके कुछ दिनो बाद, हम हमारे पाठ पर आए,
“याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)।
आह, मैं उस पाठ के बारे में उत्तेजित हूँ! यह मेरे सामने अलीबाबा की गुफा की तरह खुलता है-और मैं इसमें बहुमूल्य रत्न देख रहा हूँ।
“याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)।
मैं तीन प्रष्न पूछूँगा , और उनका उत्तर दूँगा, आपके देखने के लिये इस में से सोना और अलंकार नीकालने!
1. पहला, मसीह के पुनरूत्थान में मानने के लिये क्या यह याजक अच्छी दृष्टी थे?
नही! वे नहीं थे! वे जिलाये हुए उध्दारक में कम माननेवले लगते थे-यरूषलेम में सबसे ज्यादा अनचाहे लोग, यह मानने के लिये कि मसीह मृत्यु से उठे थे। ये वही याजक थें जिनके लिये कुछ दिनों पहले कहा गया था,
“जब वे लोंगों से कह रहे थे वे बहुत क्रोधित हुए किवे को सिखाते थे और यीषु का उदाहरण दे देकर मरे हुओं के जी उठने का प्रचार करते (थे)” (प्रेरिता 4:1-2)।
ये वही सदूकी याजक थे जो, कुछ दिनों पहले, साथ
“... महायाजक और उसके सब साथी जो (सदूकियों के पंथ के थे) डाह से भर उठे” (प्रेरितो 5:17)
हाँ, ये याजक सदूकियों थे। डो. गायेबेलियन की आलोचना ने निर्देष किया कि, “ज्यादातर याजक सदूकी विष्वास पंथ के थे” (फ्रेंन्क इ. गायेबेलियन, डी.डी., सामान्य सुधारक, ध एक्सपोझीटर्स बाइबल कोमेन्ट्री, झोन्डरवान प्रकाषन घर, 1981, भाग 9, पृश्ठ 301, प्रेरितो 4:1 पर टीप्पणी)। से याजक कौन थे, और उन्होने क्या माना? ज्यादातर याजक सदूकी थे। सदूकियों ने मरे हुए के पुनरूत्थान में विष्वास नही किया, जैसे हमने मती 22:23 और प्रेरितो 23:8 मे पढ़ा,
“उसी दिन सदूकी जो कहते हैं कि मरे हुओं का पुनरूत्थान है ही नही, उसके पास आए ...” (मती 22:23)।
“क्योंकि सदूकी तो यह कहते है, कि न पुनरूत्थान है” (प्ररितो 23:8)।
इतिहासकार जोसेफसने कहा कि सदूकियों “मानते है आत्मा षुध्दिकरण की बात है, जो देह के साथ नश्ट होती है” (एन्टीक्वीटीस ओफ घ ज्युझ्स, 18:1,4)। चाहे जब की वे किसी का भी मृत्यु से जी उठने के विचार से विरूध्द थे,
“याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)।
डो. गील ने कहा,
याजक और उनका बड़ा समाज यह करने चाहिए, वो बहुत आष्चर्यजनक है; जब की वे सुसमाचार और संतो को दुःख देनेवाले सबसे ज्यादा पुराने दुष्मन थे (जोन गील डी.डी., एन एक्सपोझीषन ओफ घ न्यु टेस्टामेन्ट, घ बेप्टीस्ट स्टार्न्डड बेस्ट, 1989 में फिर से छपा हुआ, भाग 2, पृश्ठ 191; प्रेरितो 6:7 पर टीप्पणी)।
आजरात षायद कोई यहाँ कहे, “आप मुझसे मसीह के पुनरूत्थान मे विष्वास करने की आषा नही कर सकते!” क्यों नही? अगर ये आदमी, सब लोगो से, मसीह के पुनरूत्थान पर विष्वास करने आए, तो आप क्यों नही कर सकते? उदार बाइबल टीकाकार रूडोल्फ बल्टमानने कहा कि आधुनिक आदमी स्वीकार नही कर सकता जो उसने कहा मसीह के पुनरूत्थान की “पुराण कथा” अच्छा, ये याजक आधुनिक आदमी नहीं थे और उन्होने ये भी सोचा कि मसीह का पुरूत्थान पुराण कथा (myth) थी-जब तक परमेष्वर की षक्ति ने उन्हे परिवर्तित किया! वैसा ही आप जैसे आधुनिक लोगो को आंज आवष्यकता है - परिवर्तन! वे मसीह के पुनरूत्थान के बारे में आपकी सारी परेषानीयाँ स्पश्ट करेंगे! जब परमेष्वर की षक्ति उन तक आयी,
“याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)।
परन्तु वहाँ पर और है।
2. दूसरा, इन याजको के पास क्या प्रमाण था कि मसीह जी उठे है ?
सबसे पहले उनके पास प्रमाण था खाली कब्र का। जब औरते उस खाली कब्र के पास आयी, उन्हे कहा गया था,
“वह यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है। आओ, यह स्थान देखो, जहाँ प्रभु पड़ा था” (मती 28:6)।
डो. थीयेस्सेनने कहा,
पवित्रषास्त्र हमें कहता है कि कब्र खाली थी। निष्चिंतरूप् से अगर यह सत्य न होता, किसीने दिखाया होता कि चेले धोखेबाज़ थे; कि कब्र खाली नहीं थी (हेन्री सी. थीयेस्सेन, पीएच. डी, इन्ट्रोडक्टरी लेर्क्चस इन सीस्टमेटीक थीयोलोजी, एडरमान्स प्रकाषन कम्पनी, 1989 की प्रत, पृश्ठ 335)।
जोष मेकडोवेल ने कहा,
वहाँ यहूदियों द्वारा कोई खण्डन नहीं दिया गया था (पतरस की) साहसी घोशणा मसीह के पुनरूत्थान के लिये। क्यों ? क्योंकि खाली कब्र का प्रमाण वहाँ पर था किसीको भी परखने के लिये ... हर कोई जानता था कि अब कब्र मे यीषु मसीह का देह नहीं था ... यहूदी खाली कब्र की स्पश्टता नही दे सके ... फेअरबार्यन टिप्पणी की तरह : “यहूदियो की चुपकीदी मसीहीयो की बात की तरह अर्थपूर्ण है” ... पहली सदी के दौरान, मसीही डराये, मारे, बेंतसे मारे गये और कत्ल किये गये थे उनके (मसीह के पुनरूत्थान) में विष्वास के कारण। यह बहुत सरल था उनको चूप करना यीषु का देह पेष करके, परन्तु वो कभी भी नहीं किया गया (जोष मेकडोवोल, घ न्यु एवीडन्स घेट डीमान्डस ए वरडीक्ट, 1999 की प्रत, पृश्ठ 251) ।
खाली कब्र, मसीह के पुनरूत्थान की मौन गवाही, कभी खण्डन नही की गई थी। रोमी और यहूदी मसीह का देह प्रस्तृत नहीं कर सके या ना ही स्पश्टता दे सके की वो कहाँ गया (मेकडोवेल, ibid., पृश्ठ 252)।
जैसे जोन आर डब्ल्यु स्टोटने अच्छा कहा है, मसीह के दुष्मनो का मौन “अच्छा व्याख्यान देनेवाला प्रमाण है पुनरूत्थान का जैसे प्रेरितो की गवाही” (मेकडोवेल, ibid., पृश्ठ 251)।
याजक जानते थे कि कब्र खाली थी और वे यह भी जानते थे कि मसीह का कोई भी दुष्मन ये स्पश्ट नहीं कर सकते थे की यह खाली क्यों थी। जब खाली कब्र वहाँ यरूषलेम में थी, बहुत से ये याजक निष्चितरूप से वहाँ जा सकते थे और अंदर देख सकते थे। यह खाली थी! यरूषलेम में हर एक इसके बारे में बाते कर रहे थे, जैसे पौलुसने कहा, “यह घटना किसी कोने में नहीं हुई” (प्रेरितो 26:26)। हकिकत में यह पूरे षहर मे बातें थी! खाली कब्र उन्हे ले गई मानने तक की यीषु मृत्यु से उठे थे।
उन्होने चेलों (प्रेरितो) का उत्साह भी देखा, जिन्होने घोशणा कि थी की उन्होने पुनरूत्थान वाले मसीह को देखा था। उन्होने प्रेरितो को ठठ्ठा उड़ाते, मारे हुए, बेत से मारे हुए, और कारवास मे डाले हुआ देखा। फिर भी, जैसे ही वे छेोड़े गए, प्रेरिता उसी क्षण लौटकर गये और प्रचार किया,
“हमारे बापदादों के परमेष्वरने यीषु को जिलाया, जिसे तुम ने क्रूस पर लटकाकर मार डाला था” (प्रेरितो 5:30)।
सायमन ग्रीनलीफ, हारवर्ड प्रतिनिधिने चेलों के लिये कहा, “यह था... अषक्य कि (प्रचार) आग्रह कर सकते थे सत्य प्रमाणित करने मे उन्होने (प्रचार किया) यीषु हकीकत में मृत्यु से नही उठे थे, और वे यह हकीकत नहीं जानते ऐसे निष्चितरूप से जैसे उन्हे और कोई हकीकत मालूम नहीं थी” (मेकडोवेल, ibid., पृश्ठ 253)। जोन आर डब्ल्यु स्टोटने कहा, “... यीषु के चेलो का रूपांतर सबमें बडा प्रमाण है पुनरूत्थान के लिये” (मेकडोवेल, ibid., पृश्ठ 252)। याजकोने उनका अटल विष्वास और उत्साह देखा, और उनका प्रचार सुना।
“याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)।
मैं मान चुका हूँ कि आप और मै ज्यादा परिवर्तन देखेंगे अगर हमें ज्यादा उत्साह और ज्यादा विष्वास हो! ओह, अगर सिर्फ मैं आपको प्रचार कर सकुँ पतरस की षक्ति और उत्साह के साथ! ओह, अगर सिर्फ मैं ऐसा बडा गवाह होता यीषु के पुनरूत्थान का जैसा वो था! चाहे हमारे उत्साहे बहुत कमजोर हो उन प्रेरितो के उत्साह से, हम कैसे प्रार्थना करे कि परमेष्वर स्वयं जल्दी से आपके मन को उतावला करे कि आप षायद यीषु के पास आओ, “मरे हुओ मे से जी उठनेवालो में पहिलोठा” (प्रकाषितवाक्य 1:5)।
“याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)।
3. तीसरा, ये याजक विष्वास को आज्ञाकारी क्यों थे ?
ये सिर्फ खाली कब्र या प्रेरितो का उत्साह ही नहीं था जिसने उन्हे प्रतीत कराया। वहॉ पर इनके लिये उससे ज्यादा था। वहाँ सदा है-हर सच्चे परिवर्तन में।
उन्होने प्रचार किया हुआ सुसमाचार सुना। मैं पुराने पुरीटीयनो से पूर्णरूप से सहमत हूँ जिन्होंने सुसमाचार प्रचार के बारे मे बोला जैसे “अनुग्रह का झरीया।” प्रेरितो पौलुसने कहा,
“वे प्रचारक बिना कैसे सुनें ?” (रोमियों 10:18)।
परमेष्वरने सुसमाचार प्रचारक और याजक निर्धारित किये सुसमाचार घोशित करने (इफिसियो 4:11-13)। यह सुसमाचार का प्रचार था जो उन्हें परिवर्तन तक ले आया। यह मसीह के क्रूस पर चढ़ाए जाने और पुनरूत्थान पर प्रचार था जो उनके मन को कोमल करने, मसीह में विष्वास उत्तेजित करने “विष्वास को आज्ञाकारी” होने का कारण बनने इस्तेमाल किया गया था।
नयी नियमावली के समय मे कोई भी बचाया नहीं गया मृत्यु से जिलाये हुए मसीह में विष्वास किये बिना! कोई भी बड़ी हस्ती मसीही इतिहास में कभी भी बचायी नही गई बिना पुरूत्थान पाये उध्दारक में विष्वास किए - नहीं, ना अगस्तीन, ना लुथर, ना स्पेनर, ना फ्रांक, ना झीन्झेन्डोर्फ, ना वेस्ली, ना वाईटफिल्ड, ना मुडी ना टोरेय - मै कभी भी नहीं मिला! हकिकत में प्रेरितो पौलुस इसे अच्छीतरह स्पश्ट करता है,
“कि यदि तू अपने मुँह से यीषु को प्रभु जानकर अंगीकार करे और अपने मन से विष्वास करे कि परमेष्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो तू निष्चय उध्दार पाएगा” (रोमियों 10:9)।
बचाये जाने के लिये आपको मनमें विष्वास करना चाहिए “कि परमेष्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया।” पवित्रषास्त्र में कुछ भी ज्यादा स्पश्ट नहीं हो सकता। मैं स्वयं मरे हुए मसीह में विष्वास करता था मेरे बचाए जाने से सात साल पहले से। मैं विष्वास करता हूँ किवे मेरे लिये मरे, परन्तु मैं अभी भी खोया हुआ था, मैं तबतक बचाया नही गया जबतक मैंने मृत्यु से जिलाये हुए मसीह पर विष्वास नहीं किया!
डो. जोन आर. राइस का रोमियो 10:9 पर बड़ा परीक्षण था। उन्होने कहा,
परन्तु मुहँ से पाप का स्वीकार करना बचानेवाले विष्वास का प्रमाण नहीं है ; जबतक एक जो दावा करता है प्रमाणिकता से कि मसीह मृत्यु से उठे ... और इसीलिये पाप से बचाने के समर्थ है... हर व्यक्ति जिसने कभी भी प्रयत्न किया हो मसीह में विष्वास से बचाने का उसके मन में कि प्रभु ने उसे मृत्यु से उठाया ... कोई एक व्यक्ति भी नही खोज सका नये नियमावली के मसीही का (रेकोर्ड) लेखपत्र जिसने षक किया व्यक्तिगत, षारीरिक पुनरूत्थान हुए यीषु मसीह का (जोन आर. राइस, डी.डी., घ रीझरेकषन ओफ जीसस क्राइस्ट, (यीषु मसीह का पुनरूत्थान), स्वोर्ड ओफ घ लोर्ड प्रकाषक, 1953, पृ.पृश्ठ 11, 7)।
डो. राईस मूर्ख नहीं थे। वे बायलोर विष्वविद्यालय से स्नातक हुए दो साल सर्घंन बेपटीस धार्मिक पाठषाला में बिताये, और चिकागो विष्वविद्यालय में स्नातक का काम किया। परन्तु डो. राईसने बाइबल पर विष्वास किया, और बाइबल कहता है कि मसीह का पुनरूत्थानु बचानेवाले सुसमाचार का ही हिस्सा है (1 कुरिन्थियों 15:1-4)।
“और यदि मसीह नहीं जी उठा तो तुम्हारा विष्वास व्यर्थ (खाली, बेकार); है, और तुम अब तक अपने पापों में फँसे हो” (1 कुरिन्थियों 15:17)।
“याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)।
क्या विष्वास उन्होने माना ? क्यों, विष्वास जो पतरस ने कुछ दिनो पहले प्रचार किया था वो उन्होने सुना!
“हमारे बापदादों के परमेष्वरने यीषु को जिलाया, जिसे तुम ने क्रूस पर लटकाकर मार डाला था” (प्रेरितो 5:30)।
वही विष्वास था जो उन्होने माना!
मैं इस षाम कैसे प्रार्थना करूँ ताकि आप “विष्वास को आज्ञाकारी” बनो - जैसे ये याजक थे। वे “विष्वास को आज्ञाकारी” थे। ऐसा लगता है कि सारे सुसमाचार उस “विष्वास” षब्द में मिला दिये गये है। विष्वास को आज्ञाकारी होना यीषु में विष्वास करना है, उनका भरोसा करने जो क्रूस पर आपकी जगह तड़पे, आपके प्रतिनिधि की तरह मरते हुए, आपके पापो के लिये चुकाते हुए। विष्वास का आज्ञाकारी होना प्रभु के पुत्र के पास आना है, मृत्यु से उठे हुए, स्वर्ग मे प्रभु के दाहिने हाथ पर बैठे हुए, आपके न्याय के लिये जिलाये हुए, आपको जीवन देने जिलाये हुए, आपको नया जन्म देने जिलाये हुए। मैं कैसे प्रार्थना करूँ कि आप, हाँ आप भी, आपके सारे पाप के साथ - कि आप यीषु के पास आओगे और अपने आप को उनपर डालोगे सरल विष्वास में!
उन पर साहस, पूरी तरह साहस,
और कोई भरोसा प्रवेषन कर पाये;
कोई नहीं परन्तु यीषु, कोई नहीं परन्तु यीषु,
असहाय पापीयो का अच्छा कर सकते है।
(“आओ, तुम पापीयों” जोसेफ हार्ट द्वारा, 1712-1768)।
यीषु आपको बचा सकते है! वे आपके पापो को माफ कर सकते है और आपको अनंत जीवन देते है! यीषु के पास आओ! आपने आपको पूरी तरह उन पर डालो - कोई और भरोसा प्रवेष न कर पाये! कोई नहीं परन्तु यीषु, कोई नहीं परन्तु यीषु, असहाय पापीयो का अच्छा कर सकते है!
अगर इस संदेश ने आपको आशीषित किया है तो डॉ हिमर्स आप से सुनना चाहेंगे। जब आप डॉ हिमर्स को पत्र लिखें तो आप को यह बताना आवश्यक होगा कि आप किस देश से हैं अन्यथा वह आप की ई मेल का उत्तर नहीं दे पायेंगे। अगर इस संदेश ने आपको आशीषित किया है तो डॉ हिमर्स को इस पते पर ई मेल भेजिये उन्हे आप किस देश से हैं लिखना न भूलें।। डॉ हिमर्स को इस पते पर rlhymersjr@sbcglobal.net (यहां क्लिक कीजिये) ई मेल भेज सकते हैं। आप डॉ हिमर्स को किसी भी भाषा में ई मेल भेज सकते हैं पर अंगेजी भाषा में भेजना उत्तम होगा। अगर डॉ हिमर्स को डाक द्वारा पत्र भेजना चाहते हैं तो उनका पता इस प्रकार है पी ओ बाक्स १५३०८‚ लॉस ऐंजील्स‚ केलीफोर्निया ९००१५। आप उन्हें इस नंबर पर टेलीफोन भी कर सकते हैं (८१८) ३५२ − ०४५२।
(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले डो. क्रेगटन एल चान द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रषास्त्रः प्रेरितो 5:17-30।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन कीनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीतः
“विरोध खत्म हुआ” (फ्रान्सीस पोट द्वारा अनुवाद किया हुआ, 1832-1909)।
रूपरेखा परिवर्तित याजकडो. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा “और परमेष्वर का वचन फैलता गया और यरूषलेम में चेलों की गिनती बहुत बढ़ती गई, और याजकों का एक बड़ा समाज इस मत को माननेवाला हो गया” (प्रेरितो 6:7)। (प्रेरितो 3:14-15, 26; 4:4, 10; 5:30) 1. पहला, मसीह के पुनरूत्थान में मानने के लिये क्या यह याजक अच्छी दृष्टि थे?
2. दूसरा, इन याजको के पास क्या प्रमाण था कि मसीह जी उठे है?
3. तीसरा, ये याजक विष्वास को आज्ञाकारी क्यों थे? |